
- डॉ. आनंद कुमार की नियुक्ति का मामला: आयोग के निर्देश पर मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में सहायक आचार्य का कार्यभार ग्रहण।
- शिव कुमार का मामला: अधिकारियों की अनुपस्थिति पर नाराजगी, 23 दिसंबर को व्यक्तिगत उपस्थिति के निर्देश।
- रेखा देवी का जाति प्रमाण पत्र: अधिकारियों की लापरवाही पर शासन को रिपोर्ट भेजने का निर्णय।
- दिव्यांगता प्रमाण पत्र में सुधार: 23 दिसंबर तक सही प्रमाण पत्र जारी करने का निर्देश।
- फर्जी मुकदमे का आरोप: बागपत पुलिस को निष्पक्ष जांच और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश।
लखनऊ, 10 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष राजेश वर्मा ने इंदिरा भवन स्थित आयोग कार्यालय में विभिन्न जनपदों से प्राप्त शिकायतों पर सुनवाई की। इस दौरान उन्होंने कई अहम निर्णय लिए और संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी किए। सुनवाई के दौरान शिकायतों के त्वरित और निष्पक्ष निस्तारण पर जोर दिया गया।
डॉ. आनंद कुमार की नियुक्ति का मामला सुलझा
प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में सहायक आचार्य के पद पर कार्यभार ग्रहण न कर पाने की शिकायत डॉ. पारूल सिंह ने अपने पति डॉ. आनंद कुमार के संबंध में दर्ज कराई थी। आयोग ने मामले को त्वरित संज्ञान में लिया और संबंधित अधिकारियों को निर्देश देकर कार्यभार ग्रहण कराने की प्रक्रिया पूरी कराई। शिकायतकर्ता ने पुष्टि की कि अब कोई समस्या शेष नहीं है। इस मामले को पूर्णतः निस्तारित घोषित किया गया।
अधिकारियों की अनुपस्थिति पर जताई नाराजगी
बाराबंकी जिले के रामसनेहीघाट तहसील से जुड़ी शिव कुमार की शिकायत पर सुनवाई के दौरान उपजिलाधिकारी की गैरमौजूदगी पर आयोग ने नाराजगी जाहिर की। अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि यह लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आयोग ने 23 दिसंबर 2024 को उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर पक्ष रखने का निर्देश दिया।
सीतापुर की रेखा देवी के जाति प्रमाण पत्र का मामला
सीतापुर जिले की रेखा देवी को जाति प्रमाण पत्र जारी न किए जाने की शिकायत पर आयोग ने जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी महमूदाबाद की अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया। आयोग ने इसे लापरवाही मानते हुए संबंधित अधिकारियों के खिलाफ शासन को पत्र भेजने का निर्णय लिया। साथ ही, इस प्रकार के मामलों में जवाबदेही सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
दिव्यांगता प्रमाण पत्र में त्रुटि पर कार्रवाई
लखनऊ निवासी रामजी के पुत्र के लिए गलत दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी किए जाने के मामले पर आयोग ने नाराजगी जाहिर की। मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया गया कि 23 दिसंबर तक सही प्रमाण पत्र जारी करें। आयोग ने इस प्रकार की लापरवाहियों से बचने और दिव्यांगजन से जुड़े मामलों को प्राथमिकता देने की सिफारिश की।
बागपत पुलिस पर फर्जी मुकदमे का आरोप
दीपक कुमार की शिकायत पर आयोग ने बागपत पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमे दर्ज करने के मामले को गंभीरता से लिया। पुलिस अधीक्षक, बागपत को निर्देश दिए गए कि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करें और जल्दबाजी में चार्जशीट दाखिल न करें। लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई। आयोग ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों का समयबद्ध और निष्पक्ष निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और भविष्य में इस प्रकार की लापरवाहियों को रोका जाए।