
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिए कानून व्यवस्था और राजस्व मामलों में सुधार के सख्त निर्देश
- जनसुनवाई को प्राथमिकता: मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि जनसुनवाई को प्रभावी बनाया जाए। शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का समाधान उनकी संतुष्टि के अनुसार किया जाए।
- पर्यावरण संरक्षण: पराली प्रबंधन और पर्यावरण सुरक्षा को लेकर सभी जिलों को जिम्मेदारी के साथ काम करने के निर्देश।
- रैन बसेरों की व्यवस्था: सर्दियों के मद्देनजर रैन बसेरों का प्रबंधन सुनिश्चित किया जाए और सड़कों पर सोने वाले लोगों को वहां पहुंचाया जाए।
- राजस्व मामलों का त्वरित निस्तारण: लंबित राजस्व वादों को मिशन मोड में समयबद्ध रूप से हल करने का निर्देश।
- संभल में सख्त कार्रवाई: अराजकता फैलाने वालों की पहचान कर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित।
- महाकुंभ 2025 की तैयारी: 40-45 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना, स्वच्छ और सुरक्षित आयोजन पर जोर।
- अवैध अतिक्रमण पर सख्ती: सड़कों और सार्वजनिक स्थानों को अतिक्रमण मुक्त बनाने का निर्देश।
- सर्दियों में रैन बसेरों की व्यवस्था: सड़कों पर सोने वाले लोगों को रैन बसेरों तक पहुंचाने और कंबल वितरण सुनिश्चित।

लखनऊ, 04 दिसम्बर 2024: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रदेश में कानून व्यवस्था और राजस्व मामलों की स्थिति को लेकर एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से हुई इस बैठक में सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, रेंज आईजी, एडीजी, और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने प्रदेश की जनता से जुड़े मामलों को शीर्ष प्राथमिकता देने और असंतोषजनक प्रदर्शन वाले अधिकारियों की जवाबदेही तय करने पर जोर दिया।
राजस्व मामलों में सुधार के लिए मिशन मोड पर जोर

मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रदेश में राजस्व वादों, नामांतरण, लैंडयूज, वरासत, और अन्य संबंधित प्रकरणों का निस्तारण तय समय सीमा के भीतर किया जाए। उन्होंने कहा कि इन मामलों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिलाधिकारी और मंडलायुक्त नियमित रूप से इन प्रकरणों की समीक्षा करें और लंबित मामलों की सूची तैयार कर त्वरित समाधान सुनिश्चित करें। साथ ही, मिथ्या रिपोर्ट देने वाले अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी से जुड़े इन मुद्दों में न्याय की उम्मीद सबसे महत्वपूर्ण है, इसलिए इनमें पारदर्शिता और समयबद्धता अत्यंत आवश्यक है।
सम्पूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस को प्रभावी बनाने के निर्देश

मुख्यमंत्री ने सम्पूर्ण समाधान दिवस और थाना दिवस के दौरान आने वाली शिकायतों पर विशेष ध्यान देने को कहा। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य जनता की समस्याओं का समाधान करना है, लेकिन फीडबैक में कई स्थानों पर असंतोषजनक प्रदर्शन की रिपोर्ट सामने आई। मुख्यमंत्री ने ऐसे जिलों, मंडलों और तहसीलों के अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा और शिकायतों के संतोषजनक निस्तारण को अधिकारियों के प्रदर्शन का मानक बताया।
संभल में अराजकता फैलाने वालों पर सख्त रुख
हाल ही में संभल जिले में हुई अराजक घटनाओं का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों की पहचान कर उनके पोस्टर सार्वजनिक स्थलों पर लगाए जाएं। नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से कराई जाए और सघन सर्च अभियान चलाकर सभी दोषियों को पकड़ने का कार्य सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में किसी भी प्रकार की अराजकता या उपद्रव को सहन नहीं किया जाएगा।
अवैध अतिक्रमण के खिलाफ अभियान तेज करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर हो रहे अवैध अतिक्रमण को गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि सड़कें आवागमन के लिए हैं, न कि निजी कब्जों या व्यवसायिक उपयोग के लिए। जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया गया कि अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करें और सुनिश्चित करें कि प्रदेश में कहीं भी यातायात बाधित न हो। साथ ही, नगर निगम और ग्राम पंचायतों को भी निर्देश दिया गया कि वे इस दिशा में प्रभावी कदम उठाएं।
महाकुंभ 2025 की तैयारी को लेकर विशेष निर्देश
प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 की तैयारियों पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने इसे एक स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित आयोजन बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस बार महाकुंभ में 40-45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिससे सुरक्षा और व्यवस्था का विशेष ध्यान रखना होगा।
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ को सिंगल यूज प्लास्टिक मुक्त बनाने के निर्देश दिए और कहा कि पर्यावरण संरक्षण के उपायों को प्राथमिकता दी जाए। श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा सुनिश्चित करने के लिए जिलों में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। प्रयागराज के आसपास के जिलों को भी महाकुंभ की तैयारियों में सहयोग करने का निर्देश दिया गया।
6 दिसंबर को महापरिनिर्वाण दिवस पर सतर्कता के निर्देश
बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने जिलों में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस दिन कई संगठनों द्वारा जुलूस और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ऐसे में कानून-व्यवस्था बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो, इसके लिए सभी जिलों में सेक्टर प्रणाली लागू की जाए।
शांति और सौहार्द बनाए रखने पर बल
25 दिसंबर को अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती ‘सुशासन दिवस’ के साथ-साथ क्रिसमस का भी पर्व है। इसके बाद नववर्ष की शुरुआत होगी। मुख्यमंत्री ने इन अवसरों पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उल्लास मनाते समय कानून-व्यवस्था का पालन अनिवार्य है। धर्मस्थलों पर लाउडस्पीकर और डीजे के मानकों का सख्ती से पालन हो और निर्धारित समय के बाद इनका उपयोग न हो।