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Sports News:भारत–दक्षिण अफ्रीका रायपुर मुकाबले में बने 7 नए बड़े रिकॉर्ड, दूसरा वनडे हुआ इतिहास में दर्ज

रायपुर में खेले गए दूसरे वनडे मैच में दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय टीम को 4 विकेट से हरा दिया है. दक्षिण अफ्रीका भारत के खिलाफ ODI क्रिकेट इतिहास में सबसे बड़ा रन चेज करने वाली टीम बन गई है. इस मुकाबले में विराट कोहली, ऋतुराज गायकवाड़ और एडन मार्करम ने शतक लगाया. इस मुकाबले में चेजिंग रिकॉर्ड से लेकर खिलाड़ियों ने व्यक्तिगत रूप से नए कीर्तिमान स्थापित किए. यहां देखिए उन 7 बड़े रिकॉर्ड्स की लिस्ट, जो भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका दूसरे वनडे मैच में बने.

भारत-दक्षिण अफ्रीका दूसरे वनडे में बने 7 रिकॉर्ड

भारत के खिलाफ सबसे बड़ा रन चेज- दक्षिण अफ्रीका ने ODI क्रिकेट में भारत के खिलाफ सबसे बड़ा रन चेज का रिकॉर्ड बना दिया है. 2019 में ऑस्ट्रेलिया ने भी भारत के खिलाफ 359 रनों का टारगेट चेज किया था. अब रायपुर में दक्षिण अफ्रीका ने भी भारत के खिलाफ 359 रनों का रिकॉर्ड चेज कर दिया है.

11 बार लगातार वनडे पारियों में शतक- विराट कोहली ने दूसरे वनडे मैच में 102 रन बनाए. इससे पहले रांची में खेले गए पहले वनडे में भी उन्होंने 135 रनों की शतकीय पारी खेली थी. ये विराट के ODI करियर में 11वां मौका है, जब उन्होंने लगातार 2 या उससे ज्यादा पारियों में शतक लगाया हो.

नंबर-3 पर ODI में सबसे ज्यादा शतक- वनडे क्रिकेट में नंबर-3 पर बैटिंग करते हुए विराट कोहली ने सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है. रायपुर में उन्होंने तीसरे क्रम पर बैटिंग करते हुए 46वां शतक लगाया. उनसे पहले सचिन तेंदुलकर ने नंबर-3 पर बैटिंग करते हुए ODI में 45 शतक लगाए थे.

34 अलग-अलग जगहों पर ODI शतक- रायपुर ऐसी 34वीं जगह है, जहां विराट कोहली ने ODI शतक लगाया है. उन्होंने 34 अलग-अलग जगहों पर वनडे सेंचुरी लगाने के मामले में सचिन तेंदुलकर की बराबरी कर ली है.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा सबसे तेज शतक- ऋतुराज गायकवाड़ ने ODI में किसी भारतीय बल्लेबाज द्वारा दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरा सबसे तेज शतक लगा दिया है. उन्होंने 77 गेंदों में अपने वनडे करियर का पहला शतक पूरा किया. भारत के लिए ODI में अफ्रीका के खिलाफ सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड यूसुफ पठान (68 गेंद) के नाम है.

भारत के लिए दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ी पार्टनरशिप- दूसरे वनडे मैच में विराट कोहली और ऋतुराज गायकवाड़ के बीच 195 रनों की साझेदारी हुई. यह ODI में किसी भारतीय जोड़ी की दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सबसे बड़ी पार्टनरशिप है. कोहली-गायकवाड़ ने सचिन तेंदुलकर और दिनेश कार्तिक की 194 रनों की साझेदारी का रिकॉर्ड तोड़ा.

एक भारत-दक्षिण अफ्रीका ODI मैच में सबसे ज्यादा शतक- रायपुर में खेले गए दूसरे वनडे मैच में विराट कोहली, ऋतुराज गायकवाड़ और एडन मार्करम ने शतक लगाया. इससे पहले 2001 और 2015 में भी ऐसे दो मौके आए हैं, जब भारत-दक्षिण अफ्रीका ODI मैच में 3 बल्लेबाजों ने शतक लगाया हो. 2001 में सौरव गांगुली, सचिन तेंदुलकर और गैरी कर्स्टन ने सेंचुरी लगाई थी. वहीं 2015 में क्विंटन डी कॉक, एबी डिविलियर्स और फाफ डु प्लेसिस ने एक ही मैच में शतक लगाया था.

