हेक्टिक लाइफस्टाइल में खानपान बिगड़ा हुआ है. शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है. हमारी बाॅडी भी इस ओर इशारा करती है, लेकिन हम नजरअंदाज कर देते हैं. समस्या बढ़ती जाती है. ऐसे में वो काैन से लक्षण हैं, जिन्हें देखकर हमें सतर्क हो जाना चाहिए. आइए जानते हैं इस बारे में…
छाले और मुंह के किनारे पर क्रैक्स
दर्दनाक छाले या मुंह में किनारों पर क्रैक्स बनने लगें तो इन्हें नजरअंदाज न करें. ये बाॅडी में विटामिन की कमी का संकेत हो सकता है. ऐसा विटामिन बी 2 (राइबोफ्लेविन) की कमी से हो सकता है. बाॅडी में अन्य बी विटामिन और आयरन की कमी के दाैरान भी इस तरह के लक्षण सामने आते हैं. ऐसे में इससे बचने के लिए जरूरी है कि डाइट में पर्याप्त मात्रा में डेयरी प्रोडक्ट, मीट, फिश आदि को शामिल करें.
मंसूड़ों से खून आना
दांतों की सही से देखभाल नहीं करने से कई बार मंसूड़ों से खून आने की प्राॅब्लम देखी जाती है. लेकिन ये बाॅडी में विटामिन सी कमी की ओर भी इशारा करता है. विटामिन सी कोलेजन सिंथेसिस के लिए जरूरी होती है. जो मंसूड़ों को हेल्दी बनाए रखने में मदद करता है. इसके लिए जरूरी है कि विटामिन सी से भरपूर फूड जैसे ब्रोकली, स्ट्राॅबेरी, खट्टे फल आदि का सेवन किया जाए.
हेयर लाॅस
बालों के झड़ने की समस्या को लोग नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन ये बाॅडी में जरूरी पोषक तत्वों की ओर इशारा करता है. आयरन, जिंक, लियोनिक एसिड, नियासिन (विटामिन बी3) की कमी से बालों की समस्या देखने को मिल सकती है. आयरन की कमी से बाॅडी में हीमोग्लोबिन पर असर पड़ता है. इससे बालों की जड़ तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती. इससे बचाव के लिए जरूरी है कि डाइट में आयरन रिच फूड प्रोडक्ट जैसे पालक, बीन्स, दाल, रेड मीट आदि को शामिल किया जाए.
आंखों की रोशनी पर असर
बाॅडी में विटामिन ए की कमी से रात में देखने में समस्या हो सकती है. इसके साथ ही आंखों में सफेद धब्बे दिखने लगते हैं. विटामिन ए बाॅडी में आंखों की रोशनी बनाए रखने के साथ हेल्दी स्किन और इम्युनिटी को भी मजबूत करने में मदद करता है. इस विटामिन की कमी को दूर करने केलिए डेयरी प्रोडक्ट, ऑरेंज कलर के फ्रूट्स, गाजर, शकरकंद आदि को डाइट में शामिल करना चाहिए.
जब कंट्रोल में न रहे पैर
रेस्टलेस लेग सिंड्राॅम ये एक न्यूरोलाॅजिकल डिस्आर्डर होता है. जिसमें व्यक्ति को अपने पैरों को हिलाने की इच्छा होती है. कई बार ये अनकंट्रोल्ड हो जाता है. इस प्राॅब्लम का कोई कारण स्पष्ट नहीं है, हालांकि इसे मैग्नीशियम और आयरन की कमी से जोड़ा जाता है. ऐसे में साबुत अनाज, नट्स आदि से मैग्नीशियम की कमी को पूरा किया जा सकता है. वहीं चिकन, रेड मीट, फोर्टिफाइड अनाज आयरन की कमी को पूरा करने में मददगार साबित हो सकते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


































