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उत्तरप्रदेश: बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा, ‘हासिल करें ऐसी उपलब्धि, जो अगले पांच वर्ष में छोटी दिखने लगे’

उत्तरप्रदेश: बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने कहा, 'हासिल करें ऐसी उपलब्धि, जो अगले पांच वर्ष में छोटी दिखने लगे'

शिक्षा में उत्कृष्टता को मिली पहचान, मंत्री संदीप सिंह ने किया सम्मान

  • राष्ट्रीय आविष्कार अभियान: 10 छात्रों को उनके नवाचारी मॉडल्स के लिए सम्मानित किया गया।
  • खेल में योगदान: राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर 29 KGBV छात्राओं को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मान मिला।
  • निपुण भारत मिशन: 75 प्रधानाध्यापक और 76 खंड शिक्षा अधिकारियों को उनके विशेष योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
  • डिजिटलीकरण: पंजिकाओं का डिजिटलीकरण करने वाले 10 अधिकारियों को मान्यता दी गई।
  • सीएसआर योगदान: शिक्षा के कायाकल्प में योगदान देने वाली 5 सीएसआर संस्थाओं को सम्मानित किया गया।

लखनऊ, 14 दिसंबर2024: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान के मर्करी हॉल में 14 दिसंबर को एक भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया। इस अवसर पर शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्रों, शिक्षकों, अधिकारियों और सहयोगी संस्थाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने शिक्षकों और छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि आने वाले पांच वर्षों में ऐसी उपलब्धियां हासिल की जाएं, जो आज की उपलब्धियों को छोटी बना दें।

कार्यक्रम का उद्देश्य एवं मुख्य झलकियां

यह समारोह शिक्षा में नवाचार, गुणवत्ता सुधार और प्रशासनिक दक्षता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया। इसमें राष्ट्रीय आविष्कार अभियान, निपुण भारत मिशन और पंजिकाओं के डिजिटलीकरण में योगदान देने वाले व्यक्तियों को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में बेसिक शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया, जबकि बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने आभार व्यक्त किया। बेसिक शिक्षा के प्रमुख सचिव डॉ. एम. के. शन्मुगा सुंदरम ने आगामी योजनाओं की जानकारी दी। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा को सुदृढ़ करने वाले पांच प्रमुख योजनाओं का लोकार्पण और एससीईआरटी द्वारा तैयार दो पुस्तकों का विमोचन किया गया।

सम्मानित हुए प्रतिभागी

  1. राष्ट्रीय आविष्कार अभियान: 10 विद्यार्थियों को उनके नवाचारी मॉडल्स के लिए सम्मानित किया गया। इनमें खेरी की आर्या, लखनऊ के राजकरण, रायबरेली के आशु और अन्य छात्र शामिल रहे।
    • आर्या ने अपनी ऊर्जा बचत योजना का प्रदर्शन किया, जबकि राजकरण ने पर्यावरण संरक्षण से संबंधित मॉडल प्रस्तुत किया।
  2. खेल में उपलब्धियां: राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली KGBV की 29 छात्राओं को भी सम्मानित किया गया। ये छात्राएं लखनऊ, श्रावस्ती, बागपत और मुरादाबाद जिलों से थीं।
    • इनमें लखनऊ की नैंसी ने बैडमिंटन में और श्रावस्ती की अंशिका ने एथलेटिक्स में बेहतरीन प्रदर्शन किया।
  3. निपुण भारत मिशन: 75 प्रधानाध्यापक और 76 खंड शिक्षा अधिकारियों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इनमें मुरादाबाद, वाराणसी और लखनऊ के शिक्षकों का विशेष योगदान शामिल रहा।
    • मुरादाबाद के प्रधानाध्यापक ने विशेष शिक्षण विधियों का उपयोग करते हुए बच्चों के प्रदर्शन को बेहतर बनाया।
  4. पंजिकाओं का डिजिटलीकरण: 5 जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी और 5 खंड शिक्षा अधिकारियों को पंजिकाओं के डिजिटलीकरण में योगदान देने के लिए सम्मानित किया गया। इनमें भदोही, प्रयागराज और सीतापुर के अधिकारी शामिल थे।
    • प्रयागराज के बीएसए ने डिजिटलीकरण के माध्यम से डेटा प्रबंधन को सरल और प्रभावी बनाया।
  5. आरटीई में योगदान: आरटीई के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले तीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भी मंच पर सम्मानित किया गया। इनमें बुलंदशहर, संत कबीर नगर और लखनऊ के अधिकारी शामिल रहे।
    • लखनऊ के बीएसए राम प्रवेश ने आरटीई के तहत अधिकतम नामांकन सुनिश्चित किया।

सीएसआर संस्थाओं को भी मिली मान्यता

शिक्षा के कायाकल्प में योगदान देने वाली एचसीएल फाउंडेशन, एमसीसी कॉरपोरेशन और एनटीपीसी जैसी सीएसआर संस्थाओं को भी सम्मानित किया गया। एचसीएल फाउंडेशन ने परिषदीय विद्यालयों के लिए बुनियादी ढांचे का विकास किया।

मंत्री संदीप सिंह का संबोधन

मंत्री संदीप सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में शिक्षा को नई ऊंचाइयों पर ले जाना एक चुनौती है, लेकिन विभाग ने इसे अपने सामूहिक प्रयास से संभव बनाया है। उन्होंने शिक्षकों और छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि उनकी मेहनत और समर्पण से ही परिषदीय विद्यालयों के छात्र आज राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं, उन्होंने अपील की कि शिक्षक और अधिकारी शिक्षा की गुणवत्ता में निरंतर सुधार के लिए प्रतिबद्ध रहें।

इस सम्मान समारोह ने शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता को पहचान दिलाई और प्रेरणा का माहौल बनाया। यह आयोजन शिक्षा में नवाचार और गुणवत्ता सुधार के लिए एक मील का पत्थर साबित हुआ। यह कार्यक्रम शिक्षकों, छात्रों और अधिकारियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और भविष्य में और अधिक सफलताओं की नींव रखेगा।

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