‘धुरंधर’ बनी रणवीर सिंह की पहली A रेटेड फिल्म—सेंसर बोर्ड ने महत्वपूर्ण संशोधन किए, जानें पूरी फिल्म की अवधि।

बॉलीवुड एक्टर रणवीर सिंह की गैंगस्टर-एक्शन फिल्म ‘धुरंधर’ रिलीज के लिए तैयार है. फिल्म 5 दिसंबर को बड़े पर्दे पर दस्तक देने वाली है. इससे पहले सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेशन देकर पास कर दिया है. सीबीएफसी ने ‘धुरंधर’ में कुछ कट्स लगाए हैं और साथ ही मेकर्स को अहम बदलाव करने के भी निर्देश दिए हैं. साढ़े 3 घंटे से ज्यादा रनटाइम के साथ ‘धुरंधर’ पिछले 17 सालों में रिलीज हुई सबसे लंबी फिल्म भी बन गई है.

बॉलीवुड हंगामा की रिपोर्ट के मुताबिक सेंसर बोर्ड से ‘धुरंधर’ को ‘ए’ सर्टिफिकेट मिला है. रणवीर सिंह ने 2010 में ‘बैंड बाजा बारात’ से डेब्यू किया था और अपने 15 सालों के करियर में उन्होंने 16 फिल्मों में काम किया. लेकिन आज तक उनकी किसी फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट नहीं मिला. यानी ‘धुरंधर’ एक्टर के करियर की पहली ऐसी फिल्म है जिसे एडल्ट रेटिंग मिली है.

‘धुरंधर’ में सीबीएफसी ने किए अहम बदलाव

    • उन्होंने मेकर्स से फिल्म में हिंदी डिस्क्लेमर के लिए वॉयसओवर जोड़ने के लिए कहा है.
    • वॉयसओवर डिस्कलेमर के साथ मेल खा सके इसके लिए डिस्क्लेमर का रनटाइम भी बढ़ा दिया गया है.
    • ‘धुरंधर’ पर सेंसर बोर्ड ने कई कट्स लगाए हैं. फिल्म की शुरुआत में वॉयलेंस सीन्स को बदल दिया गया है.
    • सीबीएफसी ने वॉयलेंस सीन्स को कम करने के लिए कहा है और फिल्म के आखिर में एक अपशब्द को म्यूट कर दिया गया है.
    • फिल्म में एक मंत्री के किरदार का नाम भी बदल गया है.
    • जिन सीन्स में कैरेक्टर नशीले पदार्थों का इस्तेमाल करते दिखाई दे रहे हैं उनमें एंटी-ड्रग्स और एंटी स्मोकिंग स्टैटिक जोड़ने के लिए कहा गया है.

‘धुरंधर’ का रनटाइम
‘धुरंधर’ के रनटाइम की बात करें तो रणवीर सिंह की फिल्म 3 घंटे, 34 मिनट और 1 सेकंड (214.01 मिनट) लंबी होगी. इसी के साथ ये 17 सालों में रिलीज हुई सभी फिल्मों में सबसे लंबी बॉलीवुड फिल्म होगी. इससे पहले साल 2008 में रिलीज हुई फिल्म ‘जोधा अकबर’ 214 मिनट लंबी थी.

Sports News:दूसरे वनडे में भारत और दक्षिण अफ्रीका की संभावित प्लेइंग इलेवन ऐसी हो सकती है—साथ ही जानें पिच रिपोर्ट और मैच प्रिडिक्शन।

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका दूसरा वनडे बुधवार, 3 दिसंबर को रायपुर में खेला जाएगा. यहां टॉस का रोल महत्वपूर्ण होगा, लेकिन इस मामले में भारत की किस्मत पिछले 2 सालों से खराब चल रही है. रांची में केएल राहुल टॉस हारे थे. अभी तक लगातार 19 बार टीम इंडिया वनडे में टॉस हार चुकी है. टीम इंडिया के लिए अच्छी बात ये हैं कि उनके अनुभवी बल्लेबाज विराट कोहली और रोहित शर्मा फॉर्म में हैं. जानिए दूसरे वनडे में भारत और दक्षिण अफ्रीका किस प्लेइंग 11 के साथ उतर सकती है. शहीद वीर नारायण सिंह इंटरनेशनल स्टेडियम का रिकॉर्ड कैसा रहा है और यहां पिच का बर्ताव कैसा रहेगा.

