
- महाकुंभ 2025 में पहली बार देशभर के टॉप 100 हस्तशिल्पियों का संगम होगा, जिसमें विभिन्न राज्यों की विशिष्ट कला प्रदर्शित की जाएगी।
- महाकुंभ में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट कार्यक्रम के तहत हस्तशिल्प उत्पादों की विशेष प्रदर्शनी होगी।
- इस प्रदर्शनी में बनारसी साड़ी, दक्षिण भारतीय मूर्तिकला, और प्रयागराज के मूंज से बने उत्पाद प्रमुख आकर्षण होंगे।
- महाकुंभ 2025 में ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से हस्तशिल्प कलाकृतियों की बिक्री भी की जाएगी।
- महाकुंभ में चंद्रशेखर आजाद की ऐतिहासिक पिस्तौल बमतुल बुखारा की प्रतिकृति का प्रदर्शन भी किया जाएगा।

प्रयागराज/लखनऊ, 14 नवंबर 2024: महाकुंभ 2025 में पहली बार देशभर के टॉप 100 हस्तशिल्पियों का संगम देखने को मिलेगा, जिसमें भारत की सबसे कीमती और विशिष्ट कलाकृतियाँ प्रदर्शित की जाएंगी। डबल इंजन की सरकार के प्रयास से इस आयोजन में बनारसी साड़ियों से लेकर दक्षिण भारतीय मूर्तिकला तक का अद्भुत प्रदर्शन होगा। साथ ही, सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) कार्यक्रम को प्रमुख आकर्षण बनाया जाएगा। यह आयोजन न केवल सांस्कृतिक धरोहर को समर्पित है, बल्कि ऑनलाइन लाइव टेलीकास्ट के माध्यम से वैश्विक स्तर पर हस्तशिल्प कला को प्रस्तुत किया जाएगा।
महाकुंभ 2025 की विशेषताएँ:

- दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक आयोजन: महाकुंभ में भारत और अन्य देशों के लोग हस्तशिल्प कला के अद्भुत प्रदर्शन का हिस्सा बनेंगे।
- प्रमुख हस्तशिल्प और कला की प्रदर्शनी: बनारसी साड़ी, पशमीना शाल, चंदेरी साड़ियाँ, और अन्य हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी होगी।
- ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से हस्तशिल्प की बिक्री: इंडिया हैंडमेड वेबसाइट से लोग हस्तशिल्प उत्पाद खरीद सकते हैं।

- महिलाओं के लिए विशेष हस्तशिल्प: फिरोजाबाद की चूड़ियां, कांच के बर्तन, और हिमाचल प्रदेश की कढ़ाई वाली चंबा रुमाल जैसी कलाकृतियाँ प्रदर्शित होंगी।
- विशिष्ट अतिथियों के लिए सॉविनियर: देश-विदेश के अतिथियों को हस्तशिल्प आधारित सॉविनियर गिफ्ट किए जाएंगे, जिसमें प्रदेश की ओडीओपी कलाकृतियाँ शामिल होंगी।
महाकुंभ 2025 में प्रदर्शित होने वाली प्रमुख कलाकृतियाँ:

1. हस्तशिल्प कला का अद्भुत संगम:
महाकुंभ के आयोजन में देशभर के 100 प्रमुख शिल्पियों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया जाएगा, जिसमें विशेष रूप से बनारसी साड़ी, दक्षिण भारतीय मूर्तियां, और प्रयागराज के मूंज से बने उत्पाद आकर्षण का केंद्र होंगे।
2. वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट का प्रदर्शन:
यह प्रदर्शनी वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट के तहत देश के विभिन्न राज्यों की शिल्प कला को एक मंच पर प्रस्तुत करेगी। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य देशभर की विशिष्ट शिल्प कला को एक नई पहचान देना है।
3. ई-कॉमर्स कंपनियों से मुकाबला:
महाकुंभ के दौरान एक ऑनलाइन वेबसाइट (इंडिया हैंडमेड) लॉन्च की जाएगी, जिससे देश-विदेश के लोग हस्तशिल्प उत्पादों की खरीदारी कर सकेंगे। यह वेबसाइट ई-कॉमर्स कंपनियों को टक्कर देने का प्रयास करेगी।
4. प्रमुख हस्तशिल्प उत्पाद:
महाकुंभ में बनारसी सॉफ्ट स्टोन, जम्मू कश्मीर की पशमीना शाल, प्रयागराज के मूंज क्राफ्ट, बांदा के सजर पत्थर, महोबा के गौरा पत्थर, और मध्य प्रदेश की चंदेरी साड़ियाँ प्रदर्शित की जाएंगी।
5. विशिष्ट उपहार और सॉविनियर:
महाकुंभ में देश-विदेश से आने वाले विशिष्ट अतिथियों को हस्तशिल्प आधारित सॉविनियर गिफ्ट किए जाएंगे। इन उपहारों में राज्य की ओडीओपी और हस्तशिल्प कलाकृतियाँ प्रमुख होंगी।
महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव होगा, बल्कि यह भारतीय हस्तशिल्प कला की वैश्विक पहचान स्थापित करने का भी एक बेहतरीन अवसर बनेगा।