
- सरोजनीनगर की 42 आरडब्ल्यूए अब कम्युनिटी लाइब्रेरियों से सुसज्जित
- डॉ. राजेश्वर सिंह ने प्रस्तुत किया नेट जीरो और सतत विकासशील सरोजनीनगर का विज़न
- ज्ञान-आधारित और पर्यावरण-संतुलित विधानसभा का निर्माण : डॉ. राजेश्वर सिंह की परिवर्तनकारी पहल
- पर्यावरण संरक्षण में उत्कृष्ट कार्य के लिए भागीरथी एन्क्लेव निवासियों की सराहना, डिजिटल सहायता का संकल्प

लखनऊ। एक पुस्तक दुनिया बदल सकती है, एक पुस्तक सोच बदल सकती है, और एक पुस्तक समाज बदल सकती है। लाइब्रेरी केवल पढ़ने का स्थान नहीं होतीयह समुदाय के हृदय की धड़कन है, जो लोगों, विचारों और पीढ़ियों को जोड़ती है। इसी भावना के साथ सरोजनी नगर विधान सभा क्षेत्र की सभी 104 आरडब्ल्यूए में कम्युनिटी लाइब्रेरी की स्थापना के मिशन को आगे बढ़ाते हुए,विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने रविवार को पाँच आरडब्ल्यूए – गोवर्धन एनक्लेव, कासा ग्रीन, लक्ष्य हाइट्स, द ग्रेस और रोहतास आइकॉन में नई कम्युनिटी लाइब्रेरी का लोकार्पण किया।

इसके साथ ही सरोजनीनगर की कुल 42 आरडब्ल्यूए अब अपनी स्वयं की कम्युनिटी लाइब्रेरियों से सुसज्जित हो चुकी हैं। ये लाइब्रेरियाँ केवल पुस्तकों तक पहुँच का माध्यम नहीं हैं, बल्कि समाज में पठन, संवाद और सहभागिता की नई संस्कृति का निर्माण कर रही हैं।
भागीरथी एन्क्लेव के पर्यावरण संरक्षण प्रयासों की सराहना :
कार्यक्रम के दौरान डॉ. राजेश्वर सिंह ने भागीरथी एन्क्लेव के निवासियों की पर्यावरण संरक्षण और अपशिष्ट पुनर्चक्रण (Waste Recycling) में सक्रिय भागीदारी के लिए सराहना की। उन्होंने कहा कि यहाँ के आरडब्ल्यूए सदस्य प्लास्टिक, पेपर और अन्य पुनर्चक्रण योग्य वस्तुओं का संग्रह पूरी निष्ठा और अनुशासन के साथ कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि यहाँ के बच्चे पर्यावरण के प्रति सजग और जिम्मेदार बन रहे हैं। “ऐसे प्रयास न केवल प्रकृति की रक्षा करते हैं, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को सतत जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित भी करते हैं,” डॉ. सिंह ने कहा।

इस अवसर पर उन्होंने भागीरथी एन्क्लेव की पूर्व में स्थापित लाइब्रेरी का भ्रमण किया तथा वहाँ दो कंप्यूटर प्रदान करने का संकल्प व्यक्त किया, ताकि निवासियों और बच्चों के लिए डिजिटल शिक्षा और अधिगम (learning) के अवसर और सुदृढ़ हो सकें। इस दौरान डॉ. सिंह RWA सदस्यों के साथ टेबल टेनिस खेलते भी नजर आए।
सतत जीवनशैली की दिशा में आह्वान :
संसाधनों के अत्यधिक उपभोग की वैश्विक चुनौती पर प्रकाश डालते हुए, डॉ. सिंह ने Earth Overshoot Day की अवधारणा का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा, “जब यह विचार 1972 में प्रारंभ हुआ था, तब मानवता पृथ्वी के वार्षिक संसाधनों का उपयोग 26 दिसंबर तक कर लेती थी। आज यह तिथि घटकर 1 अगस्त पर आ गई है अर्थात हम मात्र सात महीनों में ही वह सब उपयोग कर लेते हैं जो प्रकृति पूरे वर्ष में पुनः उत्पन्न करती है।” उन्होंने नागरिकों से सतत आदतें अपनाने का आह्वान करते हुए कहा, “सतत जीवनशैली समाज के लिए सबसे बड़ा उपचार है, और यही हमारे बच्चों तथा उनके भविष्य के लिए सच्ची सेवा है।”
नेट जीरो की दिशा में अग्रसर सरोजनीनगर :
डॉ. सिंह ने यह भी साझा किया कि सरोजिनी नगर को देश की पहली Net Zero Constituency बनाने की दिशा में कार्य जारी है।
उन्होंने कहा, “हमारा विज़न यह सुनिश्चित करना है कि सरोजिनी नगर में कार्बन उत्सर्जन शून्य हो और विकास का हर पहलू पर्यावरणीय संतुलन के अनुरूप हो। यह मिशन तभी सफल होगा जब प्रत्येक नागरिक इसमें सक्रिय रूप से सहभागी बने।” उन्होंने बताया कि इस दिशा में सौर ऊर्जा, अपशिष्ट प्रबंधन और सामुदायिक जागरूकता के माध्यम से निरंतर कार्य किया जा रहा है।
फिटनेस और डिजिटल साक्षरता के माध्यम से प्रगति :
डॉ. सिंह के नेतृत्व में सरोजनीनगर में सामुदायिक विकास और डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में निरंतर प्रगति हो रही है। अब तक 100 ओपन-एयर जिम स्थापित किए जा चुके हैं, जिससे लोग स्वास्थ्य और फिटनेस के प्रति प्रेरित हो रहे हैं। इसके साथ ही, 60 से अधिक विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में डिजिटल लाइब्रेरी और स्मार्ट क्लास पैनल स्थापित किए गए हैं, ताकि हर बच्चे को आधुनिक डिजिटल शिक्षा का अवसर प्राप्त हो सके।“हर बच्चे को डिजिटल अधिगम का अवसर मिलना चाहिए, क्योंकि भविष्य डिजिटल रूप से सशक्त पीढ़ियों का होगा,” डॉ. सिंह ने कहा।
डॉ. राजेश्वर सिंह ने कार्यक्रम की सफलता में सहयोग देने वाले सभी गणमान्य अतिथियों और आरडब्ल्यूए सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया -भागीरथी एन्क्लेव अध्यक्ष डॉ. पूजा सिंह, उपाध्यक्ष जे.के. शुक्ला, भाजपा मंडल अध्यक्ष मोहित तिवारी, सेक्टर संयोजक आरती शुक्ला, बूथ अध्यक्ष एस.के. सिंह, दीपक गुप्ता, ओम प्रकाश यादव, रामाशंकर त्रिपाठी, के.एन. सिंह, शैलेन्द्र सिंह, सुमन सिंह, गोवर्धन एनक्लेव आरडब्ल्यूए अध्यक्ष नीरज श्रीवास्तव, रोहतास आइकॉन के भूपेन्द्र तथा समाज के सभी सम्मानित सदस्यों का जिन्होंने साक्षरता, पर्यावरण और सामुदायिक विकास की इस अद्भुत पहल में सक्रिय योगदान दिया।


































