
- आरएसएम हॉस्पिटल बीकेटी के चिकित्सकों व स्टाफ का रामेश्वरी जगदीश योगक्षेम ट्रस्ट द्वारा सम्मान।
- ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान ने CMS डॉ. वीके शर्मा, MS डॉ. सुमित महाराज और अधीक्षक अरविन्द श्रीवास्तव को किया सम्मानित।
- डॉ. वीके शर्मा की टीम ने सिर्फ 90 दिन में अस्पताल का कायाकल्प कर 100 से बढ़ाकर 150 बेड किए।
- स्वच्छ पेयजल, मुफ्त Wi-Fi, UPI पर्चा सेवा जैसी सुविधाएं अस्पताल में शुरू की गईं।
- 44 बेड की डेडिकेटेड पीडियाट्रिक यूनिट, पैथोलॉजी लैब और जन औषधि केंद्र जैसी नई सेवाएं 3 मई को प्रारंभ हुईं।
लखनऊ (बीकेटी): स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सा कर्मियों को सम्मानित करने की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए रामेश्वरी जगदीश योगक्षेम ट्रस्ट द्वारा बीकेटी स्थित राम सागर मिश्र संयुक्त चिकित्सालय (RSM हॉस्पिटल) के चिकित्सकों और स्टाफ सदस्यों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया। ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान के नेतृत्व में यह कार्यक्रम उस भावना का प्रतीक बना जिसमें समर्पित सेवा और नवाचार को खुले मंच पर सराहा गया।
पहले चरण में हुआ मुख्य चिकित्सा अधिकारियों का सम्मान
समारोह के पहले चरण में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) डॉ. वी.के. शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक (MS) डॉ. सुमित महाराज और कार्यालय अधीक्षक अरविंद श्रीवास्तव का फूल-मालाओं और अंगवस्त्रों से भव्य अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह ने कहा कि “डॉ. शर्मा और उनकी टीम ने बीते तीन महीनों में जो कार्य किए हैं, वे वास्तव में अनुकरणीय हैं। ऐसे ‘धन्वंतरि दूतों’ को सम्मानित करना समाज का नैतिक कर्तव्य है।”
90 दिनों में बदला अस्पताल का चेहरा
आरएसएम हॉस्पिटल के नए मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. वी.के. शर्मा के नेतृत्व में अस्पताल का रूपांतरण हुआ है। महज 90 दिनों के भीतर अस्पताल को 100 बेड से बढ़ाकर 150 बेड का किया गया, और साथ ही अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं को धरातल पर सफलतापूर्वक उतारा गया।
- मरीजों और तीमारदारों के लिए स्वच्छ एवं शीतल पेयजल की व्यवस्था की गई।
- अस्पताल परिसर में मुफ्त Wi-Fi की सुविधा शुरू की गई।
- UPI स्कैनर के माध्यम से OPD पर्चा बनवाने और मोबाइल नंबर से रजिस्ट्रेशन नवीनीकरण की व्यवस्था लागू की गई।
- अस्पताल के अंदर प्रतीक्षालय (waiting area) की बेहतर व्यवस्था की गई जिससे तीमारदारों को बैठने में सहूलियत हो।
नई चिकित्सा सुविधाओं की शुरुआत
हाल ही में 3 मई 2025 को अस्पताल में कई नई और जनोपयोगी सेवाओं का उद्घाटन किया गया, जिनमें शामिल हैं:
- 44-बेड की डेडिकेटेड पीडियाट्रिक केयर यूनिट (DCU) — जिससे बच्चों के लिए विशिष्ट इलाज की व्यवस्था सुलभ हो गई है।
- स्पोक एंड हब मॉडल पर आधारित अत्याधुनिक पैथोलॉजी लैब का शुभारंभ किया गया।
- जरूरतमंदों को किफायती दरों पर दवा उपलब्ध कराने हेतु जन औषधि केंद्र की स्थापना की गई।
दूसरे चरण में अन्य कर्मचारियों का होगा सम्मान
कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि कुछ चिकित्सक और स्वास्थ्य कर्मचारी अवकाश पर होने के कारण पहले चरण में सम्मिलित नहीं हो सके। इन सभी को दूसरे चरण के सम्मान समारोह में आमंत्रित कर सम्मानित किया जाएगा। इसमें डॉ. गिरीश पांडेय सहित अन्य स्वास्थ्यकर्मी शामिल होंगे, जो अस्पताल की सेवा व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
समाज के लिए प्रेरणास्रोत बनी ‘धन्वंतरि टीम’
रामेश्वरी जगदीश योगक्षेम ट्रस्ट के अध्यक्ष नागेन्द्र बहादुर सिंह चौहान ने कहा कि “यह टीम न केवल चिकित्सीय सेवा में समर्पित है, बल्कि प्रशासनिक दक्षता, मानवता और तकनीकी समावेशन का भी अनुपम उदाहरण प्रस्तुत कर रही है। जिस प्रकार एक सरकारी अस्पताल में इतने कम समय में इतने बदलाव आए हैं, वह स्वयं में एक प्रेरणादायक मिसाल है।”
यह सम्मान समारोह एक ऐसे विचार को पुष्ट करता है कि जब चिकित्सा कर्मियों के प्रयासों की सार्वजनिक रूप से सराहना होती है, तो उनमें न सिर्फ उत्साह बढ़ता है बल्कि अन्य सरकारी संस्थानों के लिए भी यह आदर्श बनता है।
ट्रस्ट द्वारा आगामी दिनों में और भी चिकित्सा संस्थानों व चिकित्सकों को सम्मानित करने की योजना है, ताकि सेवा के इस यज्ञ में योगदान देने वाले हर कर्मवीर को उचित मंच और मान्यता मिल सके।