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यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा के बाद भावुक PM मोदी ने कीव से किया प्रस्थान, जगा दी युद्ध के खात्मे की उम्मीद

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा के बाद कीव से प्रस्थान कर गए हैं। यूक्रेन की आजादी के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली कीव यात्रा थी। इस दौरान पीएम मोदी करीब 8 घंटे कीव में रहे। उन्होंने युद्ध में शहीद हुए बच्चों को श्रद्धांजलि अर्पित की। ऐसे वक्त में पीएम मोदी और जेलेंस्की बेहद भावुक हो गए। यूक्रेन में रहने के दौरान उन्होंने राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की के साथ ‘‘सार्थक वार्ता’’ की और रूस के साथ जारी युद्ध को समाप्त करने में व्यक्तिगत रूप से योगदान देने का आश्वासन दिया। उन्होंने यूक्रेन छोड़ते-छोड़ते युद्ध खात्मे की भी उम्मीद जगा दी है। जेलेंस्की ने भी इस बात को माना है कि भारत अपना रुख बदल दे तो जंग खत्म हो सकती है। 

पीएम मोदी ने कीव से रवानगी से पहले रूस और यूक्रेन को बातचीत की मेज पर आने का प्रस्ताव दिया। पीएम मोदी ने यूक्रेन की धरती से विदा लेने से पहले युद्ध के खात्मे की उम्मीद भी जगा दी। पीएम मोदी की यह यात्रा रूस की यात्रा के ठीक 6 हफ्ते बाद हुई है। मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से भी बातचीत के जरिये युद्ध में शांति लाने की अपील की थी। अब ऐसा माना जा रहा है कि पीएम मोदी की अपील पर दोनों देश बातचीत की दहलीज तक पहुंच सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो यह दुनिया का सबसे बड़ा करिश्मा होगा। 

यूक्रेन में रहने के दौरान पीएम मोदी ने कई बैठकों में हिस्सा लिया। उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ रूस-यूक्रेन युद्ध समेत कई अन्य मुद्दों पर गंभीर वार्ता की। इस दौरान भारत और यूक्रेन में 4 महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर भी हुए। युद्ध पीड़ितों को चिकित्सीय सहायता के लिए PM मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भीष्म क्यूब भी भेंट किया। कीव से विदा लेने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ‘X’ पर लिखा, ‘‘यूक्रेन की मेरी यात्रा ऐतिहासिक रही। मैं भारत-यूक्रेन मित्रता को और गहरा करने के उद्देश्य से इस महान देश में आया हूं। राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मेरी सार्थक बातचीत हुई”।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत का दृढ़ विश्वास है कि शांति हमेशा बनी रहनी चाहिए। मैं यूक्रेन की सरकार और लोगों को उनके आतिथ्य के लिए धन्यवाद देता हूं। इससे पहले दिन में, मोदी ने यहां राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ व्यापक वार्ता की और यूक्रेन तथा रूस के बीच जारी संघर्ष का समाधान निकालने के लिए एक-दूसरे से बातचीत की जरूरत पर बल दिया और कहा कि भारत, शांति के हर प्रयास में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। रूस ने 24 फरवरी, 2022 को यूक्रेन पर हमला किया था। तब से लेकर अभी तक दोनों देशों के बीच युद्ध जारी है। PM मोदी सुबह एक विशेष ट्रेन से कीव पहुंचे थे।

लखनऊ: संजय कुमार सिंह ने संभाला एलडीए में नजूल अधिकारी का पदभार

लखनऊ : प्रदेश सरकार ने हाल ही में लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) में नजूल अधिकारी के महत्वपूर्ण पद पर उपजिलाधिकारी संजय कुमार सिंह की नियुक्ति की है। यह नियुक्ति उत्तर प्रदेश शासन के नियुक्ति अनुभाग तीन द्वारा की गई है।

