Home Blog Page 910

प्रतापगढ़ के शिक्षक श्याम किशोर और मिर्ज़ापुर के रविकांत को “राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार”

  • केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024’ के लिए हुए चयनित
  • 05 सितंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में होंगे पुरस्कृत
  • पुरस्कार स्वरूप मिलेगा 50 हजार रुपये नगद, चांदी का मेडल और प्रमाण-पत्र
  • श्याम प्रकाश मौर्य ने 2022 में ऑनलाइन ग्रुप बनाकर पूरे जिले के बच्चों को राष्ट्रीय आय आधारित परीक्षा के लिए किया था प्रेरित
  • रविकांत द्विवेदी द्वारा बनाया गया ‘गणित का बगीचा’ काफी चर्चित है

लखनऊ: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार-2024’ के लिए देश भर से चयनित 50 शिक्षकों के नाम की घोषणा की गई है। इनमें उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ और मिर्जापुर के परिषदीय विद्यालयों के दो शिक्षक भी शामिल हैं। इन्हें शिक्षक दिवस के अवसर पर 05 सितंबर को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में पुरस्कृत किया जाएगा।

उत्तर प्रदेश से चयनित शिक्षकों में प्रतापगढ़ के मान्धाता ब्लॉक स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय मल्हूपुर के श्याम प्रकाश मौर्या और मिर्जापुर के प्राथमिक विद्यालय भगेसर के रविकांत द्विवेदी शामिल हैं। बता दें कि राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार के लिए चयनित इन दोनों शिक्षकों को 50-50 हजार रुपये नगद, चांदी का मेडल व प्रमाण-पत्र दिया जायेगा।

क्या है प्रतापगढ़ के शिक्षक श्याम प्रकाश मौर्य की उपलब्धि

राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए चयनित प्रतापगढ़ जनपद के मान्धाता विकासखण्ड के मल्हौरपुर स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक श्याम प्रकाश मौर्य द्वारा परिषदीय बच्चों को पीपीटी के माध्यम से पढ़ाई कराया जाता है। प्रोजेक्टर के माध्यम से आधुनिक तकनीकी का उपयोग करते हुए ये बच्चों को समझाते भी हैं। इन्होंने 2022 में ऑनलाइन एक ग्रुप बनाकर पूरे जिले के बच्चों को राष्ट्रीय आय आधारित परीक्षा के लिए प्रेरित किया था। इसमें 785 चयनित बच्चों को 03.76 करोड़ की छात्रवृत्ति मिल रही है।

मिर्ज़ापुर के शिक्षक रविकांत की उपलब्धि भी जानें

मिर्जापुर के भगेसर स्थित प्राथमिक विद्यालय में बतौर प्रधानाध्यापक अपनी सेवाएं अर्पित कर रहे रविकांत द्विवेदी द्वारा बनाया गया ‘गणित का बगीचा’ काफी चर्चित है। विद्यालय में बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा देने के लिए ये अनेक नई तकनीक का प्रयोग कर चुके हैं। इसमें गणित का बगीचा, डिजिटल क्लास आदि प्रमुख हैं।

इन्हें मिलता है राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार

बता दें यह पुरस्कार देशभर के उन शिक्षकों को दिया जाता है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और परिश्रम से विद्यालयी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है और अपने छात्रों के शैक्षिक व्यवहारिक जीवन को नैतिकता व मूल्यों से समृद्ध बनाया है।

इन प्रदेशों के शिक्षकों को भी ‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’

‘राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार’ पाने वालों में कुल 31 राज्यों में 4 केंद्रशासित और 27 राज्यों के 50 शिक्षक चयनित हुए हैं। जिन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के शिक्षक शामिल हैं, उनमें हिमांचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, उत्तराखंड, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक (बंग्लौर), उड़ीसा, पश्चिमी बंगाल, जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश, बिहार, अंडमान निकोबार, अरुणांचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, सिक्किम, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, असम, झारखंड, केरल, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, दिल्ली, हरियाणा, तमिलनाडु और महाराष्ट्र शामिल हैं।

LUCKNOW: प्रदेश में एक सितंबर से ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ मनाएगी योगी सरकार

  • ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ को लेकर बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरी कीं तैयारियां
  • एक सितंबर से 15 सितंबर तक मनाया जाएगा ‘स्वच्छता पखवाड़ा’
  • अलग-अलग तिथियों में होंगे अलग-अलग कार्यक्रम और गतिविधियां
  • एक सितंबर को परिषदीय विद्यालयों में ‘स्वच्छता शपथ’ का होगा आयोजन
  • छात्रों और शिक्षकों के अलावा सामुदायिक सहभागिता पर भी रहेगा जोर

