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वाराणसी पुलिस को आईजीआरएस में प्रथम स्थान, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में बड़ी उपलब्धि

वाराणसी, 6 सितंबर 2024: वाराणसी पुलिस ने आईजीआरएस (इंटीग्रेटेड ग्रीवांस रिड्रेसल सिस्टम) में प्रथम स्थान हासिल करके एक बार फिर से अपनी कार्यक्षमता और उत्कृष्टता का प्रमाण दिया है। यह उपलब्धि पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के नेतृत्व में हासिल की गई है, जो अपने प्रभावी नेतृत्व और सख्त अनुशासन के लिए जाने जाते हैं।

क्या है पूरा मामला ?

दरअसल, वाराणसी जिले में 2021 में कमिश्नरेट लागू होने के बाद से बीते जुलाई तक 60 से 75 के बीच रैंकिंग रहती थी। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल की निगरानी और निस्तारण में रुचि न लेने वाले ज़िम्मेदारों पर कार्यवाही की चेतावनी तथा लापरवाही पाए जाने पर कार्रवाई के बाद सुधार शुरू हुआ। पुलिस आयुक्त ने कमिश्नरेट के सभी अधिकारियों और थाना प्रभारियों को निर्देशित करते हुए स्वयं मॉनिटरिंग शुरू की। इसके परिणाम स्वरूप यह उपलब्धि हासिल हुई कि अब पुलिस कमिश्नरेट वाराणसी प्रदेश में पहले पायदान पर पहुँच गया। अगस्त माह की रैंकिंग में नंबर वन पर वाराणसी की कमिश्नरेट पुलिस है। शिकायतों के समय से निस्तारण, गुणवत्ता, मुख्यमंत्री कार्यालय से फीडबैक और शत प्रतिशत निस्तारण में वाराणसी कमिश्नरेट ने पूरे अंक अर्जित किये हैं।

कैसे मिली सफलता?

इससे पहले, पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने आईजीआरएस शिकायतों के निस्तारण में देरी और लापरवाही के मामलों में जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी। उन्होंने सुनिश्चित किया कि हर शिकायत का समय पर और निष्पक्षता से निस्तारण हो। इस कड़ी निगरानी और अनुशासनात्मक कार्यवाही के कारण वाराणसी पुलिस ने आईजीआरएस में प्रथम स्थान प्राप्त किया।

ज़िम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही

पिछले कुछ महीनों में, मोहित अग्रवाल ने कई अधिकारियों के खिलाफ लापरवाही के मामले में अनुशासनात्मक कार्यवाही की थी। इसके तहत, कई पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया और कुछ को चेतावनी दी गई। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि जनता की शिकायतों का समय पर निपटारा करना हमारी प्राथमिकता है, और इसमें कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

जनता की प्रतिक्रिया

जनता ने भी वाराणसी पुलिस की इस उपलब्धि की सराहना की है। लोगों का मानना है कि मोहित अग्रवाल के आने के बाद से पुलिस प्रशासन में एक नई ऊर्जा और सुधार देखने को मिला है। लोग अब अधिक आत्मविश्वास के साथ अपनी शिकायतें दर्ज कराते हैं, क्योंकि उन्हें यकीन है कि उनकी बात सुनी जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।

भविष्य की योजनाएं

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा कि यह तो सिर्फ एक शुरुआत है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में वाराणसी पुलिस और भी उन्नत तकनीकों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करेगी ताकि जनता को और बेहतर सेवाएं प्रदान की जा सकें।

उन्होंने आगे कहा कि उनका उद्देश्य केवल आंकड़ों में सुधार करना नहीं है, बल्कि जनता के विश्वास को भी मजबूत करना है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ निभाएं।


उन्नाव: गरीब, नशेड़ी व्यक्ति से धोखे से जमीन लिखाने के बाद नहीं दिया पूरा पैसा, पीड़ित की पत्नी ने माँगी मदद

लखनऊ: मामला उन्नाव जनपद के थाना असोहा के ग्राम दरसवां का है जहां के ब्रजभान सिंह की पत्नी और बेटे ने आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके पति ब्रजभान सिंह को छेदईखेड़ा निवासी पम्मू, दरसवां निवासी सोनू तथा पहाड़पुर निवासी राघव ने मिलकर बंथरा निवासी बब्बन पांडेय को पीड़ित की 12 बिसूवा भूमि 8 लाख में तय कर के मात्र दो लाख में ही धोखे से लिखाई।