संजय कुमार सिंह ने अपने नए पद का कार्यभार संभाल लिया है और अब से वह नजूल अधिकारी के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करेंगे। इस नई जिम्मेदारी के तहत, संजय कुमार को एलडीए में नजूल संबंधी मामलों की देखरेख करनी होगी, जिसमें सरकारी भूमि और उससे संबंधित विभिन्न मुद्दों का प्रबंधन शामिल है।

संजय कुमार सिंह इससे पहले लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में विशेष कार्याधिकारी (ओएसडी) के रूप में तैनात थे। वहां उन्होंने महत्वपूर्ण प्रशासनिक जिम्मेदारियों को निभाया और निर्वाचन से जुड़े कार्यों का सफलतापूर्वक संचालन किया।

संजय कुमार की प्रशासनिक दक्षता और पूर्व के अनुभवों का लाभ लखनऊ विकास प्राधिकरण को मिलेगा। एलडीए के कर्मचारियों और अधिकारियों ने भी उनका स्वागत किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।

TWEET: अखिलेश यादव के आरोप का डॉ०राजेश्वर सिंह ने दिया जवाब, सपा शासनकाल का काला चिट्ठा किया सार्वजनिक

  • सपा प्रमुख ने भाजपा पर कसा व्यंग तो सरोजनीनगर नगर विधायक ने खोल दिया सपा सरकार का काला चिट्ठा
  • उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा: दीवार से कूदे भ्रष्ट दारोगा भ्रष्टाचार के आकंठ में डूबी सपा सरकार की देन
  • डॉ०सिंह ने कहा सपा सरकार की परिवारवादी नीति ने यूपी पुलिस में उगा दिया था भ्रष्टाचार का वटवृक्ष
  • उन्होंने खुलासा करते हुए बताया: CAG ने पकड़ी सपा सरकार में 97,000 की लूट, हाईकोर्ट को हटाना पड़ा था UPPSC चेयरमैन, सपा के भ्रष्टाचार की लंबी फेहरिस्त जनता को अब भी याद
  • उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि सपा सरकार में कोई विभाग बचा नहीं जिसमें घोटाला न हुआ हो
सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा किया गया TWEET

लखनऊ: सपा प्रमुख अखिलेश यादव और सरोजनीनगर से भाजपा विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह के बीच शुक्रवार को ट्विटर वार देखने को मिला। सुबह सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट कर पुलिस विभाग से जुड़ी एक खबर पर चुटकी ली तो डॉ. राजेश्वर सिंह ने सपा सरकार के काले कारनामों की लंबी फेहरिस्त पेश कर सपा प्रमुख को आड़े हाथों लिया।

2005 से 2007 तक समाजवादी पार्टी की सरकार ने पैसा और भाई-भतीजावाद की फ़ेहरिस्त बना कर भ्रष्टाचार की जो पौध यूपी पुलिस में भर्ती कर उगाई, वो अब वटवृक्ष बन गई है। योगी सरकार को अब इन रक्तबीजों का संहार करना मजबूरी है।थाने की दीवार कूदने वाला ये भ्रष्ट दरोग़ा, 2005 की भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी सपा सरकार की देन है जिसके बारे में आप लंबा चौड़ा ट्वीट कर रहे हैं।

अब जब बात भ्रष्टाचार की चली ही है तो सपा सरकार की भ्रष्टाचार की लंबी फेहरिस्त तो प्रदेश की जनता को भी याद है। उन्होंने न सिर्फ सपा सरकार के समय के सभी घोटालों को बताया बल्कि पूरी लिस्ट ही रख दिया। डॉ. सिंह ने सपा पर तीखा हमला करते हुए आगे लिखा अब जब बात भ्रष्टाचार की चली ही है तो सपा सरकार की भ्रष्टाचार की लंबी फेहरिस्त तो प्रदेश की जनता को भी याद है। ₹4,500 करोड़ का साइकिल ट्रैक विकास घोटाला, ₹4,000 करोड़ का खनन घोटाला, 2,500 करोड़ का एलडीए भूमि आवंटन घोटाला, 1,500 करोड़ का स्टेट हाइवे घोटाला, 1,400 करोड़ का गोमती रिवरफ्रंट घोटाला, 1,000 करोड़ का स्वास्थ्य विकास घोटाला, 800 करोड़ का जिला पंचायत प्रोजेक्ट घोटाला, 300 करोड़ का लैपटॉप वितरण घोटाला। पिछली सभी सपा सरकारों में कोई विभाग बचा नहीं जिसमें घोटाला हुआ न हो।

