TATA GROUP के स्वामित्व वाली AIR INDIA करेगी 3 सितम्बर के बाद से VISTARA का संचालन
3 सितंबर से VISTARA की टिकट बुकिंग हो रही है बंद
VISTARA ने शुक्रवार को जारी प्रेस रिलीज में मामले की पुष्टि करते हुए विस्तृत जानकारी दी
नई दिल्ली: एयरलाइन कंपनी विस्तारा अपने ब्रांड के तहत 11 नवंबर को आखिरी फ्लाइट को ऑपरेट करेगी। इसके बाद विस्तारा की सभी फ्लाइट एयर इंडिया के अंतर्गत संचालित होंगी।विस्तारा ने शुक्रवार को प्रेस रिलीज में कहा- 3 सितंबर 2024 के बाद पैसेंजर्स विस्तारा की फ्लाइट की बुकिंग नहीं कर पाएंगे। कंपनी की सभी सेवाएं एयर इंडिया की वेबसाइट पर मिलेगी।
सरकार ने एयर इंडिया-विस्तारा मर्जर के हिस्से के रूप में सिंगापुर एयरलाइंस के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को अपनी मंजूरी दे दी है। विस्तारा, टाटा समूह और सिंगापुर एयरलाइंस का ज्वाइंट वेंचर है। एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा ग्रुप के पास है।।
वाराणसी: जिला न्यायालय में पेशी पर आया एक कैदी हथकड़ी तोड़कर फरार हो गया। कोर्ट के गेट पर एक सिपाही ने उसे रोकने का प्रयास किया, तो उसे धक्का देकर गिरा दिया। हालांकि सिपाही ने दौड़कर उसका पीछा किया, लेकिन सफल नहीं हो पाया।
भीड़ का फायदा उठाकर कैदी कहीं छिप गया। इसके बाद वह कहीं नजर ही नहीं आया। घटना की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। CCTV फूटेज खंगाले गये। पूरे जनपद में अलर्ट जारी किया गया है। 15 थानों में चेकिंग और तलाशी अभियान चल रहा है।
प्रकरण के मुताबिक, रामनगर के रहने वाले अम्बरीश कुमार सिंह ने 26 अगस्त को थाने में FIR दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने बड़ागांव के रहने वाले महफूज अहमद (23) पर मोबाइल और सोने की चेन चोरी करने का आरोप लगाया था। उन्होंने बताया था कि वह अपने रूम में रात में सोये थे, तभी रात 2:30 बजे दो चोर दीवार फांदकर आए और कमरे में से उनका मोबाइल और सोने की चैन समेत कैश लेकर फरार हो गये। पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया था। इसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल के बाद आरोपी महफूज को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद सिपाही सुधाकर सिंह उसे पेशी पर लेकर वाराणसी कोर्ट आया था। उसको ACJM कोर्ट में वर्तिका शुभानंद के समक्ष पेश किया जाना था, पेशी की पुकार होने पर सिपाही सुधाकर सिंह ने कोर्ट के लॉकअप से निकालकर महफूज को कोर्ट नंबर-7 तक पहुंचाया, इस दौरान गमछे के अंदर महफूज अपनी हथकड़ी को निकालने की कोशिश में करता रहा। कोर्ट के गेट पर घुसते ही उसने हथकड़ी खोल ली। सिपाही को अंदर धक्का देते हुए भाग निकला।
वाराणसी जिला एवं सत्र न्यायालय से चोरी के आरोपी के फरार होते ही वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट में अफरा-तफरी मच गई। कंट्रोल रूम की सूचना पर अधिकारी भी मौके पर पहुंचे। DCP और ADCP समेत कई अधिकारियों ने कोर्ट में निरीक्षण किया। बड़ागांव पुलिस को आरोपी के घर और करीबियों पर निगरानी करने में लगाया गया है।
संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। कोर्ट पहुंचे अधिकारियों ने पेशी पर लाने वाले सिपाही सुधाकर सिंह से भी पूछताछ की। हालांकि, अभी उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक स्व. बालकृष्णजी के स्मरण में गोमतीनगर के विशाल खण्ड स्थित सीएमएस स्कूल के सभागार में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
