
- उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ 2025 के प्रचार-प्रसार के लिए गुजरात के दौरे का आयोजन किया।
- नगर विकास मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और राज्यमंत्री कपिल देव अग्रवाल गुजरात में महाकुंभ का आमंत्रण देंगे।
- मंत्रीगण गुजरात के राज्यपाल और मुख्यमंत्री से मुलाकात कर महाकुंभ में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेंगे।
- मंत्रीगण महाकुंभ के महत्व पर रोड शो और प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेंगे।
- योगी सरकार की पहल महाकुंभ को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में है।
लखनऊ, 05 दिसम्बर 2024: प्रयागराज में आयोजित होने वाला महाकुंभ 2025, जिसे एक दिव्य और भव्य धार्मिक आयोजन के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, अपनी तैयारियों के अंतिम चरण में पहुंच चुका है। यह महाकुंभ भारतीय संस्कृति, धार्मिक परंपराओं और आध्यात्मिकता का अद्वितीय संगम होने जा रहा है। इसे एक वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश सरकार इस आयोजन की भव्यता, धार्मिक महत्ता और सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित करने के साथ-साथ, इसमे अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालुओं को सम्मिलित करने के लिए काम कर रही है।
महाकुंभ 2025 का उद्देश्य न केवल देशभर में, बल्कि विश्वभर में भारतीय संस्कृति और धर्म की गहरी छाप छोड़ना है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने विभिन्न राज्यों में कार्यक्रमों का आयोजन किया है, ताकि महाकुंभ की महत्ता को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। इस पहल के अंतर्गत, उत्तर प्रदेश के नगर विकास और ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल को गुजरात राज्य भेजने का निर्णय लिया गया है।
यह दोनों मंत्रीगण गुजरात के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और अन्य प्रमुख शख्सियतों से मुलाकात करेंगे और उन्हें महाकुंभ 2025 में शामिल होने के लिए आमंत्रित करेंगे। इस दौरान वे गुजरातवासियों को भी इस महान आयोजन का हिस्सा बनने के लिए प्रेरित करेंगे। मंत्रीगण महाकुंभ के महत्व, इसके धार्मिक और सांस्कृतिक पहलुओं के बारे में जानकारी प्रदान करने के साथ ही, महाकुंभ की गतिविधियों को लेकर विस्तृत साहित्य और आमंत्रण पत्र भी वितरित करेंगे। इसके अलावा, वे गुजरात में रोड शो करेंगे और महाकुंभ की ऐतिहासिक महत्ता, उसकी धार्मिक-सांस्कृतिक विशेषताओं और इसकी अंतरराष्ट्रीय पहचान को उजागर करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन करेंगे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से योगी सरकार का उद्देश्य महाकुंभ 2025 को केवल भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया भर में एक प्रमुख धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजन के रूप में प्रस्तुत करना है। इस पहल के जरिए महाकुंभ को एक वैश्विक पहचान मिल सकती है, और यह भारतीय धार्मिकता, संस्कृति और परंपराओं को संपूर्ण विश्व में पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण मंच बन सकता है।
महाकुंभ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को उजागर करने की दिशा में यह कदम योगी सरकार के विकास और संस्कृति को प्रमोट करने के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण साबित होगा। यह न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए एक गर्व की बात होगी जब महाकुंभ 2025 दुनिया भर में भारतीय धर्म और संस्कृति का प्रतीक बनेगा।