बांग्लादेश के अपराध न्यायाधिकरण ने बुधवार (25 जून, 2025) को पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बचाव के लिए सरकार की तरफ से नियुक्त उस अधिवक्ता को हटा दिया है जिन्होंने पहले शेख हसीना को फांसी देने की मांग की थी.
बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण (आईसीटी-बीडी) शेख हसीना के खिलाफ मुकदमा चला रही है. उनकी करीब 16 साल पुरानी सरकार पिछले साल 5 अगस्त को छात्रों के एक आंदोलन के बाद गिर गई थी.
शेख हसीना पर बांग्लादेश में नरसंहार का आरोप
बांग्लादेश के अधिकारियों के अनुसार आईसीटी-बीडी ने हसीना के लिए बचाव पक्ष के वकील के तौर पर नियुक्त अमीनुल गनी टीटू को कार्यमुक्त कर दिया है. एक दिन पहले ही न्यायाधिकरण ने पूर्व प्रधानमंत्री के बचाव के लिए उनकी नियुक्ति की थी. शेख हसीना पर जुलाई से अगस्त 2024 के दौरान बांग्लादेश में नरसंहार का आरोप है.
अधिवक्ता अमीनुल गनी टीटू के सोशल मीडिया पोस्ट से बवाल
बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने इस मामले को लेकर आमिर हुसैन को शेख हसीना और उनकी कैबिनेट में गृह मंत्री रहे असदुज्जमां खान कमाल का बचाव करने के लिए नया वकील नियुक्त किया है. टीटू ने पिछले साल फेसबुक पर एक टिप्पणी की थी जिस पर हाल ही में विवाद उठा है.
कहां हैं शेख हसीना की पार्टी के नेता ?
अधिवक्ता अमीनुल गनी टीटू ने संवाददाताओं से बातचीत में स्वीकार किया कि उन्होंने 5 अगस्त, 2024 को हसीना के प्रधानमंत्री पद से हटने से कुछ घंटे पहले अपने फेसबुक पोस्ट में फांसी संबंधी अपनी मांग रखी थी, लेकिन अगर उन्हें उनका काम करने की अनुमति दी जाती तो वह इसे पेशेवर तरीके से करते.
बता दें कि शेख हसीना इस समय भारत में हैं और उनकी पार्टी अवामी लीग के अधिकतर नेता या तो सलाखों के पीछे हैं या लापता हो गए हैं.


