लखनऊ: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख एवं पूर्व प्रांत प्रचारक (अवध प्रांत) स्व. बालकृष्णजी के स्मरण में गोमतीनगर के विशाल खण्ड स्थित सीएमएस स्कूल के सभागार में बुधवार की शाम 5 बजे श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इसमें संघ के राष्ट्रीय स्तर के प्रचारकों सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत स्वयंसेवकों ने उपस्थित होकर अपनी भावांजलि अर्पित की। बुधवार की सुबह राजेंद्रनगर स्थित भारती भवन में उनकी आत्मिक शांति हेतु शांति पाठ एवं हवन कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया था। इस अवसर पर उपस्थित समस्त अतिथियों ने कहा कि बालकृष्णजी जीवन पर्यन्त स्वयंसेवकों को निखार कर उन्हें देशसेवा के लिए प्रेरित करने का कार्य करते रहे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचारक का पूरा जीवन एक कठिन परीक्षा को जीने के समान है। अविवाहित रहते हुए वे राष्ट्रसेवा के लिये अपना घर-बार त्याग देते हैं। वे बिना पीला वस्त्र धारण किये ही सनातन धर्म एवं संस्कृति की रक्षा करते हैं। प्रचारक का यही धर्म श्रेष्ठता से निभाने वाले वरिष्ठ प्रचारक बालकृष्णजी उपाख्य बालजी अब गोलोकवासी हो चुके हैं। उन्होंने 20 अगस्त, 2024 को अपना नश्वर शरीर त्याग दिया था। वे संघ में विभिन्न पदों पर रहते हुए राष्ट्रनिर्माण में अहम भूमिका निभाते रहे। बालकृष्ण जी पांच भाइयों में दूसरे क्रम पर 5 मार्च, 1937 को जन्मे थे। उनका पैतृक निवास कानपुर देहात की बिल्हौर तहसील के शिवराजपुर ब्लॉक के कंठीपुर ग्राम पंचायत में था। 87 बसंत देखने वाले बालजी ने कानपुर के तत्कालीन विभाग प्रचारक स्व. अशोक सिंहल जी की प्रेरणा से नौकरी छोड़कर वर्ष 1962 में संघ का प्रचारक बनने का संकल्प लिया था। इसके बाद वे तहसील प्रचारक बिल्हौर, नगर प्रचारक कानपुर, जिला प्रचारक, विभाग प्रचारक, प्रांत शारीरिक प्रमुख, सह प्रांत प्रचारक, प्रांत प्रचारक अवध प्रांत, संयुक्त क्षेत्र सम्पर्क प्रमुख, उ.प्र. व उत्तराखंड तथा अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख आदि दायित्वों पर रहे। आपातकाल के समय कानपुर में भूमिगत होकर सक्रिय रूप से काम किया। वर्तमान में उनका केन्द्र लखनऊ स्थित भारती भवन में था। इस अवसर पर अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन जी, अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रेम कुमार जी, सह क्षेत्र प्रचार प्रमुख पूरब क्षेत्र मनोजकान्त जी, वरिष्ठ प्रचारक रामजी भाई, क्षेत्र बौद्धिक प्रमुख मिथिलेश जी, अवध क्षेत्र के प्रान्त प्रचारक कौशल जी सहित मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह सहित संघ के कई दायित्वधारी कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
श्रद्धासुमन अर्पित करते हुये स्वांत रंजन जी ने कहा
आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वान्त रंजन जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि माननीय बालजी के साथ लम्बे समय तक रहने का मुझे अवसर मिला। मैं उनको लेकर वाराणसी और लखनऊ के चौक की गलियों में स्कूटर से संघ की शाखाओं में जाया करता था। गलती होने पर वे डॉंटते थे मगर उनकी डॉंट में भी अथाह प्रेम होता था। वे स्वयंसेवकों के लिये जितने कोमल हृदय के थे, उतने ही स्वयं के प्रति कठोर। वे शारीरिक के साथ ही उत्कृष्ट घोष वादक भी थे। उनमें देश के प्रति समर्पण का भाव कूट-कूटकर भरा था।