भारत के बल्लेबाजों ने पिछले मैच में खूब रन बनाए थे, कोहली ने शतक जड़ा था और रोहित शर्मा के साथ मिलकर शतकीय साझेदारी की थी. कोहली ने 135 रन बनाए थे. कप्तान केएल राहुल ने भी निचले क्रम में महत्वपूर्ण रन बनाकर टीम के स्कोर को 349 तक पहुंचाया था.

दक्षिण अफ्रीका का टॉप आर्डर पिछले मैच में बुरी तरह फ्लॉप हुआ था. कप्तान एडन मार्क्रम, क्विंटन डी कॉक समेत 3 बल्लेबाज सिर्फ 11 के स्कोर पर पवेलियन लौट गए थे. हालांकि मेहमान टीम के मिडिल आर्डर बल्लेबाजों (मैथ्यू ब्रीट्ज़के, मार्को यानसेन, कॉर्बिन बॉश) ने अच्छा प्रदर्शन किया, जो रायपुर में भी खतरनाक साबित हो सकते हैं.

रायपुर स्टेडियम की पिच रिपोर्ट

रांची से उलट रायपुर में गेंदबाजों को अधिक मदद मिल सकती है, यहां बल्लेबाजों को थोड़ा संघर्ष करना पड़ सकता है. तेज गेंदबाजों को यहां अधिक मदद मिलेगी, इससे हर्षित राणा और अर्शदीप सिंह का रोल नई गेंद से महत्वपूर्ण हो जाएगा. रोहित और यशस्वी को शुरुआत में संभलकर रहना होगा.

शहीद वीर नारायण सिंह स्टेडियम में एकमात्र वनडे मैच 2023 में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था, तब कीवी टीम 108 रनों पर ऑल-आउट हो गई थी. सिर्फ रोहित शर्मा थे, जिन्होंने अर्धशतक जड़ा था. यहां उछाल देखने को मिलेगा. लेकिन इन सबके बीच टॉस का रोल महत्वपूर्ण रहेगा.

अभी मौसम को देखें तो रांची में रात को ओस गिरती है, ऐसे में टॉस का रोल महत्वपूर्ण होगा. टॉस जीतने वाले कप्तान पहले गेंदबाजी करना चाहेंगे, क्योंकि ओस के चलते यहां दूसरी पारी में गेंदबाजों के लिए मुश्किलें पैदा हो जाएंगी.

बावुमा की वापसी संभव, विनिंग टीम के साथ उतर सकता है भारत

टेस्ट सीरीज के बाद टेम्बा बावुमा को पहले वनडे से आराम दिया गया था, जिनकी गैरमौजूदगी में एडन मार्क्रम ने कप्तानी संभाली थी. टीम इंडिया विनिंग टीम के साथ छेड़छाड़ नहीं करना चाहेगी. पहले वनडे में हर्षित राणा ने नई गेंद से शानदार प्रदर्शन किया था, उन्होंने अपने पहले ही ओवर में 2 बड़े विकेट लिए थे. कुलदीप यादव ने 4 विकेट लिए थे, हालांकि रवींद्र जडेजा काफी महंगे साबित हुए थे. जडेजा ने 9 ओवरों में 66 रन लुटाए थे.

दक्षिण अफ्रीका की संभावित प्लेइंग 11: एडन मार्क्रम, रयान रिकेल्टन, क्विंटन डी कॉक (विकेट कीपर), मैथ्यू ब्रीत्ज़के, टेम्बा बावुमा (कप्तान), डेवाल्ड ब्रेविस, मार्को यानसेन, कोर्बिन बॉश, प्रीनेलन सब्रेन, नंद्रे बर्गर, ओटनील बार्टमैन.

भारत की संभावित प्लेइंग 11: यशस्वी जायसवाल, रोहित शर्मा, विराट कोहली, ऋतुराज गायकवाड़, वाशिंगटन सुंदर, केएल राहुल (विकेट कीपर और कप्तान), रवींद्र जडेजा, हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, प्रसिद्ध कृष्णा.