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की पहचान को स्वच्छ प्रदेश के तौर पर स्थापित करने के लिए प्रयासरत योगी सरकार एक सितंबर से 15 सितंबर तक प्रदेश में ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ मनाने जा रही है। 15 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में परिषदीय विद्यालयों के बच्चों और शिक्षकों के साथ समुदाय के लोग भी सक्रिय रूप से हिस्सा लेंगे। इसको लेकर विभागीय स्तर पर तैयारियों को अंजाम दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ के पहले दिन ‘स्वच्छता शपथ’ दिलाई जाएगी, जिसमें छात्र, शिक्षक और स्टॉफ के साथ ही अन्य नागरिकों की भी सहभागिता होगी। शपथ दिलाने के बाद विद्यालयों में विभिन्न कार्यक्रम और गतिविधियां शुरू होंगी। निर्धारित कार्यक्रमों और गतिविधियों को अवकाश पड़ने की स्थिति में अगले दिन होने वाले कार्यक्रमों के साथ संपन्न कराया जाएगा।

अच्छी आदतों को अपनाने के लिए किया जाएगा प्रेरित

बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा ‘स्वच्छता पखवाड़ा’की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और प्रदेश के सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया गया है। ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ मनाने के लिए उन्हें कार्यक्रमों और गतिविधियों की सूची भी उपलब्ध कराई गई है। पखवाड़े के प्रथम सप्ताह में विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक होगी और इसमें स्वच्छता के संबंध में जानकारी दी जाएगी। बच्चों के माता-पिता और शिक्षकों के मध्य बैठक कर लोगों के बीच साफ-सफाई और हाथ धोने, मास्क का प्रयोग करने और सामाजिक दूरी के महत्व को बताया जाएगा। इन स्वच्छता संबंधी अच्छी आदतों को शिक्षक और छात्रों को विद्यालय और घर तथा समुदाय के लोगों को घर और कहीं बाहर होने की स्थिति में अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा।

‘स्वच्छता’ से जुड़ी प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन

प्रत्येक विद्यालय या शिक्षण संस्थान में बच्चों के पीने के लिए पानी की व्यवस्था और उपलब्धता से जुड़ी सुविधाओं तथा विद्यालय परिसर की स्वच्छता से संबंधित होने वाले कार्यों का भी मूल्यांकन होगा। मूल्यांकन की जिम्मेदारी विद्यालय के शिक्षक की होगी। मूल्यांकन करने वाला शिक्षक सुविधाओं की मरम्मत और रख-रखाव के लिए आवश्यकता के अनुसार प्रस्ताव तैयार करेगा और योजना भी बनाएगा। इस दौरान विद्यालयों में साफ-सुथरे परिसर और स्वच्छ शौचालय विषयक प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी। विद्यालय में सफाई और स्वच्छता की आदतों पर छात्रों के लिए निबंध, स्लोगन और कविता लेखन के अलावा पेंटिंग, भाषण, प्रश्नोत्तरी, मॉडल बनाने की प्रतियोगिताएं भी आयोजित की जाएंगी।

इन तिथियों में होंगे ये कार्यक्रम

  • 01 सितंबर को ‘स्वच्छता शपथ’
  • 02 और 03 सितंबर को ‘स्वच्छता जागरूकता दिवस’
  • 04 और 05 सितंबर को ‘सामुदायिक सहभागिता’
  • 06 सितंबर को ‘ग्रीन स्कूल मुहिम’
  • 07 और 08 सितंबर को ‘स्वच्छता प्रतिभागिता दिवस’
  • 09 और 10 सितंबर को ‘हाथ धुलाई दिवस’
  • 11 सितंबर को ‘व्यक्तिगत स्वच्छता दिवस’
  • 12 सितंबर को ‘स्वच्छ विद्यालय प्रदर्शनी दिवस’
  • 13 और 14 सितंबर को ‘स्वच्छता कार्य-कलाप दिवस’
  • 15 सितंबर को ‘पुरस्कार वितरण दिवस’

LUCKNOW: केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने बेसिक शिक्षा विभाग की समीक्षा कर जानी प्रगति

  • पीएमश्री और पीएम पोषण की हुई समीक्षा
  • विभाग के अद्यतन बजट से हुए अवगत, प्रीतिभोज जैसे कार्यक्रमों के आयोजन का दिया परामर्श
  • गोमतीनगर स्थित पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय पहुंच प्रदर्शनी का किया अवलोकन, बच्चों की प्रतिभा देख हुए गदगद
  • विभागीय अधिकारियों ने रसोइयों का मानदेय बढ़ाने का किया आग्रह

लखनऊ: भारत सरकार के कौशल विकास और उद्यमिता तथा शिक्षा राज्यमंत्री जयंत चौधरी ने मंगलवार को बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागीय समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने पीएमश्री और पीएम पोषण स्कीम के बारे में जानकारी ली और विभागीय अधिकारियों को प्रीतिभोज जैसे कार्यक्रमों को संचालित कर सरकार के प्रयास को अत्यधिक प्रभावी बनाने का परामर्श दिया। समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों ने भी अपनी बात रखते हुए रसोइयों का मानदेय बढ़ाने का आग्रह किया।

बता दें कि भारत सरकार के अपर सचिव विपिन कुमार ने सुबह विद्या समीक्षा केंद्र का दौरा कर उसकी कार्य प्रणाली को जाना। उन्होंने वीएसके के कामकाज के तरीके की सराहना की है। ज्ञातव्य हो कि लखनऊ स्थित वीएसके देश का दूसरा केंद्र है, इसके पहले अहमदाबाद (गुजरात) में वीएसके केंद्र स्थापित हुआ है।

मंत्री जयंत चौधरी एयरपोर्ट से सीधे गोमतीनगर स्थित पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय पहुंचे। यहाँ उन्होंने लगी एक प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं ने अपने द्वारा तैयार मॉडल प्रस्तुत कर रखा था। बच्चों से बात कर उनकी प्रतिभा जान, मंत्री जयंत चौधरी काफी गदगद दिखे। उन्होंने बच्चों का उत्साहवर्धन किया और निरन्तर प्रयास करते रहने की सलाह दी। मंत्री जयंत चौधरी ने यहाँ पौधरोपण कर वातावरण को शुद्ध बनाये रखने का संदेश दिया। पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम का हिस्सा बनने के बाद वे सीधे सचिवालय के लिए रवाना हो गये।

सचिवालय पहुंच मंत्री जयंत चौधरी ने भारत सरकार के अपर सचिव विपिन कुमार, प्रमुख सचिव बेसिक एम.के. शन्मुगा सुंदरम, महानिदेशक बेसिक शिक्षा कंचन वर्मा और शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार की डायरेक्टर प्रीति मीना के साथ विभागीय समीक्षा शुरू की। विभाग के अद्यतन बजट की जानकारी लेने के बाद उन्होंने पीएमश्री और पीएम पोषण स्कीम, इन हाउस किचन इत्यादि के बारे में अधिकारियों से बिंदुवार जानकारियां इकट्ठा की। राज्य में प्रथम दो चरणों में क्रमशः 925 तथा 782 विद्यालय पीएम श्री विधालय के रूप में चयनित किए गए हैं। समीक्षा के दौरान उन्होंने विद्यालयों में प्रीतिभोज जैसे कार्यक्रमों का आयोजन कर सरकार के प्रयासों को अत्यधिक प्रभावी बनाने की सलाह दी। उन्होंने दीक्षा, पीएम ई-विद्या कार्यक्रमों के लिए होने वाले प्रयासों के बारे में भी जाना। मंत्री ने नये डायट के निर्माण कार्यों हेतु डीपीआर बनाये जाने सम्बन्धी निर्देश भी सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्रालय,भारत सरकार स्तर से आईआईटी कानपुर में नई टेक्नॉलाजी के पठन पाठन के लिए समझौता किया गया है, उसका उपयोग भी किया जा सकता है। इस दौरान मंत्री जयंत चौधरी ने अधिकारियों को माध्यमिक विद्यालय के बच्चों को औद्योगिक अनुभव प्रदान करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए आईटीआई और पॉलिटेक्निक से समझौता किया जा सकता है। उन्होंने सभी स्कूलों में आईसीटी लैब स्थापित करने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने स्कूली बच्चों के बीच आलोचनात्मक और विश्लेषणात्मक सोच विकसित करने के प्रयास के लिए भी निर्देश दिये।

मंत्री जयंत चौधरी ने उत्तर प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में किए गए प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यूपी में ऑपरेशन कायाकल्प, प्रोजेक्ट अलंकार, प्रोजेक्ट प्रवीण, 57 जिलों में सीएम कंपोजिट स्कूलों की अवधारणा और 75 जिलों में प्रत्येक में सीएम अभ्युदय स्कूलों में होने वाली प्रगति बहुत अच्छी स्तर की है। उन्होंने कहा कि यह बहुत सुखद है कि परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को निपुण बनाने के बारे में विभाग एक रणनीति पर काम कर रहा है। इस दौरान उन्होंने कक्षाओं मे मूल्यांकन प्रेरणा तालिका के द्वारा किए जाने को भी सराहा।

सरोजनीनगर में भाजपा कार्यशाला का आयोजन: लिया गया भाजपा को विश्व का सबसे मजबूत संगठन बनाने का संकल्प

