
लखनऊ, 24 दिसंबर 2024: उत्तर प्रदेश के श्रम एवं सेवायोजन विभाग ने बेरोजगार युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज (टीसीएस) के साथ एक ऐतिहासिक समझौता (एमओयू) किया। यह बैठक श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस साझेदारी का उद्देश्य राज्य के युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाना है।
रोजगार संगम पोर्टल: सेवाओं की जानकारी
रोजगार संगम पोर्टल (rojgaarsangam.up.gov.in) के माध्यम से बेरोजगार अभ्यर्थियों को निम्नलिखित सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी:
- रोजगार मेले और कैंपस प्लेसमेंट: जॉब सीकर्स के लिए रोजगार मेलों का आयोजन।
- डायरेक्टर हायरिंग और ओवरसीज प्लेसमेंट: विदेशों में रोजगार की संभावना।
- लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम: कौशल विकास के लिए डिजिटल मॉड्यूल।
- ऑनलाइन काउंसलिंग: नौकरी और करियर के बारे में मार्गदर्शन।
टीसीएस के साथ समझौते का महत्व
मंत्री अनिल राजभर ने इस समझौते के महत्व को रेखांकित करते हुए बताया:
- 3000 निजी कंपनियों में रोजगार के अवसर: पोर्टल पर पंजीकृत युवाओं को बेहतर नौकरी का अवसर।
- निशुल्क कैरियर संबंधी जानकारी: पाठ्यक्रम, प्रवेश परीक्षा, और छात्रवृत्ति की जानकारी।
- डिजिटल लर्निंग: युवाओं को कॉर्पोरेट जगत के लिए तैयार करना।
- साक्षात्कार और रिज्यूमे प्रशिक्षण: नौकरी पाने के लिए आवश्यक कौशल।
निशुल्क प्रशिक्षण और प्रमाण पत्र
टीसीएस द्वारा निम्नलिखित प्रशिक्षण और सेवाएं निशुल्क प्रदान की जाएंगी:
- सॉफ्ट स्किल्स प्रशिक्षण: कम्युनिकेशन, साक्षात्कार की तैयारी।
- तकनीकी पाठ्यक्रम: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स।
- प्रमाण पत्र: TCS iON द्वारा प्रमाणित, जो रोजगार में सहायक होगा।
- लाइव सेशन: उद्योग विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन।
रोजगार मेलों की निरंतरता
सेवायोजन विभाग ने पिछले वर्षों में रोजगार मेलों के माध्यम से हजारों युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार प्रदान किया। इस समझौते से रोजगार मेलों का विस्तार होगा और अधिक से अधिक युवाओं को लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम में उपस्थिति
इस ऐतिहासिक अवसर पर कई महत्वपूर्ण अधिकारी उपस्थित रहे:
- नेहा प्रकाश: प्रमुख सचिव, श्रम एवं सेवायोजन।
- मीनल सिंह: निदेशक, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन।
- पी.के. पुंडीर: नेशनल हेड, टीसीएस।
- मानपाल सिंह और राजेंद्र प्रसाद: अपर निदेशक, सेवायोजन और प्रशिक्षण।
यह समझौता उत्तर प्रदेश सरकार की रोजगार नीति को सशक्त करेगा और राज्य के युवाओं को निजी क्षेत्र में बेहतर रोजगार के लिए तैयार करेगा। इससे न केवल युवाओं का कौशल विकास होगा, बल्कि रोजगार बाजार की आवश्यकताओं के अनुसार उनकी तैयारी भी सुनिश्चित होगी।


































