
- संयुक्त दीक्षांत समारोह में तीनों महाविद्यालयों के कुल 160 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं
- राज्यपाल की अध्यक्षता में आज महारानी गुलाब कुँवरि महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिंडरा, महारानी बनारस महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर, महाराज बलवंत सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय गंगापुर, वाराणसी का संयुक्त दीक्षांत समारोह संपन्न

लखनऊ: 18 दिसंबर, 2024: प्रदेश की राज्यपाल और राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज महारानी गुलाब कुँवरि महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय पिंडरा, महारानी बनारस महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय रामनगर, महाराज बलवंत सिंह स्नातकोत्तर महाविद्यालय गंगापुर, वाराणसी का संयुक्त दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ।
संयुक्त दीक्षांत समारोह में तीनों महाविद्यालयों के कुल 160 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां प्रदान की गईं तथा तीनों महाविद्यालयों में सर्वाेच्च अंक प्राप्त करने वाली तीन छात्राओं को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
राज्यपाल जी ने दीक्षांत समारोह में उपस्थित छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि मेरिट और टैलेंट के आधार पर सरकारी नौकरी की संभावनाएं बनी रहती हैं, लेकिन जिन्हें नौकरी न मिले, वे अपने कौशल और तकनीकी दक्षता के माध्यम से स्वरोजगार की दिशा में आगे बढ़ें। उन्होंने बेटा-बेटी के बीच भेदभाव मिटाने और बेटियों को सशक्त बनाने का संदेश भी दिया। राज्यपाल जी ने विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं को शिक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया और तीनों महाविद्यालयों द्वारा इस दिशा में किए गए प्रयासों की सराहना की।
कार्यक्रम में कर्नाटक संस्कृत विश्वविद्यालय, बेंगलुरु की कुलपति प्रो0 एस0 अहिल्या मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि शिक्षा के बाद रोजगार और समाज सेवा में योगदान के लिए योजना बनानी चाहिए। शिक्षा से विद्या और विद्या से उन्नति ही मानव जीवन का उद्देश्य है। शिक्षा केवल रोजगार का माध्यम नहीं बल्कि व्यक्तित्व निर्माण और संस्कारों का आधार है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो0 आनंद कुमार त्यागी ने भी आशीर्वचन दिया और छात्रों को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अनुशासन और समर्पण के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम में महाराज काशीराज धर्म कार्य निधि के अध्यक्ष महाराज डॉ0 अनंत नारायण सिंह, तीनों महाविद्यालयों के प्राचार्य, प्रबंध समिति और विद्वत परिषद के सदस्य, महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलसचिव तथा अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।