भारत या दक्षिण अफ्रीका, किसका पलड़ा भारी?

रोहित, कोहली, केएल राहुल फॉर्म में हैं, यशस्वी बेशक पिछले मैच में नहीं चले लेकिन अगर उनका बल्ला चला तो वह रायपुर में सबसे खतरनाक साबित हो सकते हैं. वह तेज गेंदबाजों को अच्छा खेलते हैं, रोहित भी तेज गति का फायदा उठाते हैं. लेकिन दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज भी कम नहीं हैं, इसका अंदाजा इस बात से लगाइए कि पिछले मैच में टॉप आर्डर के फ्लॉप होने के बाद भी मेहमान टीम अंतिम ओवर तक जीत के करीब थी.

दक्षिण अफ्रीका की बल्लेबाजी में गहराई नजर आती है, अगर टेम्बा बावुमा आए तो यकीनन मेहमान टीम मजबूत हो जाएगी. दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाज पेस को अच्छे से खेलते हैं, इसलिए दूसरे वनडे में थोड़ा पलड़ा मेहमान टीम का भारी रहेगा.

कहां देखें लाइव मैच?

भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका दूसरे वनडे का लाइव प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स चैनल पर होगा. मैच दोपहर 1:30 बजे से शुरू होगा, टॉस 1 बजे होगा. जियोहॉटस्टार ऐप और वेबसाइट पर लाइव स्ट्रीमिंग होगी.

“पत्नी को 30 घंटे लेबर पेन में देखकर विक्रांत मैसी भावुक हो गए—कहा, ‘मर्द इसकी पीड़ा की कल्पना भी नहीं कर सकते।’”

विक्रांत मैसी छोटे पर्दे से लेकर बड़े पर्दे तक उन्होंने अपने अभिनय का जलवा बिखेरा है. एक्टर बीते साल 2024 में अपनी पत्नी संग शीतल ठाकुर अपने बेटे वरदान का स्वागत किया. अब बेटे के जन्म के इतने दिनों बाद विक्रांत ने उस वक्त को याद किया जब उनकी वाइफ अपने बच्चे को जन्म देने वाली थीं. ये पल उनकी जिंदगी का सबसे खास पल था, लेकिन वो दर्द में तड़प रही अपनी पत्नी को देख अंदर से डर गए थे.

रणवीर इलाहाबादिया को दिए एक इंटरव्यू में विक्रांत मैसी ने अपने पिता बनने के सफर के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने ये भी कहा कि एक पिता के मुकाबले मां का योगदान ज्यादा अहम होता है. उन्होंने याद किया कि कैसे उनकी वाइफ 30 घंटे तक लेबर पेन से तड़पती रही.

हमेशा परिवार बनाना चाहते थे विक्रांत
आगे अपनी पत्नी के के बारे में बात करते हुए विक्रांत ने कहा- टशादी एक लगातार चलने वाला काम है, जिसमें हर मुमकिन तरीके से एनर्जी डाली जाती है.ट उन्होंने बताया कि पहले वो लंबे रिश्ते में बंधने से झिझकते थे, लेकिन वो हमेशा एक परिवार बनाना चाहते थे.

30 घंटे तक लेबर पेन में रही वाइफ
आगे विक्रांत ने खुलासा किया कि बेटे के जन्म देते वक्त उनकी वाइफ शीतल 30 घंटे तक लेबर पेन में रहीं. वो तड़प रही थी लेकिन वो कुछ नहीं कर सकते थे.  विक्रांत ने कहा- ‘प्रेग्नेंसी के नौ महीनों के दौरान शीतल को देखना एक अलग ही एक्सपीरियंस था. जबकि मैं उसे दस साल से जानता हूं. उस नन्ही बच्ची को देखना, उसका पेट दिन-ब-दिन बढ़ता देखना. मुझे लगता है कि उसने 30 घंटे तक लेबर पेन झेला होगा. मेरा मतलब है कि औरतें बहुत कुछ सहती हैं. उन्होंने कहा आगे कहा कि मर्द जो भी कर लें, लेकिन औरतों के आगे कम है.