उत्तरप्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए कहा कि बालकृष्णजी का जीवन देश के लिए समर्पित रहा। विपरीत परिस्थितियों में भी उन्होंने अपने आदर्शों से समझौता नहीं किया। उनका जीवन सिद्धांतों के प्रति अडिग रहे। ऐसे महापुरुष को श्रद्धापूर्वक नमन करता हूँ।
वरिष्ठ पत्रकार एवं लेखक नरेन्द्र भदौरिया ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद कहा कि वे परिस्थितियों को हराकर आदर्शों पर जीना पसंद करते थे। प्रचारक स्वयंसेवकों को गढ़ने का कार्य करते हैं। प्रचारकों के सम्पर्क में रहकर ही वे पारस पत्थर सा स्पर्श पाकर स्वर्ण से निखर जाते हैं। 1972 में मैं उनके सम्पर्क में आया। स्वयंसेवकों को निखारने वालों में बालकृष्णजी का जीवन अनूठा रहा है। वे स्वयंसेवकों की सहायता और उनकी चिंता के लिये सदैव तत्पर रहते थे।
आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक ओमपाल जी ने श्रद्धांजलि देने के बाद कहा कि मृत्यु, जीवन का उत्तर है। मनुष्य की जीवन यात्रा एक प्रश्न है। आरएसएस की यात्रा में कई प्रचारक निकले। प्रचारक बनने से पूर्व मन में कई सवाल उठते हैं। बालजी ऐसे ही न जाने कितने स्वयंसेवकों के लिए उत्तर बने। उनका स्वभाव नारियल जैसा था। उनका जीवन सबके लिये आदर्श है।
एकल अभियान के माधवेन्द्र जी ने श्रद्धा सुमन अर्पित कर कहा कि मैं महानगर का शारीरिक प्रमुख होता था। संघ में ध्वज का रोपण और रोहण करने का कार्य मुझे सौंपा गया था। इस काम को करने में प्रयोग में लाई जाने वाली बारीकियों को उन्होंने ही मुझे सिखाया। वे गलती देखने के बाद उसे उसी वक्त सुधार करवाते थे। वे हर स्वयंसेवक का ध्यान रखते थे। वे उनके सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं तक पर चर्चा करते थे। उसका समाधान करते थे। वे सबकी बहुत चिंता करते थे।
उत्तरप्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री डॉ०दिनेश शर्मा ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व.बालकृष्णजी हर स्वयंसेवक के घर और उनके चूल्हे तक की चिंता किया करते थे। मेरे पिताजी के साथ उनका लम्बा सानिध्य रहा। उनकी बीमारी की अवस्था में एक बार मैं उनसे मिलने गया। मैंने उन्हें ढाँँढस देने का प्रयास किया। इस पर वह मुस्काते हुए बोले, ‘न तो मैं डॉक्टर की दवा से ठीक होऊँगा और न ही आपकी सांत्वना से। विधि का जो विधान होगा, उसे सबको जीना ही होगा।’ आदरणीय बालजी इस तरह जीते थे। उन्होंने हजारों स्वयंसेवकों को प्रेरणा देने का कार्य किया है।
आरएसएस के क्षेत्र कार्यकारिणी सदस्य राम जी ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि दुनिया में आकर लोग मोह माया में उलझ जाते हैं। मगर बाली ने मोह-माया पर विजय प्राप्त कर ली थी। वे संघ कार्यालय की चाय तक नहीं पीते थे। उनके कप के नीचे चवन्नी रखी होती थी। वे कहते थे कि गुरु दक्षिणा की चाय पीकर उसका दुरुपयोग नहीं करना चाहिये। एक बार मैंने बैठक में प्रचारकों के जीवन बीमा होने की बात कही तो उन्होंने कहा कि समाज हमारी हर जरूरतें पूरी कर देता है। यही हमारा सबसे बड़ा जीवन बीमा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेविका समिति की शशी जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रचारक का कार्य समाज के हर व्यक्ति को राष्ट्र निर्माण के कार्य से जोड़ना होता है। वे ऐसे ही प्रचारक थे। वे जिसके भी घर भोजन के लिए जाते वहॉं की माातृशक्तियों को देश और समाज के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करते। उन्हें समस्त राष्ट्रीय स्वयंसेविकाओं की ओर नमन है।
