किडनी हमारे शरीर के सबसे जरूरी अंगों में से एक है. यह शरीर के लिए कई जरूरी काम करती है, जैसे कि वेस्ट प्रोडक्ट्स को बाहर निकालना, बॉडी फ्लूड बैलेंस और ब्लड फिल्टर करने का काम. यही कारण है कि किडनी को हेल्दी रखने के लिए तरह-तरह के नियम अपनाए जाते हैं, ताकि इंसान का शरीर सही से काम करता रहे. कभी-कभी हम इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं, हमें लगता है कि इससे क्या ही असर पड़ेगा. लेकिन हमारी लाइफस्टाइल से जुड़ी छोटी-बड़ी चीजों से इस पर फर्क पड़ता है. चलिए जानते हैं कि इसे खराब होने के कौन से लक्षण दिखाई देते हैं.
कैसे पता करें कि किडनी खराब हो रहा है या नहीं?
किडनी में छोटे-छोटे फिल्टरिंग यूनिट्स नेफ्रॉन होते हैं. जब ये सही से काम नहीं करते हैं, तो किडनी सही से काम करना बंद कर देती है. इसको मेडिकल टर्म में नेफ्रोसिस के नाम से जाना जाता है. यह एक तरह से टर्म है, जो किडनी के डैमेज होने के लिए यूज किया जाता है. यह कोई बीमारी तो नहीं है, लेकिन अगर इस पर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो इससे आपको बाद में काफी गंभीर समस्या का सामना करना पड़ता है. इसके कुछ कारण पहले से ही दिखने लगते हैं, चलिए उनके बारे में आपको बताते हैं.
क्या-क्या होते हैं लक्षण?
Cleveland Clinic के अनुसार, बिस्तर पर ही इसके कुछ लक्षण दिखाई देने लगते हैं, जिसमें सबसे पहले आता है यूरिन में ज्यादा प्रोटीन आना. इसको सबसे अहम लक्षण माना जाता है, जिसके अंदर आप जब यूरिन करते हैं, तो इसमें नॉर्मल से ज्यादा मात्रा में प्रोटीन निकलता है और इसके चलते यूरिन झागदार दिखाई देता है. दूसरा सबसे बड़ा जो कारण है वह है ब्लड में प्रोटीन की कमी का होना. इस लक्षण के पीछे जो कारण होता है वह पहले कारण से लिंक है, यूरिन में ज्यादा प्रोटीन निकल जाने से ब्लड में प्रोटीन की मात्रा ज्यादा नहीं बचती है.
तीसरा कारण थकान और कमजोरी का होना है. शरीर में प्रोटीन और एनर्जी का पर्याप्त मात्रा में न होने से इंसान को जल्दी थकान की दिक्कत होने लगती है. भूख न लगना और शरीर में सूजन भी इसके लक्षण हो सकते हैं. इनके अलावा कई बार ऐसे भी लक्षण दिखते हैं कि आपको यूरिन कम लगने लगती है, बीपी आपका अचानक बढ़ने लगता है और कुछ मामलों में तो आपके यूरिन से ब्लड निकलने की भी समस्या होने लगती है. अगर आपको भी इनमें से कोई दिक्कत है, तो तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए, जिससे सही समय पर उचित इलाज किया जा सके.
Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.