आरोप है कि जमीन लिखाने तक कई दिनों तक पीड़ित को अपने कब्जे में रखकर नशे में रखा जाता था रजिस्ट्री भी नशे की हालत में ही कराई गई। जब ब्रजभान की बीवी और बच्चों को मालूम हुआ तो उन्होंने कई जगह शिकायत की लेकिन बताया जाता है बब्बन पांडेय की ऊंची पहुंच के कारण पीड़ित को इंसाफ नही मिला। ये कोई पहला मामला नहीं है जनपद में ऐसे मामले आम हैं।पीड़ित की पत्नी और बच्चे ने एक वीडियो के माध्यम से अपनी व्यथा व्यक्त की है और न्याय की गुहार लगाई है। अब देखना ये होगा कि एक गरीब को न्याय मिलेगा या फिर कोई पैसे वाला अपनी पहुंच के दम पर दबे कुचलों को उनकी औकात दिखाने में कामयाब होगा।

हरितालिका तीज: व्रत, विधि, महत्व और परंपराएं

हरितालिका तीज हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो मुख्य रूप से उत्तर भारत, विशेष रूप से उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, और मध्य प्रदेश में मनाया जाता है। यह व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा के लिए प्रसिद्ध है और इसे विवाहित और अविवाहित महिलाएं दोनों करती हैं। विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए व्रत करती हैं, जबकि अविवाहित लड़कियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत रखती हैं।

हरितालिका तीज का महत्व

हरितालिका तीज का नाम “हरित” और “आलिका” शब्दों से मिलकर बना है, जिसका मतलब होता है “हरण करना” और “मित्र”। यह नाम एक पौराणिक कथा से जुड़ा है, जिसमें माता पार्वती की सखी उन्हें उनके पिता के घर से भगवान शिव से मिलने के लिए हरण कर ले गई थीं। भगवान शिव से विवाह करने के लिए माता पार्वती ने घोर तपस्या की थी, और अंततः शिवजी ने उन्हें स्वीकार किया। इस कथा के अनुसार, हरितालिका तीज पर व्रत करने वाली महिलाएं माता पार्वती की भांति अपने पति के प्रति सच्चे प्रेम और समर्पण की भावना रखती हैं।

व्रत और पूजन विधि

  1. स्नान और शुद्धिकरण: हरितालिका तीज के दिन सुबह जल्दी उठकर महिलाएं स्नान करके शुद्ध हो जाती हैं। इसके बाद वे साफ वस्त्र धारण करती हैं।
  2. निर्जला व्रत: इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं, यानी बिना पानी पिए पूरा दिन उपवास करती हैं। यह व्रत अत्यधिक कठिन होता है और इसे निर्बाध भाव से करने का संकल्प लिया जाता है।
  3. पूजा की तैयारी: पूजा के लिए भगवान शिव, माता पार्वती, और भगवान गणेश की मिट्टी की प्रतिमाएं बनाई जाती हैं। घर के आंगन या मंदिर में एक चौकी पर इन प्रतिमाओं को स्थापित किया जाता है।
  4. पूजन सामग्री: पूजन के लिए जल, फल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य, चंदन, वस्त्र, और अन्य पूजन सामग्री का उपयोग किया जाता है। महिलाओं द्वारा श्रृंगार की वस्तुएं भी पूजन में शामिल की जाती हैं।
  5. विधिवत पूजा: पूजा के दौरान, महिलाएं हाथ में जल, फल, और फूल लेकर संकल्प करती हैं। उसके बाद भगवान शिव, माता पार्वती, और भगवान गणेश की पूजा विधिपूर्वक करती हैं। व्रती महिलाएं तीज कथा का श्रवण करती हैं, जिसमें माता पार्वती की कठिन तपस्या और भगवान शिव से उनके विवाह की कथा सुनाई जाती है।
  6. जागरण और भजन: हरितालिका तीज की रात महिलाएं जागरण करती हैं। वे भजन-कीर्तन करती हैं और माता पार्वती की स्तुति में गीत गाती हैं।

परंपराएं और रीति-रिवाज

  • मेंहदी और सजावट: इस दिन महिलाएं हाथों और पैरों में मेंहदी लगाती हैं और सुंदर पारंपरिक परिधान पहनती हैं। विवाहित महिलाएं अपने ससुराल से मिले वस्त्र और आभूषण पहनती हैं।
  • सामूहिक आयोजन: कई स्थानों पर सामूहिक रूप से हरितालिका तीज का आयोजन होता है, जिसमें महिलाएं एकत्रित होकर पूजा करती हैं और एक-दूसरे के साथ त्योहार की खुशियाँ बांटती हैं।
  • उपहार और सौभाग्य की वस्तुएं: तीज के अवसर पर सास अपनी बहुओं को तीज के उपहार के रूप में साड़ी, गहने, और अन्य सौभाग्य की वस्तुएं देती हैं। इसे ‘सिन्हारा’ कहा जाता है।