पाकिस्तान में HIV संक्रमण तेजी से बढ़ा; पिछले डेढ़ दशक में 200% बढ़ोतरी दर्ज, WHO ने स्थिति को बेहद गंभीर बताया।

पाकिस्तान इन दिनों HIV संक्रमण की ऐसी लहर से जूझ रहा है, जिसने स्वास्थ्य व्यवस्था की कमजोरी को उजागर कर दिया है. विश्व एड्स दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में WHO और UNAIDS की तरफ से साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, देश में HIV के नए मामलों में पिछले एक दशक में असामान्य बढ़ोतरी हुई है. वर्ष 2010 में जहां लगभग 16 हजार नए मामले सामने आए थे, वहीं 2024 में यह संख्या बढ़कर 38 तक पहुंच गई. यह वृद्धि पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चेतावनी मानी जा रही है.

पाकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी माना है कि HIV संक्रमण को अब केवल सरकारी प्रयासों से नियंत्रित नहीं किया जा सकता. मंत्रालय की महानिदेशक डॉ. आयशा इसानी ने कहा कि समुदाय, डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और सभी स्वास्थ्य संस्थानों को मिलकर सुरक्षित चिकित्सा पद्धतियों को अपनाने की जरूरत है. उन्होंने यह भी बताया कि इंजेक्शन और रक्त आधान में लापरवाही संक्रमण फैलाने का सबसे बड़ा कारण है और जनता को बीमारी और उसकी रोकथाम के बारे में जागरूक करना बेहद जरूरी है.

संक्रमितों की बड़ी संख्या को बीमारी का पता ही नहीं

देश में लगभग 3.5 लाख लोग HIV से संक्रमित हैं, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इनमें से एक बड़ी आबादी को अपनी बीमारी की जानकारी तक नहीं है. बच्चों में हालात और चिंताजनक हैं. वर्ष 2010 में जहां छोटे बच्चों में करीब 530 मामलों की पहचान हुई थी, वहीं 2023 में यह संख्या बढ़कर 1800 तक पहुंच गई. इसका मतलब है कि संक्रमण घरों और समुदायों के भीतर तेजी से फैल रहा है.

इलाज के इंतज़ाम बढ़े पर जरूरत के मुकाबले बेहद कम

पाकिस्तान में एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी यानी ART उपचार लेने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है, लेकिन यह अब भी आवश्यकता के अनुपात में काफी कम है. 2013 में जहां केवल 6000 से थोड़ा अधिक मरीज इलाज पर थे, वहीं 2024 में यह संख्या 55000 के करीब पहुंची है. ART केंद्रों की संख्या भी अब लगभग 95 तक पहुंच गई है. इसके बावजूद बहुत कम लोग अपनी बीमारी की जांच करवाते हैं और इलाज लेने वालों का अनुपात भी काफी कम है. वायरल लोड नियंत्रण वाले मरीजों का आंकड़ा तो और भी कमजोर है.

असुरक्षित चिकित्सा पद्धतियां

देश के कई क्षेत्रों में हुई जांचों से पता चलता है कि संक्रमण फैलने का सबसे बड़ा स्रोत असुरक्षित इंजेक्शन, बार-बार उपयोग की गई सिरिंज और बिना जांच के रक्त आधान हैं. खासकर लरकाना, तौंसा, जैकोबाबाद, शिकारपुर, नौशहरो फिरोज और मीरपुर खास जैसे जिलों में कई बार HIV के प्रकोप सामने आए और इनमें अधिकांश संक्रमित बच्चे थे. इन घटनाओं ने पाकिस्तान की चिकित्सा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं.

महिलाओं और बच्चों के इलाज में भारी कमी

HIV से संक्रमित गर्भवती महिलाओं को पर्याप्त उपचार न मिल पाने से नवजात बच्चों में भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. पाकिस्तान में अभी भी केवल एक छोटी संख्या ही गर्भावस्था के दौरान चिकित्सकीय निगरानी में आती है. यही स्थिति उन बच्चों की है जो पहले से संक्रमित हैं. इनमें से बहुत कम बच्चों को ही नियमित इलाज मिलता है.

WHO की चेतावनी

WHO के पाकिस्तान प्रतिनिधि डॉ. लुओ दापेंग ने कहा कि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो स्थिति और गंभीर हो सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संसाधन बढ़ाने होंगे और रोकथाम व इलाज से जुड़े कार्यक्रमों को मजबूत बनाना होगा, ताकि कोई भी वयस्क या बच्चा इलाज से वंचित न रहे.