सरकारी योजनाओं के नाम पर ₹97,000 करोड़ की भारी लूट की गई, जिसका पर्दाफाश देश की प्रमुख ऑडिट एजेंसी, CAG की 2018 की रिपोर्ट में हुआ। तो जब खुद के घर में घोटालों की फसल लहलहा रही हो, तो दूसरों को नैतिकता की उपदेश देना हास्यास्पद है। पुलिस भर्ती में लुटेरों को वर्दी पहनाना, और अपने ही लोगों को पदों पर बैठाना, सपा सरकार का तो असली ‘विकास’ मॉडल ही यही था।

डॉक्टर राजेश्वर सिंह ने आगे बताया कि यूपीपीएससी भर्ती घोटाले में 86 चयनित उम्मीदवारों में से 50 एक ही जाति के थे। आपराधिक पृष्ठभूमि ऐसे लोगों को भी सिपाही बना दिया गया था, जिन पर छेड़खानी, दहेज हत्या, मारपीट, लूट और चोरी जैसे गंभीर आरोप में मुकदमें दर्ज थे। आपकी सरकार में हुई 600 से अधिक भर्तियों को रद्द करवाने और जांच की मांग को लेकर करीब 700 से अधिक याचिकाएं हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी। Chairman UP public service commission को हाईकोर्ट को हटाना पड़ा था और उसके ख़िलाफ़ कोर्ट को सीबीआई जाँच के आदेश देने पड़े थे। जब अंधेरा ही उजाले का ठेकेदार बन जाए, तो उजाला किसे नसीब होगा? यही हाल सपा के राज में यूपी का था।

नहीं चाहिए सपा का गुंडाराज़ और माफियाराज

सरोजनीनगर विधायक ने अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट कर लिखा, 2005 से 2007 तक समाजवादी पार्टी की सरकार ने पैसा और भाई-भतीजावाद की फ़ेहरिस्त बना कर भ्रष्टाचार की जो पौध यूपी पुलिस में भर्ती कर उगाई, वो अब वटवृक्ष बन गई है। योगी सरकार को अब इन रक्तबीजों का संहार करना मजबूरी है।

डॉ. राजेश्वर सिंह ने सपा प्रमुख को याद दिलाया थाने की दीवार कूदने वाला ये भ्रष्ट दरोग़ा, 2005 की भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी सपा सरकार की देन है जिसके बारे में आप लंबा चौड़ा ट्वीट कर रहे हैं। डॉ.सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे जोड़ा सरकारी योजनाओं के नाम पर ₹97,000 करोड़ की भारी लूट की गई, जिसका पर्दाफाश देश की प्रमुख ऑडिट एजेंसी, CAG की 2018 की रिपोर्ट में हुआ। तो जब खुद के घर में घोटालों की फसल लहलहा रही हो, तो दूसरों को नैतिकता की उपदेश देना हास्यास्पद है।