  • मंडल स्तरीय कार्यशाला में डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा राष्ट्र प्रथम की विचारधारा के साथ हर व्यक्ति भाजपा से जुड़ना चाहता है
  • उन्होंने कहा- बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ नरसंहार पर विपक्षी पार्टियों ने एक शब्द नहीं बोला
  • देश को खोखला करने वाली तुष्टिकरण और जातिवादी राजनीति के खिलाफ मजबूती से खड़ा है भाजपा का हर सिपाही
  • डॉ. राजेश्वर सिंह ने योगी के बयान का किया समर्थन, कहा आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए भाजपा संगठन को अभेद, अजेय बनाना जरुरी
  • जितना मजबूत होगा भाजपा संगठन, उतना ही मजबूत होगा देश
  • ⁠सदस्यता अभियान में सरोजनीनगर निभाएगा अग्रणी भूमिका

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी द्वारा संचालित सदस्यता अभियान-2024 के अंतर्गत मंगलवार को सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के सरोजनीनगर दक्षिण प्रथम की मंडल स्तरीय कार्यशाला का आयोजन क्वीन पैलेस हिंद नगर में किया गया। विधायक राजेश्वर सिंह ने सदस्यता अभियान कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा सदस्यों के आधार पर भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी है, जितना भाजपा संगठन मजबूत होगा उतना ही देश भी मजबूत होगा, इसलिए सदस्यता अभियान को सफल बनाना भावी पीढ़ी के उज्जवल भविष्य और देश के प्रति सभी कार्यकर्ताओं की अहम जिम्मेदारी है।

विधायक ने कार्यकार्ताओं में जोश का संचार करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की कविता पढ़ी, जहाँ कण कण में शंकर और बिंदु बिंदु में गंगाजल है, हम जियेंगे तो इसी के लिए मरेंगे तो इसी के लिए। विधायक ने आगे जोड़ा लखनऊ अटल बिहारी की कर्मभूमि है, इसलिए यहां के कार्यकर्ताओं का दायित्व है उनके बताये मार्ग पर चलते हुए लखनऊ में सदस्यता अभियान को देश भर में ऐतिहासिक बनाया जाए, विधायक ने अपनी विधानसभा का उल्लेख करते हुए आगे जोड़ा सरोजनीनगर सभी अभियानों में कीर्तिमान स्थापित करता है, सदस्यता अभियान में भी अग्रणी भूमिका निभाएगा।

डॉ.राजेश्वर सिंह ने कार्यकर्ताओं को उत्साहित करते हुए आगे जोड़ा कि भाजपा की विचारधारा राष्ट्रप्रथम की है, भाजपा कार्यकर्ताओं की सोच राष्ट्र के लिए सबकुछ समर्पित करने की है, इसलिए हर व्यक्ति भाजपा से जुड़ना चाहता है, उन्हें जिम्मेदारीपूर्वक भाजपा से जोड़ना है। विधायक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत के पडोसी देशों में जो कुछ हो रहा है वो चिंताजनक है। विरोधी दलों पर हमला करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि कांग्रेस धारा 370 बहाल करने की बात करने वाली पार्टियों के साथ है, सपा अयोध्या के चर्चित और दुखद बलात्कार घटना के आरोपियों के समर्थन में खड़ी है, किसी भी दल ने बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ हुई हिंसा पर एक शब्द भी नहीं बोला।

इस दौरान मूसलाधार बारिश के बीच कार्यशाला में आये कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा भाजपा कार्यकर्ताओं में पार्टी को मजबूत करने की सबसे ज्यादा इच्छाशक्ति है, सब पार्टी को मजबूत करना चाह रहे हैं। कार्यशाला में पूर्व सांसद मोहनलालगंज व पूर्व केन्द्रीय मंत्री कौशल किशोर, लखनऊ महानगर महामंत्री पुष्कर शुक्ला, मंडल अध्यक्ष के के श्रीवास्तव, महामंत्री रजनीश श्रीवास्तव एवं नीरज श्रीवास्तव, पूर्व मंडल अध्यक्ष आरपी भारद्वाज, राजेश गुप्ता, अनूप मिश्रा, पार्षद सौरभ सिंह मोनू, राम नरेश रावत, पूर्व पार्षद सर्वजीत सिंह एवं अन्य मंडल पदाधिकारी, मंडल मोर्चा अध्यक्ष, शक्ति केंद्र संयोजक एवं प्रभारी, वार्ड अध्यक्ष और बूथ अध्यक्ष मौजूद रहे।

लखनऊ: मायावती फिर से बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनी गईं

  • बीएसपी प्रमुख मायावती फिर बनीं राष्ट्रीय अध्यक्ष
  • मायावती ने मायावती को पुनः बहुजन समाज पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया
  • बसपा सुप्रीमो मायावती 2003 से हैं राष्ट्रीय अध्यक्ष

लखनऊ: बसपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बसपा सुप्रीमो मायावती को एक बार फिर से अगले 5 साल के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। पार्टी की तरफ से सतीश चंद्र मिश्रा ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा था, सभी राज्यों के प्रदेशाध्यक्षों ने सर्वसम्मति से मायावती को फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना।