
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज दौरे में ₹7000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे।
- महाकुंभ 2025 के लिए 25 सेक्टरों में विभाजित क्षेत्र में 4000 हेक्टेयर का विस्तार और 12 किमी लंबाई के घाट तैयार किए जा रहे हैं।
- ‘सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री’ महाकुंभ के लिए 10,000 सफाई कर्मचारियों और डेढ़ लाख से अधिक शौचालय स्थापित किए जाएंगे।
- केंद्र और राज्य सरकार मिलकर ₹7,596.48 करोड़ का बजट सुनिश्चित कर रही है।
- श्रद्धालुओं के लिए डिजिटल सुविधाओं, विशेष ट्रेनों और पर्यावरण संरक्षण की योजनाएं लागू की जा रही हैं।

प्रयागराज, 07 दिसंबर – आगामी 2025 में आयोजित होने वाले विश्व प्रसिद्ध प्रयागराज महाकुंभ को भव्य और दिव्य बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को प्रयागराज का दौरा करेंगे। इस दौरान प्रधानमंत्री जी ₹7000 करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इस ऐतिहासिक आयोजन को स्वच्छ, सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तैयारियों का निरीक्षण किया और महत्वपूर्ण निर्देश दिए।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरे में पावन त्रिवेणी संगम का पूजन करेंगे और नवनिर्मित भरद्वाज आश्रम कॉरीडोर व श्रृंगवेरपुर धाम कॉरीडोर का लोकार्पण करेंगे। इसके साथ ही अक्षयवट, सरस्वती कूप और लेटे हनुमान के दर्शन कर प्रधानमंत्री श्रद्धालुओं को संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री ने इसे अब तक के सभी कुम्भ आयोजनों से अधिक भव्य और दिव्य बनाने का आश्वासन दिया है।
महाकुंभ 2025 के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाएं और तैयारियां
महाकुंभ 2025 के लिए केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर कुल ₹7,596.48 करोड़ का बजट स्वीकृत किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि 2019 में आयोजित कुंभ ने विश्वभर में स्वच्छता, सुरक्षा और प्रबंधन के नए मानक स्थापित किए थे, और इस बार इसे और अधिक भव्यता प्रदान की जाएगी। महाकुंभ क्षेत्र को 25 सेक्टरों में विभाजित किया गया है और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि महाकुंभ क्षेत्र में 4000 हेक्टेयर भूमि का विस्तार किया गया है, जिसमें 1850 हेक्टेयर क्षेत्र में पार्किंग, 150,000 शौचालय, 150,000 टेंट, और 25,000 पब्लिक एकोमोडेशन की व्यवस्था की जा रही है। घाटों की लंबाई 12 किमी तक बढ़ाई जा रही है, जबकि 30 पांटून पुल और 67,000 स्ट्रीट लाइटें स्थापित की जाएंगी।
स्वच्छता और पर्यावरण पर विशेष जोर
महाकुंभ 2025 को ‘सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री’ बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने प्रयागराजवासियों से अपील की है। 10,000 सफाई कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी ताकि पूरे आयोजन के दौरान सफाई सुनिश्चित की जा सके। गंगा नदी को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए ‘जीरो डिस्चार्ज’ योजना लागू की जा रही है।
पर्यटन और सांस्कृतिक पहलुओं का ध्यान
महाकुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को अयोध्या, काशी और चित्रकूट जैसे अन्य पवित्र स्थलों तक पहुंचाने के लिए रेलवे से विशेष ट्रेनों की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। मुख्यमंत्री ने अखाड़ों, आचार्यों और संतों से लगातार संवाद बनाए रखने और उनकी अपेक्षाओं का ध्यान रखने की भी बात कही।
निर्माण कार्यों की समय सीमा और गुणवत्ता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी निर्माण कार्यों को 10 दिसंबर तक पूरा करने का निर्देश दिया है। इनमें सूबेदारगंज ब्रिज, हनुमान मंदिर (फेज-1), रिवर फ्रंट रोड, 84 स्तंभ, थीम आधारित गेट और अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने निर्माण गुणवत्ता से समझौता न करने पर विशेष जोर दिया।