भारत और पाकिस्तान के बीच इसी साल मई के महीने में लगातार तीन दिनों तक चले संघर्ष पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा बयान दिया है. ट्रंप ने बड़ा दावा करते हुए कहा है कि उनके नेतृत्व में अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच बड़ी लड़ाई को टालने में अहम भूमिका निभाई थी.
ट्रंप ने कहा कि यह संघर्ष परमाणु युद्ध की तरफ बढ़ सकता था, लेकिन अमेरिका के हस्तक्षेप और व्यापारिक दबाव की नीति से हालात को काबू में लाया गया. उन्होंने सोमवार को एक इंटरव्यू में कहा, “हमने बहुत सी लड़ाइयां रोकी हैं, उनमें से एक बहुत बड़ी लड़ाई भारत और पाकिस्तान के बीच थी. हमने व्यापार को लेकर उसे रोका है. हम भारत और पाकिस्तान के साथ काम कर रहे हैं.”
अमेरिकी राष्ट्रपति ने किया बड़ा दावा
अमेरिकी राष्ट्रपति ने आगे कहा, “हमने साफ कह दिया था कि अगर आप लड़ने वाले हैं तो हम आप दोनों में से किसी के साथ कोई व्यापारिक सौदा नहीं करेंगे. वे शायद उस समय परमाणु हथियार बनाने के चरण में थे. ऐसे में उसे रोकना बेहद जरूरी था.”
ट्रंप ने किया था भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान
गौरतलब है कि 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए 6-7 मई की दरमियानी रात ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया. इस दौरान भारत ने पीओके में 9 आतंकी ठिकानों को अपना निशाना बनाया. इसके बाद पाकिस्तान की तरफ से भारत के कई शहरों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमले किए गए, जिसका भारत ने भी बखूबी जवाब दिया.
लगातार तीन दिनों तक चले संघर्ष के बाद 10 मई को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का ऐलान किया गया, जिसकी घोषणा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की. हालांकि, भारत ने ये स्पष्ट किया कि पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर की अपील की गई थी और ट्रंप की इसमें कोई भूमिका नहीं थी।