विधायक ने सपा प्रमुख को याद दिलाया पुलिस भर्ती में लुटेरों को वर्दी पहनाना, और अपने ही लोगों को पदों पर बैठाना, सपा सरकार का तो असली ‘विकास’ मॉडल ही यही था। यूपीपीएससी भर्ती घोटाले में 86 चयनित उम्मीदवारों में से 50 एक ही जाति के थे। आपराधिक पृष्ठभूमि वालों भी सिपाही बना दिया गया था, जिन पर छेड़खानी, दहेज हत्या, मारपीट, लूट और चोरी जैसे गंभीर आरोप में मुकदमें दर्ज थे। आपकी सरकार में हुई 600 से अधिक भर्तियों को रद्द करवाने और जांच की मांग को लेकर करीब 700 से अधिक याचिकाएं हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष को हाईकोर्ट द्वारा हटाना पड़ा था और उसके ख़िलाफ़ सीबीआई जाँच के आदेश देने पड़े थे। जब अंधेरा ही उजाले का ठेकेदार बन जाए, तो उजाला किसे नसीब होगा? यही हाल सपा के राज में यूपी का था।

गौरतलब है कि शुक्रवार को सपा प्रमुख ने बरेली में एक इंस्पेक्टर के दीवार कूदकर भागने की खबर को ट्वीट कर भाजपा सरकार पर व्यंग कसा था। जिस पर उत्तर देते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह ने ट्वीट कर सपा सरकार में हुए घोटालों को याद दिलाते हुए सपा प्रमुख को जवाब दिया।

डिजिटल शिक्षा को प्रोत्साहन: सरोजनीनगर विधायक डॉ०राजेश्वर सिंह ने अवध कॉलेजिएट के 5 मेधावियों को लैपटॉप देकर किया सम्मानित

  • सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने इंडिया जीनियस अवार्ड से विजेता छात्र-छात्राओं को किया सम्मानित
  • विधायक डॉ०सिंह ने कहा युवाओं के सामने वैश्विक कम्प्टीशन, अभी से शुरू करें कल की तैयारियां, बनायें भावी योजनायें
  • राजेश्वर सिंह ने कहा पुरस्कार केवल चमकदार ट्राफियां नहीं हैं, वे कड़ी मेहनत, समर्पण और उत्कृष्टता का प्रतीक हैं
  • उन्होंने कहा सफलता अंतिम नहीं, विफलता घातक नहीं, जारी रखने का साहस सबसे महत्वपूर्ण
  • विनम्रता कृतज्ञता, निरंतरता, ईश्वर में आस्था युवा पीढ़ी के लिए सफलता की सीढ़ी

लखनऊ: सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने मंगलवार को प्रयास स्टूडेंट्स वेलफेयर सोसाइटी द्वारा आयोजित इंडिया जीनियस अवार्ड के विजेता छात्र – छात्राओं को सम्मानित किया। अवध कॉलेजिएट की विक्रमनगर, पारा शाखा में आयोजित सम्मान समारोह के दौरान डॉ. सिंह के प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान पाने वाले 200 अग्रणी स्टूडेंट्स को पुरस्कृत किया।

समारोह के दौरान सरोजनीनगर विधायक ने अवध कॉलेजिएट के 5 मेधावियों को लैपटॉप प्रदान कर सम्मानित भी किया। इस अवसर पर युवा छात्र – छात्राओं प्रोत्साहित करते हुए डॉ. सिंह ने कहा पुरस्कार केवल चमकदार ट्राफियां नहीं हैं; वे आपकी कड़ी मेहनत, समर्पण और उत्कृष्टता का प्रतीक हैं। वे आपको याद दिलाते हैं कि आपके प्रयास मायने रखते हैं और आपको इससे भी ऊपर पहुंचने के लिए प्रेरित करते हैं। अनुसंधान से पता चलता है कि छात्रों के प्रयासों को प्रोत्साहित करने से उनके शैक्षणिक प्रदर्शन में 40% तक सुधार देखा जा सकता है। जब आप अपनी उपलब्धियों के लिए जश्न मनाते हैं, तो यह उत्कृष्टता बनाए रखने के आपके अभियान को बढ़ावा देता है। हर पीढ़ी के सामने अपनी अलग चुनौतियाँ होती हैं, आजादी के बाद हमारे अभिभावकों ने खाद्यान्न जैसी मूलभूत समस्या का सामना किया, आज भारत 325 मिलियन टन खाद्यान्न का उत्पादन और विश्व के 50 से अधिक देशों को निर्यात भी करता है। इस दौरान विधायक ने युवा छात्र-छात्राओं करते हुए कुछ महत्वपूर्ण बिंदु उल्लेखित किये।

