
- सीएम योगी ने सरदार पटेल को भारत के एकीकरण का शिल्पकार बताते हुए उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
- सरदार पटेल ने 563 रियासतों को जोड़कर एकीकृत भारत का निर्माण किया।
- सहकारिता आंदोलन और किसानों के उत्थान के लिए उनके योगदान को रेखांकित किया गया।
- सोमनाथ मंदिर पुनर्निर्माण और धारा-370 हटाने के संदर्भ में उनकी दृष्टि को याद किया गया।
- कार्यक्रम में समाज के विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

लखनऊ, 15 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा में हिस्सा लिया।

इस अवसर पर उन्होंने सरदार पटेल को भारत के एकीकरण का शिल्पकार बताते हुए उनके योगदान को याद किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने न केवल 563 रियासतों को एकजुट कर भारत गणराज्य का निर्माण किया, बल्कि सहकारिता आंदोलन और किसानों के कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
सरदार पटेल की संकल्पनाओं का राष्ट्र निर्माण में योगदान
मुख्यमंत्री ने सरदार पटेल के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उनका पूरा जीवन राष्ट्र और भारत मां के चरणों में समर्पित था। 1946 में संविधान सभा के सदस्य और स्वतंत्र भारत के पहले गृह मंत्री के रूप में उन्होंने देश को एकीकृत करने का अभियान चलाया। उनका परिश्रम आज के ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ और ‘सुरक्षित भारत’ की नींव है।
सहकारिता आंदोलन के प्रेरणा स्रोत
गुजरात के एक छोटे से गांव में जन्मे सरदार पटेल ने इंग्लैंड से लॉ की पढ़ाई की और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में बढ़-चढ़कर भाग लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरदार पटेल ने सहकारिता आंदोलन को बढ़ावा देकर किसानों को समृद्धि के नए आयाम दिए। उन्होंने चंपारण आंदोलन, नमक सत्याग्रह और भारत छोड़ो आंदोलन में हिस्सा लिया और किसानों के उत्थान के लिए कई अभियान चलाए।
सोमनाथ मंदिर पुनर्निर्माण का नेतृत्व
मुख्यमंत्री योगी ने सरदार पटेल द्वारा सोमनाथ मंदिर के पुनरुद्धार का उल्लेख करते हुए कहा कि यह उनकी सांस्कृतिक दृष्टि और राष्ट्रवादी सोच का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल होते तो कश्मीर में धारा-370 कभी लागू नहीं होती। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 2019 में धारा-370 हटाकर ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के मार्ग की बाधा को समाप्त किया गया।
राम मंदिर: सांस्कृतिक भारत का प्रतीक
सीएम योगी ने कहा कि सरदार पटेल का सपना था कि भारत सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बने। अयोध्या में राम मंदिर इसी दिशा में एक कदम है, जिसका शुभारंभ सरदार पटेल ने सोमनाथ मंदिर से किया था।
समारोह में प्रमुख लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधायक शशांक वर्मा, अमरेश कुमार, आशीष सिंह ‘आशु’, विधान परिषद सदस्य लालजी प्रसाद निर्मल समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।