
अयोध्या: हनुमानगढ़ी के वरिष्ठ संत और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व जिलाध्यक्ष मनमोहन दास का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। उनके निधन से अयोध्या के संत समाज और भाजपा कार्यकर्ताओं में गहरा शोक व्याप्त है। मनमोहन दास का इलाज अयोध्या के श्री राम अस्पताल में चल रहा था, जहां डॉक्टरों की टीम ने उन्हें मृत घोषित किया।
मनमोहन दास धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए जाने जाते थे। उन्होंने हनुमानगढ़ी में अपने संत जीवन के साथ-साथ भाजपा के जिलाध्यक्ष के रूप में भी अपनी सेवाएं दी थीं। उनके निधन से हनुमानगढ़ी के संतों के साथ-साथ पार्टी कार्यकर्ताओं में भी गहरा दुःख है।
अस्पताल में अंतिम समय
हनुमानगढ़ी के संतों ने जब देखा कि मनमोहन दास की तबीयत में सुधार नहीं हो रहा है, तो उन्हें अयोध्या के श्री राम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। श्री राम अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी यशपाल सिंह ने डॉक्टरों की एक टीम के साथ उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया। डॉक्टरों ने मनमोहन दास की गंभीर स्थिति का आकलन किया, लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया, जिससे धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्रों में शोक की लहर दौड़ गई।
धार्मिक और राजनीतिक योगदान
मनमोहन दास का जीवन संत परंपरा में गहरी आस्था और धार्मिक कार्यों में समर्पित रहा। उन्होंने हनुमानगढ़ी के संत समाज में एक महत्वपूर्ण स्थान बनाया और संत समुदाय के बीच अपने सम्मानित व्यक्तित्व के लिए जाने जाते थे। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में भी प्रमुख भूमिका निभाई और जिलाध्यक्ष के पद पर अपनी सेवाएं दीं। उनके नेतृत्व में पार्टी को मजबूती मिली और उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए कड़ी मेहनत की।
हनुमानगढ़ी में शोक की लहर
मनमोहन दास के निधन की खबर सुनते ही हनुमानगढ़ी के संत समाज में शोक की लहर दौड़ गई। संत समाज के लोग उनके निधन पर शोक व्यक्त कर रहे हैं और उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। हनुमानगढ़ी के संतों ने कहा कि मनमोहन दास के जाने से एक अध्याय समाप्त हो गया है और उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा।
अंतिम संस्कार की तैयारियां
मनमोहन दास के निधन के बाद उनके अनुयायी और चाहने वाले बड़ी संख्या में उनके अंतिम दर्शन के लिए एकत्र हो रहे हैं। उनके अंतिम संस्कार की तैयारियां की जा रही हैं और हनुमानगढ़ी के संत समाज के साथ-साथ राजनीतिक हस्तियां भी अंतिम विदाई देने के लिए तैयार हैं।
हनुमानगढ़ी के संत और भाजपा नेता मनमोहन दास का निधन धार्मिक और राजनीतिक क्षेत्र में एक अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन समाज और धर्म की सेवा में समर्पित रहा और उन्होंने अपनी मेहनत और समर्पण से पार्टी और समाज में अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया। उनके जाने से न केवल हनुमानगढ़ी बल्कि पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है, और उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।


