राष्ट्रधर्म के सर्वेश जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वर्ष 1968 में मेरी उनसे भेंट हुई। वे मजदूरों के लिये कुछ न कुछ करने के लिए प्रेरित करते रहते थे। वे स्वयंसेवकों के लिए सदैव समर्पित रहते थे। स्वसंवकों की कोई भी समस्या सुनकर वह उसका तुरन्त ही निदान किया करते थे।
सह प्रांत संघ चालक आरएसएस सुमित खरे जी ने कहा कि बालकृष्ण जी एक मूर्तिकार की तरह पत्थर में आवश्यक छँटनी करके मूर्ति बनाने अर्थात स्वयंसेवकों को तराशने का कार्य किया करते थे। हम भाग्यशाली हैं जो उनकी छेनी-हथौड़ी हम पर भी पड़ी। उन्होंने बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों को राह दिखाने का कार्य किया है।
आरएसएस के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य प्रेम जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वह एक अनुभवी प्रचारक थे। उनका जीवन बेदाग था। अहंकार उन्हें छू तक नहीं सका। साथ ही, संघ के आर्थिकी का अंकेक्षण करते समय वे पाई-पाई का हिसाब करते थे। वे हर हिसाब को बारीकी से खूंगालते थे ताकि कहीं कोई हानि न हो। आज भले ही हम उन्हें श्रद्धांजलि देने आए हैं लेकिन हम उनके जीवन से प्रेरणा भी पा रहे हैं।
आरएसएस के क्षेत्रीय शारीरिक प्रमुख अखिलेश जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि बालजी की योजनाएं बहुत अच्छी होती थीं। वह हर स्वयंसेवक को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे। उन्हें उपयोगी और उचित सलाह दिया करते थे। उन्होंने मेरा भी मार्गदर्शन किया था।
विद्या भारती के जय प्रताप जी ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जीवन की कई दुविधाओं को पार करके कोई प्रचारक बनता है। बालजी एक आदर्श प्रचारक थे। हम सबको उनके जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिये। उनके दिखाये मार्ग पर चलकर हमें राष्ट्र के लिये कुछ करने का संकल्प लेना चाहिये।
लखनऊ की पूर्व मेयर संयुक्ता भाटिया जी ने भी अपार दुःख व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि वे जब भी कहीं मिलते तो परिवार के वरिष्ठ सदस्य की तरह व्यवहार करते। गलती होने पर डॉंटते और उसे सुधारने की सलाह देते। एक पल के लिए भी ऐसा नहीं लगता था कि किसी वरिष्ठ प्रचारक से भेंट हो रही है।
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह बुधवार को खैर विधानसभा में सीएम योगी के साथ जनपद स्तरीय वृहद रोजगार मेला के कार्यक्रम में सम्मलित हुए
बोले बेसिक शिक्षा मंत्री- भाजपा ने किया बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को सम्मान देने का कार्य
बेसिक शिक्षा मंत्री बोले- संविधान की रक्षा सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही कर सकती है
अलीगढ़/लखनऊ: बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि भाजपा के पास विकास का मजबूत एजेंडा है। वहीं सपा और इंडी गठबंधन एवं समूचे विपक्ष के पास विनाशकारी प्रोपेगेंडा है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को सम्मान देने और उनके द्वारा बनाए गए संविधान की रक्षा सिर्फ और सिर्फ भाजपा ही कर सकती है। मंत्री संदीप ने कहा कि हमारी इस युवा को पीढ़ी को दिशा देने के लिए मुख्यमंत्री योगी यहां उपस्थित हैं। उन्होंने कहा कि सीएम योगी के विजन का नतीजा है कि आज उत्तर प्रदेश का युवा अपने भविष्य को सुरक्षित महसूस कर रहा है।
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह बुधवार को खैर विधानसभा में सीएम योगी के साथ जनपद स्तरीय वृहद रोजगार मेला के कार्यक्रम में सम्मलित हुए। कार्यक्रम में सीएम योगी ने पांच हजार से ज्यादा युवाओं को नियुक्ति पत्र एवं 705 करोड़ रुपए की 305 परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास किया। इस दौरान बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि प्रदेश का यह पांचवां रोजगार मेला का कार्यक्रम है। इन मेलों के माध्यम से अब तक 15 हजार से अधिक युवाओं को रोजगार प्राप्त हो चुका है।
बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह कहा कि पिछले साढ़े सात वर्ष में योगी सरकार साढ़े छह लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दे चुकी है। साथ ही 3.75 युवाओं को संविदा के माध्यम से नौकरी से जोड़ा गया है। वहीं प्रदेश के 2 करोड़ युवाओं को निजी क्षेत्र में नौकरी/रोजगार प्राप्त हुआ है। बेसिक शिक्षा मंत्री ने कहा कि अलीगढ़ क्षेत्र को विकास की योजनाएं निरंतर हो रही हैं और ये श्रृंखला लगातार बरकरार रहेगी।
1500 से अधिक छात्र-छात्राओं को मिला टैबलेट/स्मार्टफोन
कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत चयनित पत्रों एवं एमएसएमई को 35 करोड़ से अधिक का ऋण वितरण, स्वामी विवेकानंद युवा सशक्तीकरण योजना के अंतर्गत 1500 से अधिक छात्र-छात्राओं को टैबलेट/स्मार्टफोन वितरित किया गया।
1.08 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा लोन दिया जा चुका
योगी सरकार विगत साढ़े सात वर्ष में निजी क्षेत्र/एमएसएमई के अंतर्गत रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसके अलावा प्रधानमंत्री योजना, मुद्रा योजना, स्टार्टअप, ओडीओपी, एमएसएमई और मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत क्षेत्र प्रदेश के युवाओं को 1.08 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का लोन उपलब्ध कराया गया है। कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ गन्ना विकास मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, कौशल विकास एवं व्यवसायिक शिक्षा मंत्री कपिल देव अग्रवाल, सांसद सतीश गौतम, अनूप प्रधान, विधायक जयवीर सिंह, रविंद्र पाल सिंह, राजकुमार सहयोगी, अनिल प्रसार एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।
कृषि राज्यमंत्री तथा मुख्यमंत्री सलाहकार भी रहे दौरे में शामिल
कृषि क्षेत्र में नवाचार अपनाने के लिए किये जायेंगे विविध प्रयास
धान, मोटा अनाज तथा बीज उत्पादन के लिए वैज्ञानिकों से किया गम्भीर विचार मंथन
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर तथा अन्नदाताओं की आमदनी की प्रचुर संभावनाओं को बढ़ाने के उद्देश्य से कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख, माननीय मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी और के.वी.राजू के द्वारा हैदराबाद (तेलंगाना) में सीड पार्क, भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान तथा भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान के श्री अन्न अनुसंधान संस्थान का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उनके साथ प्रदेश कृषि विभाग के उच्चाधिकारी भी उपस्थित रहे।
