HomeDaily Newsअनुरागिनी संस्था की पहल: बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता संगोष्ठी आयोजित

अनुरागिनी संस्था की पहल: बाल विवाह के खिलाफ जागरूकता संगोष्ठी आयोजित

  • बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक समस्या: डॉ. शुचिता चतुर्वेदी
  • बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा हमारी नैतिक जिम्मेदारी: जयति श्रीवास्तव

कालपी (जालौन), 15 दिसम्बर 2024: अनुरागिनी संस्था ने जालौन जिले के छौक कालपी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में जिला प्रशासन के सहयोग से “बाल विवाह निषेध जागरूकता संगोष्ठी” का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में व्याप्त बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करना और बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।

कार्यक्रम की शुरुआत:

कार्यक्रम का शुभारंभ उत्तर प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य डॉ. शुचिता चतुर्वेदी और यूपीसीएलडीएफ की वाइस चेयरमैन जयति श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलन कर किया।

डॉ. शुचिता चतुर्वेदी ने अपने संबोधन में कहा:

“बाल विवाह एक गंभीर सामाजिक समस्या है, जो बच्चों के भविष्य को अंधकारमय बनाती है। यह न केवल उनके शारीरिक और मानसिक विकास में बाधा उत्पन्न करती है, बल्कि उनके अधिकारों का भी हनन करती है। जागरूकता ही इस कुप्रथा को समाप्त करने का पहला कदम है।”

यूपीसीएलडीएफ की वाइस चेयरमैन जयति श्रीवास्तव ने कहा:

“बाल विवाह रोकने के लिए हर बच्चे और अभिभावक तक सरकारी योजनाओं और हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी पहुंचाना आवश्यक है। बच्चों के अधिकारों की रक्षा करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।”

लघु नाटक के माध्यम से जागरूकता फैलाई गई

विद्यालय की छात्राओं ने दीपा, रीमा, रिया, साम्य, सेजल, मानसी, प्रांजल, दिव्यांशी और मोहिनी के नेतृत्व में एक लघु नाटक प्रस्तुत किया। इस नाटक में बाल विवाह के दुष्प्रभाव और इसे रोकने के उपायों को प्रभावी तरीके से दर्शाया गया।

छात्राओं को गुड टच और बैड टच की जानकारी भी दी गई, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

संस्था के अध्यक्ष का संदेश:

अनुरागिनी संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण सिंह ने कहा:

“बाल विवाह बच्चों के स्वास्थ्य, शिक्षा और आत्मनिर्भरता पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। अनुरागिनी संस्था इस कुप्रथा को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।”

विशेष सहभागिता:

कार्यक्रम में जिला समन्वयक (कस्तूरबा विद्यालय) श्याम जी गुप्ता ने कहा कि बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयास अत्यंत आवश्यक है।

इस संगोष्ठी में कई गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिनमें शामिल थे:
• जिला केंद्रीय सहकारी उपभोक्ता जालौन के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह राजावत
• क्रय विक्रय सहकारी समिति के उपसभापति उदय प्रताप सिंह
• कालपी सहकारी संघ के निदेशक रविंद्र सिंह
• संस्था के उपाध्यक्ष बृजेश कश्यप
• समन्वयक राहुल सामदिया

अतिथियों का स्वागत और कार्यक्रम संचालन:

विद्यालय की वार्डन रेवती कुमारी, पूजा भदौरिया, कुसुम लता, और मधुबाला चतुर्वेदी ने अतिथियों का स्वागत किया। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका पूजा श्रीवास्तव ने किया।

संगोष्ठी का उद्देश्य:

इस जागरूकता संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह के दुष्प्रभावों को उजागर करना, बच्चों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और बालिकाओं को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाना था।

अनुरागिनी संस्था और जिला प्रशासन का यह प्रयास समाज में बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जागरूकता के माध्यम से बच्चों को उनके अधिकारों और सुरक्षा के प्रति शिक्षित करना आवश्यक है।

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