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LUCKNOW: राम जानकी मंदिर मेले में सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने की सर्व मंगल की कामना

लखनऊ: राम जानकी मंदिर, ठाकुर द्वारा बंगला बाजार में आयोजित मेले ने एक बार फिर से हमारी संस्कृति, परंपरा और सामाजिक समरसता का संदेश दिया है। यह मेला सिर्फ धार्मिक आयोजन नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति की गहराई और समाज में सौहार्द और एकता को बढ़ावा देने का प्रतीक है। सरोजनीनगर के लोकप्रिय विधायक, डॉ. राजेश्वर सिंह ने मेले में भाग लेकर आराध्य देवों की शरण में सर्व मंगल की कामना की और मेले के महत्व पर प्रकाश डाला।

मेले का महत्व और हमारी संस्कृति

भारत में मेले सदियों से हमारे सांस्कृतिक ताने-बाने का हिस्सा रहे हैं। यह आयोजन सिर्फ धार्मिक गतिविधियों तक सीमित नहीं होते, बल्कि इनमें समाज के विभिन्न वर्गों के लोग एक साथ आकर सामाजिक समरसता और आपसी सौहार्द का प्रदर्शन करते हैं। राम जानकी मंदिर में आयोजित इस मेले ने भी यही संदेश दिया। यहां न केवल भक्तों ने भगवान राम और माता सीता की पूजा-अर्चना की, बल्कि मेलों के पारंपरिक खेल, झूले, स्थानीय हस्तशिल्प और व्यंजनों ने मेले की रौनक को चार चांद लगा दिए।

सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह की उपस्थिति

सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने मेले में शामिल होकर स्थानीय समुदाय के साथ मेलजोल बढ़ाया और मंदिर में भगवान राम और माता सीता की पूजा-अर्चना की। डॉ. सिंह ने कहा कि, “मेले हमारी संस्कृति की पहचान हैं और ये सामाजिक समरसता, सौहार्द का प्रतीक हैं।” उन्होंने मेले में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए सर्व मंगल की कामना की और समाज में भाईचारे और एकता को बनाए रखने की अपील की।

डॉ. राजेश्वर सिंह ने दिया आपसी भाईचारा का संदेश

विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने अपने संबोधन में कहा, “हमारी संस्कृति का अटूट हिस्सा होने के नाते, मेले हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और नई पीढ़ी को हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर से परिचित कराते हैं। राम जानकी मंदिर का यह मेला न केवल धार्मिक आस्था को सुदृढ़ करता है, बल्कि समाज के हर वर्ग को एक साथ लाने का कार्य भी करता है।”

मेले में धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम, स्थानीय व्यापार और रोजगार को बढ़ावा

मेले के दौरान मंदिर परिसर में विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। भगवान राम और माता सीता की शोभायात्रा, भजन-कीर्तन, और रामलीला का मंचन मेले के मुख्य आकर्षण रहे। इन कार्यक्रमों ने भक्तों को भगवान की भक्ति में लीन कर दिया और सांस्कृतिक धरोहर की झलक भी प्रस्तुत की। इसके अलावा, मेले में लगे विभिन्न स्टॉल्स ने स्थानीय हस्तशिल्प, कपड़े, आभूषण और खाने-पीने की वस्तुओं का प्रदर्शन किया। बच्चों के लिए झूले और पारंपरिक खेल भी लगाए गए, जो मेले की रौनक को और बढ़ा रहे थे।ऐसे मेलों का एक और महत्वपूर्ण पहलू यह है कि ये स्थानीय व्यापार और रोजगार को भी बढ़ावा देते हैं। मेले में लगे विभिन्न स्टॉल्स स्थानीय कारीगरों और व्यापारियों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान करते हैं, जहां वे अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर सकते हैं। यह स्थानीय अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने में मदद करता है और समुदाय के विकास में योगदान देता है।

सामाजिक एकता और समरसता का प्रतीक

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राम जानकी मंदिर का यह मेला समाज में सामाजिक एकता और समरसता को बढ़ावा देता है। यह आयोजन लोगों को एक दूसरे के करीब लाता है, जिससे समाज में आपसी समझ और सहयोग की भावना बढ़ती है। मेलों में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होता, यहां सभी को एक समान सम्मान और स्थान मिलता है।

विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह की विकास योजनाएं

डॉ. राजेश्वर सिंह न सिर्फ अपने निर्वाचन क्षेत्र के विकास के लिए जाने जाते हैं, बल्कि वे समाज में एकता और समरसता को बढ़ावा देने के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने क्षेत्र में कई विकास परियोजनाएं शुरू की हैं, जिनका उद्देश्य क्षेत्र के नागरिकों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना है। मेले के दौरान उन्होंने जनता से संवाद किया और उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं से जोड़ने का अवसर प्रदान करते हैं और हमें गर्व महसूस कराते हैं। डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस अवसर पर यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में वे और भी ऐसे आयोजन करेंगे जो समाज के विभिन्न वर्गों को एक साथ लाने और उन्हें एक दूसरे के करीब लाने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति और परंपराओं को संरक्षित और बढ़ावा देना हमारी जिम्मेदारी है और वे इस दिशा में निरंतर प्रयासरत रहेंगे। राम जानकी मंदिर, ठाकुर द्वारा बंगला बाजार का यह मेला न सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का भी उत्सव है। सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की उपस्थिति और उनके द्वारा की गई सर्व मंगल की कामना इस आयोजन को और भी विशेष बनाती है। ऐसे मेलों के माध्यम से हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं को सहेजने और आने वाली पीढ़ियों को उनसे जोड़ने का अनूठा अवसर मिलता है। मेले हमारी संस्कृति की पहचान हैं और यह सामाजिक समरसता और सौहार्द का प्रतीक भी हैं। इस मेले ने लोगों को एक साथ लाकर समाज में एकता और भाईचारे का संदेश दिया है। विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी महत्वपूर्ण बना दिया और उनके संदेश ने समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया।

इस प्रकार, राम जानकी मंदिर का मेला न सिर्फ धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह समाज में एकता, प्रेम और समरसता का भी संदेश देता है। ऐसे आयोजन हमें हमारी जड़ों से जोड़ते हैं और हमें यह याद दिलाते हैं कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध और विविधतापूर्ण है। सरोजनीनगर में ऐसे और भी मेलों के आयोजन से समाज में एकता और भाईचारे को बढ़ावा मिलेगा और हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने में मदद मिलेगी।

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