हमारे शरीर में ब्लड होता है, यह सबको पता है. लेकिन ये ब्लड हमारे शरीर में कहां बनते हैं या कहां से आते हैं, इसको लेकर काफी लोगों को जानकारी नहीं होती है. हमारे शरीर में खून बनने की शुरुआत हड्डियों के भीतर मौजूद बोन मैरो से होती है. यह बोन मैरो एक तरह का नरम, स्पंजी पदार्थ होता है, जो हड्डियों के बीचों–बीच भरा रहता है. यही वह जगह है जहां शरीर के लगभग 95 प्रतिशत ब्लड के सेल तैयार होते हैं. बड़े होने के बाद अधिकतर बोन मैरो हमारी कूल्हे की हड्डियों, सीने की हड्डी और रीढ़ की हड्डियों में पाया जाता है. शरीर के कुछ और अंग भी खून के सेल को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभाते हैंय इनमें लिंफ नोड्स, प्लीहा (स्प्लीन) और लीवर शामिल हैं. ये अंग मिलकर तय करते हैं कि किस समय खून के सेल कितने बनेंगे, कब टूटेंगे और कब किसी खास प्रकार के सेल में बदलेंगे.
बोन मैरो में बनने वाले सभी ब्लड सेल्स शुरुआत में एक स्टेम सेल के रूप में होती हैं. यही स्टेम सेल धीरे-धीरे बदलकर अलग-अलग तरह के सेल में विकसित होती हैं. इनमें रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स शामिल हैं. जब ये अधूरे रूप में होते हैं, तो इन्हें ‘ब्लास्ट’ कहा जाता है. कुछ ब्लास्ट बोन मैरो में ही रहकर आगे विकसित होते हैं, जबकि कुछ शरीर के अलग-अलग हिस्सों में जाकर पूरे विकसित सेल बन जाते हैं.
खून की हर सेल्स का क्या काम होता है?
रेड ब्लड सेल्स : इनका मुख्य काम है फेफड़ों से ऑक्सीजन पूरे शरीर तक पहुंचाना और शरीर में बनने वाली कार्बन डाइऑक्साइड को वापस फेफड़ों तक लाना. इन सेल्स में मौजूद हीमोग्लोबिन नाम का प्रोटीन इसी प्रक्रिया को आसान बनाता है.
व्हाइट ब्लड सेल्स: इनका काम है शरीर को इंफेक्शन से बचाना. इनमें कई तरह की सेल्स शामिल होती हैं, जैसे न्यूट्रोफिल्स, ईओसिनोफिल्स, लिम्फोसाइट्स, मोनोसाइट्स और बेसोफिल्स. हर एक प्रकार की कोशिका किसी न किसी खास तरह के इंफेक्शन से लड़ने में माहिर होती है.
इसके अलावा प्लेटलेट्स शरीर में खून जमाने का काम करती हैं, ताकि चोट लगने पर खून बहना रुक सके. शरीर में इन तीनों में से अगर किसी की भी कमी हो जाती है, तो शरीर में इसके लक्षण दिखने लगते हैं.
ब्लड क्या है?
खून वह जीवन को बनाए रखने वाला तरल है जो पूरे शरीर की ब्लड- वेसल्स में लगातार बहता रहता है. ये वेसल्स तीन तरह की होती हैं आर्टरी वेनिस और लिरिक्स खून इन्हीं रास्तों से पूरे शरीर में घूमकर ऑक्सीजन, पोषक तत्व और जरूरी तत्व पहुंचाता है और बेकार पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है.
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


































