
- SKD का वार्षिक कार्यक्रम: SKD के छात्रों की प्रतिभा, एकता और शारीरिक-मानसिक विकास का सशक्त मंच।
- डॉ. राजेश्वर सिंह का संदेश: युवाओं को सशक्त बनाने और राष्ट्र निर्माण में योगदान देने का आह्वान।
- स्वास्थ्य पर फोकस: भारत में 1.25 करोड़ बच्चों के मोटापे की समस्या पर चिंता और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की अपील।
- सतत विकास की बात: वर्ल्ड ओवरशूट डे 2024 का जिक्र करते हुए पर्यावरण संरक्षण और संसाधन बचाने पर जोर।
- विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति: मंत्रियों और नेताओं ने छात्रों को प्रेरित करते हुए SKD संस्थान की उपलब्धियों की सराहना की।

लखनऊ (सरोजनी नगर), 01 दिसम्बर 2024: SKD ग्रुप ऑफ एजुकेशन ने अपने वार्षिक खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम के आयोजन में छात्रों की प्रतिभा, एकता और शारीरिक व मानसिक विकास को प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सरोजनी नगर के लोकप्रिय विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने शिरकत की। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को प्रेरित करते हुए कहा कि, “ऐसे आयोजन केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं हैं, बल्कि राष्ट्र निर्माण की दिशा में मजबूत कदम हैं। SKD जैसी संस्थाएं हमारे देश के उज्ज्वल भविष्य की आधारशिला रख रही हैं।”

सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने SKD के निदेशक मनीष सिंह और उनकी दूरदृष्टि की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में SKD ने 2024 में प्रतिष्ठित NAAC रैंकिंग हासिल की है। यह संस्थान न केवल शैक्षिक उत्कृष्टता में शीर्ष पर है, बल्कि अपने छात्रों को भावी नेतृत्व और जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए तैयार कर रहा है।
विशिष्ट अतिथियों ने बढ़ाई कार्यक्रम की शोभा

इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के प्रमुख नेताओं और मंत्रियों की उपस्थिति ने इसे और गरिमामय बना दिया। लखनऊ के सरोजनीनगर से जनप्रिय भाजपा विधायक डॉ.राजेश्वर सिंह के अलावा उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, राज्य मंत्री (अल्पसंख्यक कल्याण) दानिश आज़ाद अंसारी, पूर्व कैबिनेट मंत्री और MLC महेंद्र प्रताप सिंह, और बीजेपी अवध क्षेत्र के अध्यक्ष कमलेश जी ने छात्रों को अपने प्रेरक शब्दों से संबोधित किया।

इन नेताओं ने SKD ग्रुप को उनकी शैक्षिक गुणवत्ता और राष्ट्र निर्माण में योगदान के लिए बधाई दी। साथ ही, छात्रों को जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया।
युवाओं को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने का संदेश

डॉ. राजेश्वर सिंह ने इस अवसर पर बच्चों और युवाओं की स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं पर भी ध्यान केंद्रित किया। उन्होंने बताया कि भारत में 1.25 करोड़ बच्चे मोटापे की समस्या से जूझ रहे हैं, जो भविष्य में गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है।
उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में स्क्रीन टाइम और सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के चलते मानसिक स्वास्थ्य भी एक बड़ी समस्या बन गया है। उन्होंने अभिभावकों और शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करें। खेलकूद, संतुलित आहार और नियमित व्यायाम जैसी आदतें उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होंगी।
सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण पर जोर

डॉ. सिंह ने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने 2024 के वर्ल्ड ओवरशूट डे का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हमें यह याद दिलाता है कि हम पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों का अत्यधिक उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझें और सतत जीवनशैली अपनाएं। उनका कहना था कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता केवल व्यक्तिगत विकास ही नहीं, बल्कि सामूहिक प्रगति का हिस्सा भी है।
SKD संस्थान: भविष्य के लिए एक प्रेरणादायक केंद्र

डॉ. सिंह ने SKD के संस्थापक SKD सिंह की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि उनकी मेहनत, समर्पण और दृष्टिकोण ने इस संस्थान को देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में स्थान दिलाया है। SKD के शिक्षकों और कर्मचारियों की प्रतिबद्धता की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी मेहनत छात्रों की सफलता में झलकती है।
कार्यक्रम के दौरान, SKD के छात्रों ने विभिन्न खेलकूद प्रतियोगिताओं, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों और कला प्रदर्शनियों में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया। यह न केवल उनकी कलात्मक और शारीरिक क्षमताओं को उजागर करता है, बल्कि उनमें आत्मविश्वास भी बढ़ाता है।
डॉ. सिंह का प्रेरणादायक संदेश
कार्यक्रम के समापन पर डॉ. राजेश्वर सिंह ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि भारत के सबसे उज्ज्वल दिन हमारे सामने हैं। उन्होंने कहा, “SKD के छात्रों की ऊर्जा और उत्साह हमें आश्वस्त करते हैं कि हमारा भविष्य सक्षम हाथों में है।” उन्होंने युवाओं को आधुनिक युग की चुनौतियों के लिए तैयार रहने, स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्ध रहने की सलाह दी।
SKD का वार्षिक खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रम केवल एक आयोजन नहीं था, बल्कि यह छात्रों की क्षमताओं को पहचानने और उन्हें नए आयाम देने का मंच था। इस कार्यक्रम ने शिक्षा, संस्कृति, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण के महत्व को रेखांकित किया। SKD जैसे संस्थान न केवल छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान कर रहे हैं, बल्कि उन्हें देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।


































