ईरान और इजरायल के बीच तनाव अब सीधी टकराव में बदल गया है. शुक्रवार सुबह इजरायल ने ईरान के सैन्य और परमाणु ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए. इन हमलों में राजधानी तेहरान सहित कई अहम ठिकानों को निशाना बनाया गया. इसी बीच अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने साफ किया है कि ईरान पर हुए इजरायली हमलों में अमेरिका की कोई भागीदारी नहीं है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई इजरायल ने अकेले की है और अमेरिका इसमें शामिल नहीं है.
मार्को रुबियो ने कहा, “आज रात इजरायल ने ईरान पर अकेले ही कार्रवाई की है. अमेरिका इन हमलों में शामिल नहीं है. हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता क्षेत्र में मौजूद अपने सैनिकों की सुरक्षा है.” उन्होंने आगे कहा, “मैं साफ कर देना चाहता हूं कि ईरान को अमेरिकी लोगों या हमारे हितों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए.”
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने क्या कहा?
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने कहा कि इजरायल ने ईरानी धरती पर जो हमला किया है, उसके लिए उसे कड़ी सज़ा भुगतनी पड़ेगी. ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRNA ने खामनेई के बयान को जारी करते हुए पुष्टि की है कि इस हमले में ईरान के कई शीर्ष सैन्य अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए हैं. उन्होंने कहा, “हमारे देश पर किए गए इस अपराध में इजरायल के शैतानी और खूनी हाथ शामिल हैं.” उन्होंने यह भी कहा, “इजरायल ने आवासीय इलाकों पर हमला कर अपनी बुरी सोच और असली चेहरा दुनिया के सामने ला दिया है.”
ईरान पर इजरायल के हमले को लेकर क्या बोला ओमान?
अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु बातचीत में मदद करने वाले देश ओमान ने कहा है कि इजरायल के हमले बहुत खतरनाक और गैर-जिम्मेदार हैं. ओमान का मानना है कि इससे शांति से हल निकालने की कोशिशों को बड़ा नुकसान हो सकता है.