
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुम्भ मेला क्षेत्र में नई पुलिस लाइन का उद्घाटन किया और प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित किया।
- उन्होंने महाकुम्भ 2025 को उत्तर प्रदेश पुलिस की क्षमता और प्रदेश की छवि दिखाने का एक महत्वपूर्ण अवसर बताया।
- सीएम योगी ने 2017 के पहले पुलिस विभाग की कमजोरियों और डबल इंजन सरकार द्वारा किए गए सुधारों का जिक्र किया।
- उन्होंने पुलिसकर्मियों को बेहतर भाषा, व्यवहार और तकनीकी दक्षता के साथ काम करने की सलाह दी।
- मुख्यमंत्री ने 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना के मद्देनजर, सोशल मीडिया पर निगरानी और मित्र पुलिस की अवधारणा को मजबूती से लागू करने की आवश्यकता पर जोर दिया

प्रयागराज/लखनऊ, 7 दिसंबर 2024: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुम्भ मेला क्षेत्र में बनी नई पुलिस लाइन का उद्घाटन किया और पुलिसकर्मियों की प्रशिक्षण कार्यशाला को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने महाकुम्भ 2025 की तैयारियों का जायजा लेते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस की भूमिका की सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुम्भ एक वैश्विक आयोजन है, जिसमें पुलिस का सतर्क और संवेदनशील व्यवहार प्रदेश की छवि को विश्व के सामने और मजबूत बनाएगा।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश पुलिस का मनोबल गिरा हुआ था और जनता का विश्वास डगमगा गया था। पिछली सरकारों की लापरवाही के कारण पुलिस विभाग में 1.5 लाख से अधिक पद खाली थे। लेकिन डबल इंजन सरकार ने पुलिस को आधुनिक सुविधाएं और बेहतर प्रशिक्षण देकर इन पदों को भरा और पुलिस की कार्यप्रणाली को स्मार्ट बनाया।

महाकुम्भ-2025 की तैयारियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आयोजन में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। यह उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए एक बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने पुलिसकर्मियों को तकनीकी ज्ञान, भाषा और व्यवहार में सुधार करने पर जोर दिया। मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से भीड़ प्रबंधन और अफवाहों की रोकथाम के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया पर निगरानी बढ़ाने की बात कही।

उन्होंने 2019 के कुम्भ मेले का उल्लेख करते हुए बताया कि उस आयोजन में 24 करोड़ श्रद्धालुओं ने उत्तर प्रदेश पुलिस के व्यवहार और प्रबंधन की तारीफ की थी। मुख्यमंत्री ने पुलिसकर्मियों को निर्देश दिया कि इस बार भी अतिथि देवो भवः की भावना के साथ काम करें और मित्र पुलिस का उदाहरण प्रस्तुत करें।

इस अवसर पर औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता ‘नंदी’, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, प्रयागराज के महापौर गणेश केसरवानी और पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।