भारतीय चावल अनुसंधान संस्थान, राजेंद्रनगर में वहाँ के वैज्ञानिकों के साथ धान की उत्पादकता बढ़ाने हेतु मौसम प्रतिरोधी, जल जमाव तथा कम पानी में होने वाले वेराइटी को विकसित किये जाने पर चर्चा की। इसके अतिरिक्त कुपोषण के समाधान के दृष्टि से जिंक, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से युक्त (फ़ोर्टिफ़ाइड) बीज की वेराइटी निकालने और उत्तर प्रदेश में अपने नालेज और टेक्नोलॉजी के प्रसार के दृष्टि से परस्पर सहयोग करने के लिए आग्रह किया। उनसे समय सीमा में इस प्रस्ताव के लिए एमओयू किया जाय, जिससे धान के उत्पादन में भी उत्तर प्रदेश अग्रणी भूमिका अदा कर सके।
हैदराबाद (तेलंगाना) में भ्रमण के उपरान्त कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- भारतीय श्री अन्न अनुसंधान संस्थान वैश्विक श्री अन्न उत्कृष्टता केन्द्र और उनके शोध प्रक्षेत्र का भ्रमण कर संस्थान में मिलेट्स पर हो रहे कार्यों की जानकारी प्राप्त किया। इसके साथ उसके प्रसंस्करण इकाई, स्टार्टअप केन्द्र तथा इनक्यूबेशन सेन्टर में भ्रमण कर श्री अन्न के प्रसंस्करण, पैकेजिंग व्यवस्था और उत्पादों के निर्माण की जानकारी प्राप्त की। उत्तर प्रदेश में इनका एक उप केन्द्र खोलने तथा नालेज और टेक्नोलॉजी पार्टनर के रूप में सहयोग करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार और प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय के साथ परस्पर सहयोग हेतु डवन करने पर सहमति बनी। आगामी ख़रीफ़ सीजन की उत्पादकता बढ़ाने और मोटे अनाजों के आच्छादन क्षेत्र को बढ़ाये जाने के लिए ज्वार, सांवा, कोदो, कंगनी, काकुन, और चीना के बीज अभी से बुक कर उत्तर प्रदेश को उपलब्ध कराया जा सके इस पर चर्चा की गयी। कृषि राज्यमंत्री श्री बलदेव सिंह औलख ने भी अपने सुझाव रखे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की विशाल आबादी को देखते हुए मोटा अनाज एवं चावल का उत्पादन बढ़ाने के क्षेत्र में आज के भ्रमण का अनुभव कृषि क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा।
मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी तथा के0वी0 राजू ने अपने सुझाव में कहा कि प्रतिकूल मौसम में भी धान की अच्छी पैदावार कैसे ली जाये इस पर भी चावल के शोध में लगे हुए वैज्ञानिकों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने उत्तर प्रदेश को चावल तथा मोटे अनाज के उत्पादन के क्षेत्र में नवाचार अपनाने पर भी जोर दिया। इसके साथ ही मोटे अनाजों की प्राकृतिक खेती में किसानों को आय के अधिक अवसर सृजित करने पर चर्चा की।
इस दौरान प्रमुख सचिव कृषि श्री रविंद्र सिंह, निदेशक कृषि जितेंद्र तोमर, उत्तर प्रदेश बीज प्रमाणीकरण के निदेशक एस.बी. सिंह, अपर निदेशक बीज/परिक्षेत्र अरविंद कुमार सिंह, उपनिदेशक कृषि बीज एवं प्रक्षेत्र ए.के. श्रीवास्तव, पूर्व निदेशक कृषि बीपी सिंह, नोजीवीडू सीड कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के.प्रवीण कुमार, श्री राम सीड कंपनी के एम.डी. राम बाबूजी, कावेरी सीड कंपनी के सप्लाई चैन के हेड एस.पी.राव, उपस्थित रहे।