आधुनिक संदर्भ में हरितालिका तीज

आज के समय में भी हरितालिका तीज का महत्व कम नहीं हुआ है। आधुनिक महिलाएं भी अपनी व्यस्त जीवनशैली के बावजूद इस व्रत को पूरी श्रद्धा और भक्ति के साथ करती हैं। इस दिन महिलाएं सोशल मीडिया पर भी अपने तीज के अनुभव साझा करती हैं, जिससे यह पर्व एक सांस्कृतिक पर्व के रूप में उभर कर आता है।

हरितालिका तीज न केवल एक धार्मिक व्रत है, बल्कि यह महिलाओं के लिए एकता, प्रेम, और समर्पण का प्रतीक भी है। यह पर्व हमें सिखाता है कि कठिनाइयों का सामना कैसे किया जाए और अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए धैर्य और समर्पण कितना आवश्यक है। हरितालिका तीज का व्रत महिलाओं को आत्मबल और सकारात्मक ऊर्जा से भर देता है, जिससे वे अपने परिवार और समाज के प्रति और भी जिम्मेदार बनती हैं।

इस प्रकार, हरितालिका तीज नारी शक्ति, धैर्य, और पारिवारिक प्रेम का एक अद्वितीय प्रतीक है।

बुलडोज़र अपडेट: प्रदेश में गुण्डो माफियाओ के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए बुलडोजर का प्रयोग हो रहा- मंत्री ए.के.शर्मा

  • केंद्र में मोदी जी भ्रष्टाचार को खत्म कर रहें तो प्रदेश में योगी जी गुंडाराज, माफियाराज को
  • मंत्री ए.के.शर्मा ने कहा प्रदेश के हित में गुण्डों और माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई आवश्यक

सिद्धार्थनगर/लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने गुरुवार को सिद्धार्थनगर जनपद प्रवास के दौरान मीडिया प्रतिनिधियों द्वारा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बुल्डोजर पर किए गए ट्वीट कि “सपा सरकार बनते ही सारे बुल्डोजर गोरखपुर की ओर रुख करेंगे” पर पूंछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि सपा सरकार में जो माफिया गुंडे पले बड़े थे और जो गुंडाराज उन्होंने स्थापित किया था। उन्होंने गरीबों, सामान्य व्यक्तियों, निर्दोष लोगों की जमीनों में अवैध कब्जे किए थे, सरकारी जमीनों, नजूल की जमीनों में अवैध कब्जे कर बड़ी-बड़ी महलनुमा बहुमंजिला आवास अट्टालिकाएं बनाई थी। इसको ध्वस्त करने के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करते हुए बुलडोजर का प्रयोग हो रहा है। उसमें कहीं पर भी कोई गलती नहीं हो रही है, गुंडे माफियाओ के खिलाफ ऐसी कार्रवाई होती रहेगी। केंद्र में मोदी जी भ्रष्टाचार को खत्म करने में लगे हुए हैं, इसी प्रकार प्रदेश में योगी जी गुंडाराज, माफियाराज को खत्म करने में लगे हुए हैं, उसमें बुलडोजर का पूरा उपयोग हो रहा है और यह प्रयोग होता रहेगा, प्रदेश के हित में यह सब बहुत अच्छा हो रहा है।

श्री शर्मा ने कहा कि मुंगेरीलाल के सपने हसीन होते हैं, सपा अध्यक्ष अखिलेश जी को सपने आ रहे हैं, अच्छा है कि वह हमेशा ऐसे ही सपने देखते रहें। वर्ष 2022 में भी उन्होंने ऐसा ही सपना देखकर सरकार बनाने की मंशा जाहिर की थी, जिसका परिणाम सभी के सामने रहा। इसी प्रकार वर्ष 2027 में भी योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनेगी।

औद्योगिक विकास: व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में टॉप अचीवर राज्य बना उत्तर प्रदेश

  • उद्योग समागम में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी को दिया अवार्ड
  • उद्योग समागम में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए सम्मिलित हुए औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी
  • मंत्री नन्दी ने कहा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर है उत्तर प्रदेश
  • उत्तर प्रदेश के बदले औद्योगिक परिवेश और बदली कानून व्यवस्था और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर से कराया अवगत
  • उत्तर प्रदेश के अनुदान में दस हजार करोड़ से अधिक की वृद्धि किए जाने का रखा प्रस्ताव

लखनऊ: गुरूवार को देश की राजधानी दिल्ली में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग भारत सरकार द्वारा आयोजित उद्योग समागम में उत्तर प्रदेश को व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में टॉप अचीवर घोषित किया गया। समागम में उत्तर प्रदेश सरकार का प्रतिनिधित्व करते हुए सम्मिलित उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के हाथों से टॉप अचीवर राज्य का अवार्ड हासिल किया। मंत्री नन्दी ने उद्योग समागम में उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व करते हुए असीम सम्भावनाओं के प्रदेश उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास एवं प्रगति से अवगत कराया। वहीं उत्तर प्रदेश के चहुमुखी विकास के लिए कुछ प्रस्ताव भी रखे।

मंत्री नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास, सुदृढ़ कानून व्यवस्था, बेहतर औद्योगिक नीति एवं विकासोन्मुखी योजनाओं की वजह से देश का ग्रोथ इंजन बनने की ओर अग्रसर उत्तर प्रदेश में व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में काफी बदलाव आया है। इसी बदलाव का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश व्यापार और नागरिक केंद्रित सुधार क्षेत्र में टॉप अचीवर राज्य बन गया है।

मंत्री नन्दी ने उत्तर प्रदेश में निवेश की विशाल संभावनाओं और राज्य सरकार द्वारा व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उठाए गए कदमों का उल्लेख किया। उन्होंने राज्य में औद्योगिक विकास और रोजगार सृजन के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने निवेशकों को राज्य में आकर्षित करने के लिए बेहतर नीतियों और बुनियादी ढांचे के विकास पर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
मंत्री नन्दी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक परिवेश में अमूल-चूल परिवर्तन हुआ है। उत्तर प्रदेश निवेश, उद्योगों की स्थापना एवं निवेश के माध्यम से रोजगार श्रृजन में अग्रणी है। अनुकूल नीतियाँ, जवाबदेह कार्यप्रणाली एवं निवेशकों के हितों के संरक्षण की प्राथमिकता ने बड़े पैमाने पर निवेशकों आकर्षित किया है। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट एवं 4 ग्राउण्ड ब्रेकिंग सेरेमनी की सफल मेजबानी इस बात का प्रमाण है।
मंत्री नन्दी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की औद्योगिक विकास यात्रा में हमें भारत सरकार का हर कदम पर प्रोत्साहन एवं सहयोग प्राप्त हुआ है और यही कारण है कि आज उत्तर प्रदेश सर्वोत्तम सम्भावनाओं को साकार कर पा रहा है।

मंत्री नन्दी ने बैठक में उत्तर प्रदेश के औद्योगिक समृद्धि से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रस्ताव केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के समक्ष रखे। मंत्री नन्दी ने कहा कि वर्ष 2024-25 के बजट के अनुसार ‘स्कीम फॉर स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट्स फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट’ के अन्तर्गत दीर्घ कालिक ब्याज मुक्त ऋण के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के अनुदान में दस हजार करोड़ रूपये की वृद्धि की जाए। साथ ही मंत्री ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में राज्य के समस्त चार भौगोलिक क्षेत्रों में विशेष निवेश क्षेत्र (एसआईआर) विकसित करने हेतु अनुमोदित निर्माण अधिनियम के तहत एसआईआर क्षेत्र में इंडस्ट्रियल इन्फ्रास्टेªक्चर के विकास हेतु धनराशि आवंटित किए जाने की मांग की।

मंत्री नन्दी ने कहा कि राष्ट्रीय औद्योगिक विकास कारिडोर कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्ष 2024 में आगरा तथा प्रयागराज का चयन किया गया है। भारत सरकार से इस योजना के अन्तर्गत उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड एवं मध्यांचल क्षेत्र से एक-एक शहर को शामिल किये जाने का अनुरोध है। भारत सरकार ‘इण्डिया सेमी कन्डक्टर मिशन’ के अन्तर्गत भारत में सेमी कन्डक्टर एवं डिस्प्ले इको सिस्टम के विकास को विशेष प्राथमिकता दे रही है। भारत सरकार द्वारा दी जाने वाली वित्तीय सहायताओं एवं अन्य प्रोत्साहन के कारण इस सेक्टर की प्रमुख कम्पनियाँ भारत में इकाइयाँ स्थापित करने हेतु उत्सुक हैं। भारत सरकार से अनुरोध है कि उत्तर प्रदेश देश का एक प्रमुख सेमी कन्डक्टर हब है।
अतः इस क्षेत्र की शीर्ष व प्रतिष्ठित कम्पनियों को उत्तर प्रदेश में निवेश हेतु प्रेरित किया जाए। मंत्री नन्दी ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फाइव ट्रिलियन डॉलर इकोनॉमी बनाने के संकल्प को पूरा करने की दिशा में अपने सर्वोत्तम योगदान हेतु प्रतिबद्ध हैं।