चुनौतियों को अवसर के रूप में अपनाएँ जाने की आवश्यकता

दृढ़ता और जिज्ञासा की भावना को अपनाए जाने की आवश्यकता है, सर आइजैक न्यूटन, अल्बर्ट आइंस्टीन और डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम जैसे महान दिमागों ने कई चुनौतियों का सामना किया लेकिन कभी हार नहीं मानी। सभी के पास हर प्रतिभाशाली, आविष्कारक और नेता के समान एक दिन में 86,400 सेकंड होते हैं, आप उन सेकंड का उपयोग कैसे करना चुनते हैं यह आपके पूरे भविष्य को आकार दे सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि ध्यान केंद्रित करने के लिए दिन में केवल 2 घंटे समर्पित करना भी सीखने से आपके शैक्षणिक प्रदर्शन में उल्लेखनीय सुधार हो सकता है।”

आप जो कल चाहते हैं उसके लिए आज ही तैयारी करें, अभी से योजना बनाना शुरू करें

आईआईटी के लिए स्वीकृति दर 1% से भी कम है, जो इसे दुनिया की सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में से एक बनाती है। इसी तरह, यूपीएससी जैसी सरकारी परीक्षाओं के लिए प्रतिस्पर्धा तीव्र है, जिसमें 10 लाख से अधिक प्रतिभागियों में से केवल लगभग 1,000 उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।चाहे आपका लक्ष्य आईआईटी क्रैक करना हो, डॉक्टर बनना हो, या किसी अन्य क्षेत्र में सफल होना हो, प्रारंभिक और लगातार तैयारी ही सफलता की कुंजी है।

डिजिटल साक्षरता

डिजिटल साक्षरता भविष्य की सफलता की कुंजी है, अगले कुछ ही वर्षों में, 85% नौकरियों में कोडिंग या डेटा विश्लेषण जैसे डिजिटल कौशल की आवश्यकता होगी। अभी, डेटा वैज्ञानिकों की मांग आसमान छू रही है, पिछले पांच वर्षों में 37% की वृद्धि होगी। आपका भविष्य इस बात से आकार लेगा कि आप इन तकनीकों का कितनी अच्छी तरह उपयोग कर सकते हैं और उन्हें अपने करियर और दैनिक जीवन में एकीकृत कर सकते हैं।

शैक्षणिक दबाव को सपनों के साथ संतुलित करना

चुनौतियाँ सफलता की सीढ़ी हैं। अपने जुनून का पीछा करें, अपनी पढ़ाई के साथ-साथ, अपने जुनून को भी अवसर दें, चाहे वह खेल, कला या विज्ञान हो, ये वे बीज हैं जो भविष्य के करियर में विकसित हो सकते हैं।”

शारीरिक गतिविधियों का महत्व

सक्रिय रहें, आगे रहें: “विश्व स्वास्थ्य संगठन रोजाना कम से कम 60 मिनट की शारीरिक गतिविधि की सिफारिश करता है। सक्रिय रहना सिर्फ फिट रहने के बारे में नहीं है; यह दिमाग को तेज और नई चुनौतियों के लिए तैयार रखने के बारे में है।

कृतज्ञता सफलता की नींव है

अपने सबसे बड़े समर्थकों – अपने माता-पिता और शिक्षकों – की सराहना करने के लिए कुछ समय निकालें। उनका प्यार, मार्गदर्शन और धैर्य वह नींव है जिस पर आप अपना भविष्य बनाएंगे। सर्वेक्षणों में, 10 में से 9 सफल व्यक्ति अपनी उपलब्धियों के लिए अपने माता-पिता और शिक्षकों को श्रेय देते हैं।”

