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सीएमएस कानपुर रोड कैंपस के डिवाइन एजुकेशन सेमिनार में छात्रों को संबोधित कर भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर किया मार्गदर्शन: डॉ.राजेश्वर सिंह ने कहा- युवा पीढ़ी के पास एआई के साथ आगे बढ़ने के असीमित अवसर

सीएमएस कानपुर रोड कैंपस के डिवाइन एजुकेशन सेमिनार में छात्रों को संबोधित कर भविष्य की चुनौतियों और अवसरों पर किया मार्गदर्शन: डॉ.राजेश्वर सिंह ने कहा- युवा पीढ़ी के पास एआई के साथ आगे बढ़ने के असीमित अवसर
  • विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सीएमएस कानपुर रोड कैंपस में आयोजित डिवाइन एजुकेशन सेमिनार में युवाओं को संबोधित किया।
  • उन्होंने कहा कि भारत की युवा पीढ़ी के पास आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ आगे बढ़ने के असीमित अवसर हैं।
  • युवाओं को सफलता के लिए डिजिटल लिटरेसी, कौशल विकास, कठिन परिश्रम और मानवता जैसे गुणों को अपनाने पर जोर दिया।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश-प्रदेश में शिक्षा और सुरक्षा को लेकर बड़े सुधार हुए हैं।
  • सीएमएस संस्थापक जगदीश गांधी के योगदान को याद करते हुए, विधायक ने स्कूल प्रशासन और शिक्षकों का आभार व्यक्त किया।

लखनऊ, 27 मार्च 2025: सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने गुरुवार को सीएमएस कानपुर रोड कैंपस में आयोजित डिवाइन एजुकेशन सेमिनार में बतौर मुख्य अतिथि हिस्सा लिया। इस अवसर पर उन्होंने छात्रों को भावी चुनौतियों और अवसरों के प्रति जागरूक किया और तकनीकी युग में डिजिटल कौशल की आवश्यकता पर जोर दिया।

कार्यक्रम में संस्थान के छात्रों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेने के बाद, विधायक ने सर्व धर्म संभाव प्रार्थना में हिस्सा लिया। इसके साथ ही, मेधावी छात्र-छात्राओं को शील्ड और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

शिक्षकों का सम्मान, छात्रों का मार्गदर्श

विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शिक्षकों के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षक मोमबत्ती की तरह होते हैं, जो अपने छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए खुद को समर्पित कर देते हैं। उन्होंने सीएमएस के छात्रों को भाग्यशाली बताते हुए कहा कि उन्हें विश्व स्तरीय शिक्षा प्राप्त हो रही है।

उन्होंने कहा कि भारत एक युवा देश है, जिसकी 50% से अधिक आबादी 35 वर्ष से कम उम्र की है। आज भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और सबसे तेजी से विकसित हो रही अर्थव्यवस्थाओं में शामिल है। भारत गोल्ड रिजर्व और प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के मामले में भी दुनिया के अग्रणी देशों में से एक है।

वर्तमान नेतृत्व में युवाओं के लिए व्यापक अवसर

डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश और प्रदेश में सुरक्षा का माहौल स्थापित हुआ है। आज के समय में युवाओं के पास प्रगति के लिए हर संभव संसाधन उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि—

  • भारत में विश्व के टॉप शिक्षण संस्थान हैं।
  • जरूरतमंद छात्रों को छात्रवृत्ति और अन्य सुविधाएं निष्पक्ष रूप से प्रदान की जा रही हैं।
  • 4.2 करोड़ छात्रों के साथ भारत के पास दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा उच्च शिक्षा नेटवर्क है।

एआई और डिजिटल स्किल्स युवाओं के लिए भविष्य की कुंजी

विधायक ने कहा कि हर पीढ़ी को अलग-अलग चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन आज की युवा पीढ़ी के सामने सबसे बड़ी चुनौती तकनीकी और डिजिटल क्रांति है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बढ़ते प्रभाव पर बोलते हुए उन्होंने कहा—

  • युवाओं के पास AI के साथ आगे बढ़ने के असीमित अवसर हैं।
  • भविष्य में रोबोट, मानव मस्तिष्क से अधिक क्षमतावान होंगे।
  • 70% नौकरियां ऐसी होंगी, जो वर्तमान में मौजूद नहीं हैं।
  • 30% नौकरियों के लिए डिजिटल शिक्षा अनिवार्य होगी।
  • डिजिटल लिटरेसी आवश्यक है, लेकिन डिजिटल एडिक्शन हानिकारक है।

उन्होंने युवाओं से अपनी क्षमताओं को लगातार अपडेट करने, डिजिटल कौशल विकसित करने और नई तकनीकों को अपनाने का आग्रह किया।

सफलता के मंत्र: कठिन परिश्रम, धैर्य और ईश्वर में आस्था

डॉ. सिंह ने कहा कि सफलता के लिए केवल शिक्षा ही नहीं, बल्कि कुछ विशेष गुणों का होना भी आवश्यक है। उन्होंने छात्रों को कठिन परिश्रम, धैर्य, ईश्वर पर आस्था और मानवता को अपनाने की सलाह दी।

सीएमएस संस्थापक जगदीश गांधी को किया नमन

विधायक ने सीएमएस के संस्थापक जगदीश गांधी को याद करते हुए कहा कि उनके प्रयासों से सीएमएस आज 20 से अधिक शाखाओं, 3500 से अधिक स्टाफ और 62,000 छात्रों का एक बड़ा परिवार बन चुका है।

उन्होंने संस्थान की प्रबंधक गीता गांधी, प्राचार्य विनीता कामरान और समस्त शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रेरणादायक संबोधन से छात्रों में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार हुआ। उन्होंने तकनीकी युग की चुनौतियों और अवसरों को पहचानने तथा सही दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उनका संदेश स्पष्ट था— “जो बदलते समय के साथ खुद को विकसित करेगा, वही सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचेगा।”

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