HomeDaily Newsकांग्रेस पार्टी विदेशी ताकतों के प्रभाव में, तभी कर रही विरासत टैक्स...

कांग्रेस पार्टी विदेशी ताकतों के प्रभाव में, तभी कर रही विरासत टैक्स की बात- डॉ.राजेश्वर सिंह

  • विरासत टैक्स विवाद पर सरोजनीनगर विधायक ने रखा पक्ष, आंकड़ों के साथ, कांग्रेस की नीयत पर उठाया सवाल
  • राजेश्वर सिंह ने कहा कांग्रेस की नीयत देश की संस्कृति और परिवार रूपी संस्था के लिए हानिकारक और खतरनाक
  • मेहनत की कमाई छीनने की कांग्रेस की मानसिकता नृशंस

लखनऊ: सरोजनीनगर विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह ने बुधवार को कांग्रेस पार्टी पर तीखा हमला बोला। अपने आधिकारिक एक्स (ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए डॉ. सिंह ने कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा द्वारा अमेरिका की तर्ज पर विरासत टैक्स लगाए जाने की वकालत पर तीखी टिप्पणी करते हुए सरोजनीनगर विधायक ने लिखा कि भारत में, परिवार और संबंधों के बंधन बहुत मजबूत हैं, जो हमारे देश, संस्कृति और धर्म की नींव हैं। लोग न केवल अपने लिए नहीं बल्कि अपने बच्चों और परिवार के लिए कमाने का प्रयास करते हैं।

बच्चों और परिवार के दूसरे सदस्यों के लिए अर्जित मेहनत की कमाई को छीनने की कांग्रेस की मानसिकता को नृशंस बताते हुए डॉ. सिंह ने लिखा कि ऐसा लगता है कि कांग्रेस के लोग विदेशी ताकतों के प्रभाव में हैं और उनका लक्ष्य हमारी पारिवारिक व्यवस्था को तोड़ना और हमारे समाज को कमजोर करना है। सरोजनी नगर विधायक ने विदेशों में परिवार रूपी संस्था के संबंध में आंकड़े शेयर करते हुए लिखा कि कमजोर परिवार और रिश्तों की व्यवस्था के कारण विदेशों में आत्महत्या और अवसाद की दर सबसे अधिक है। अमेरिका में तलाक की दर प्रति 1,000 विवाहित महिलाओं पर 14.56 तलाक है, जो तलाक की सबसे अधिक संभावना वाले 100 देशों में से 19वें स्थान पर है, जबकि भारत में, 2022 में यह प्रति 1,000 लोगों पर केवल 0.01 (लगभग 1%) है, एक दुनिया में सबसे कम में से एक है। इसी तरह, शराब की लत से ग्रसित अमेरिका की कुल आबादी का 13.9% है, जबकि भारत में यह 4.9% है। संयुक्त राज्य अमेरिका में 10 में से 1 से अधिक लोगों में अवसाद व्याप्त है, जबकि भारत में यह अभी आधे से भी कम है। विधायक ने आगे जोड़ा कि आत्महत्या के संबंध में, अमेरिका में प्रति 1 लाख जनसंख्या पर 14.51 की दर और दुनिया में 31वीं रैंक है जो भारत की तुलना में बहुत अधिक है।

सरोजनी नगर विधायक ने लिखा कि कांग्रेस द्वारा विरासत पर टैक्स की बात करना न केवल शर्मनाक है बल्कि देश, संस्कृति और परिवार रूपी संस्था के लिए हानिकारक भी है।

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments