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लखनऊ का पहाड़पुर स्कूल विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की पहल से बना देश का पहला हाईटेक सरकारी शिक्षा मॉडल: सुबह मंत्रोच्चार, दिनभर नवाचार – सरोजनीनगर का मॉडल स्कूल बन चुका है शिक्षा का आदर्श केंद्र

लखनऊ का पहाड़पुर स्कूल विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की पहल से बना देश का पहला हाईटेक सरकारी शिक्षा मॉडल: सुबह मंत्रोच्चार, दिनभर नवाचार – सरोजनीनगर का मॉडल स्कूल बन चुका है शिक्षा का आदर्श केंद्र
  • विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की पहल पर सरोजिनी नगर के पहाड़पुर स्कूल का हाईटेक कायाकल्प हुआ।
  • डिजिटल बोर्ड, रोबोटिक्स लैब, साइंस एक्सपेरिमेंट ज़ोन और देश का पहला स्कूल प्लैनेटेरियम स्थापित।
  • हर दीवार शिक्षा देती है—बाल मनोविज्ञान पर आधारित रंगीन और प्रेरक इन्फ्रास्ट्रक्चर।
  • पौष्टिक भोजन, खेलकूद और आधुनिक सुविधाओं के चलते प्राइवेट स्कूलों से अधिक लोकप्रियता मिली।
  • अब यह स्कूल राष्ट्रीय स्तर पर एक आदर्श मॉडल के रूप में देखा जा रहा है।

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लखनऊ। विशेष रिपोर्ट, शिवसागर सिंह चौहान: सरोजिनी नगर क्षेत्र के पहाड़पुर गांव में स्थित एक सरकारी स्कूल, जो कभी अपनी बदहाली के लिए जाना जाता था, आज पूरे उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि देशभर में चर्चा का विषय बन चुका है। यह वही विद्यालय है, जिसे तीन साल पहले तक लोग उपेक्षित और खराब मानते थे, लेकिन अब यह स्कूल एक उदाहरण बन चुका है कि सरकारी विद्यालय भी कैसे ‘सपनों का स्कूल’ बन सकते हैं, अगर नेतृत्व में इच्छाशक्ति और दिशा स्पष्ट हो।

शिक्षा की शुरुआत भजन से, संस्कारों से भरी एक नई दिशा

“सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु… करते हैं हम शुरू आज का काम प्रभु…” यह कोई साधारण प्रार्थना नहीं है, बल्कि यह एक बदलाव की शुरुआत का प्रतीक है। स्कूल के हर दिन की शुरुआत इस मंगलाचरण से होती है, जो बच्चों को प्रेरित और अनुशासित करता है। जहां पहले बच्चे स्कूल आने से कतराते थे, अब वही स्कूल सुबह होते ही बच्चों की कतारों से भर जाता है।

विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की दूरदर्शी सोच

2017 में सरोजिनी नगर से विधायक बने डॉ. राजेश्वर सिंह ने जब इस स्कूल की स्थिति देखी, तो उन्होंने इसे एक मिशन के रूप में लिया। न केवल इसे गोद लिया, बल्कि यह प्रण लिया कि इसे देश के बेहतरीन स्कूलों की कतार में खड़ा किया जाएगा। डॉ. सिंह का नारा था— “बच्चा किसी का भी हो, स्कूल ऐसा हो जो देश का भविष्य बनाए।” और यही नारा केवल भाषणों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि धरातल पर भी उतरता दिखाई दिया।

ह्यूमन साइकोलॉजी और एजुकेशन साइंस का मिश्रण

स्कूल के कायाकल्प की योजना सिर्फ रंग-रोगन तक सीमित नहीं रही। इसे बाल मनोविज्ञान को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन किया गया है।

  • हर दीवार पर रंग-बिरंगे चित्र और प्रेरक संदेश बच्चों को विज़ुअल एजुकेशन देते हैं।
  • क्लासरूम्स में विषय आधारित शिक्षाप्रद इन्फोग्राफिक्स लगाए गए हैं।
  • स्कूल की बाहरी दीवारों पर भारतीय सभ्यता, स्वतंत्रता संग्राम, विज्ञान और पर्यावरण के बारे में जानकारी दी जाती है।

तकनीकी क्रांति: रोबोटिक्स से प्लैनेटेरियम तक

यह स्कूल देश का पहला सरकारी विद्यालय है, जहां आठवीं तक की कक्षाओं में प्लैनेटेरियम के माध्यम से अंतरिक्ष भी दिखाया जाता है, साथ ही यहाँ डिजिटल बोर्ड आधारित शिक्षण, कंप्यूटर लैब, साइंस एक्सपेरिमेंटल लैब, रोबोटिक किट्स से लैस रोबोटिक्स प्रयोगशाला, के साथ ही तमाम वो अत्याधुनिक सुविधाएं हैं जो प्राइवेट विद्यालयों में भी उपलब्ध नहीं हैं।

साइंस एक्सपेरिमेंटल लैब

रोबोटिक किट्स से लैस रोबोटिक्स प्रयोगशाला

स्थापित किया गया है। इससे बच्चों को न केवल किताबी ज्ञान मिलता है, बल्कि उन्हें व्यवहारिक और तकनीकी दृष्टिकोण से भी सशक्त किया जाता है।

पौष्टिक भोजन और फिटनेस पर ध्यान

शिक्षा के साथ-साथ स्कूल ने स्वास्थ्य पर भी बराबर ध्यान दिया है। अक्षय पात्र योजना के तहत बच्चों को गर्म, ताजे और पौष्टिक भोजन समय पर दिया जाता है। बच्चों के लिए खेल मैदान, इंडोर गेम्स रूम, योग क्षेत्र और आधुनिक झूलों की व्यवस्था भी की गई है, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास सुनिश्चित होता है।

बदलाव का असर आसपास के गांवों तक: अब स्थिति यह है कि आसपास के गांवों से भी अभिभावक अपने बच्चों को इस स्कूल में दाखिला दिलाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। पहले जो माता-पिता केवल प्राइवेट स्कूलों को ही बेहतर मानते थे, वे अब सरकारी शिक्षा पर विश्वास करने लगे हैं।

सरकारी तंत्र पर बढ़ा विश्वास, राष्ट्रीय मॉडल की नींव

यह स्कूल अब एक ऐसी नींव बन चुका है, जो यह सिद्ध करता है कि सरकारी संसाधनों से भी चमत्कार संभव है। विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह अब इस मॉडल को अपने क्षेत्र के अन्य गांवों में दोहराने की योजना बना रहे हैं। उनका कहना है, “अगर हर गांव में ऐसा एक स्कूल हो, तो न केवल सरकारी शिक्षा मजबूत होगी, बल्कि समाज की नींव भी मजबूत होगी।” उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि इस स्कूल की तरह अन्य हाईटेक मॉडल स्कूल हर विधानसभा क्षेत्र में स्थापित किए जाएं, ताकि देश का भविष्य मजबूत हो।

संपर्क करें:
वेबसाइट: www.truenewsup.com
ईमेल: info@truenewsup.com

संपादक: शिवसागर सिंह चौहान
वीडियो रिपोर्ट: @truenewsup (You Tube)

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