युवा पीढ़ी को मेरी सलाह : विनम्रता-कृतज्ञता-निरंतरता-ईश्वर में आस्था

जीवन अनिश्चितताओं से भरा है. अपने आप को ज्ञान और कौशल के साथ तैयार करें, और अपनी यात्रा पर भरोसा रखें। अपनी क्षमता और उच्च उद्देश्य पर विश्वास रखें। तैयारी और विश्वास के साथ, युवा किसी भी चुनौती से निपट सकते हैं और सफलता की राह पा सकते हैं।

इस दौरान अवध कॉलेजिएट के संस्थापक सर्वजीत सिंह, प्राचार्य अनीता शर्मा, निदेशक जतिंदर वालिया, इंदु चंदेल, शिल्पी वाजपेई, अनीता झा, संजय तोमर, सत्य प्रकाश त्रिपाठी एवं भाप पार्षद सौरभ सिंह मोनू आदि मौजूद रहे।

सुनीं जनता की समस्याएँ

सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने पराग चौराहा आशियाना स्थित कार्यालय पर क्षेत्र वासियों की समस्याएँ सुनीं, इस दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों से विकास कार्यों पर चर्चा कर सुझाव भी प्राप्त किये।

‘बाबू जी’ के विचारों के जरिए हिदुत्व को धार देंगे सीएम योगी

  • कल्याण सिंह की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • हिंदू गौरव दिवस के जरिए कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे सीएम योगी
  • भाजपा के सदस्यता अभियान- 2024 की कार्यशाला में कार्यकर्ताओं से हुई हिंदू गौरव दिवस में भरी संख्या में भाग लेने की हुई अपील

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की तृतीय पुण्यतिथि पर आयोजित होने वाले ‘हिन्दू गौरव दिवस’ में मुख्य अतिथि के रूप में हिस्सा लेने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बाबूजी के विचारों को धार देंगे। इसके जरिये कार्यकर्ताओं में जोश भी भरेंगे।

कार्यक्रम में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री द्वय केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के अलावा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और भाजपा के महामंत्री, संगठन धर्मपाल भी हिस्सा लेंगे। सीएम योगी के अलावा इनके द्वारा भी बाबूजी कल्याण सिंह की यादें ताजा की जाएंगी।

भारी संख्या में पहुंचेंगे कार्यकर्ता

भाजपा के सदस्यता अभियान- 2024 की कार्यशाला में पहुंचे कार्यकर्ताओं से ‘हिंदू गौरव दिवस में भारी संख्या में भाग लेने की अपील की गयी। कार्यकर्ताओं से यह भी अपेक्षा की गयी कि वे कार्यक्रम में समय से पहुंचें और कार्यक्रम की सफलता में अपना योगदान दें।

कल्याण सिंह की हिन्दुत्व और राष्ट्रवादी राजनेता की रही पहचान

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूजी कल्याण सिंह, भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण हस्ताक्षर रहे। इन्हें प्रखर राष्ट्रवादी राजनेता तो माना ही जाता था, इनकी पहचान एक हिन्दूवादी राजनेता की भी रही। बाबरी मस्जिद विवाद के समय अधिकारियों को गोली न चलाने का आदेश देकर उन्होंने अपनी संवेदनशीलता और सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाया था तो नकल अध्यादेश जारी कर युवाओं के उज्ज्वल भविष्य बनाने का महत्वपूर्ण कदम भी उठाया था।

बोले मंत्री संदीप सिंह

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल स्वर्गीय कल्याण सिंह के पौत्र संदीप सिंह ने कहा कि 21 अगस्त को बाबूजी की तीसरी पुण्यतिथि है। इस दिन को हिंदू गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। साथ ही कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवं बाबूजी के विचारों को मानने वाले लोग भी मौजूद रहेंगे।