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महाराजा लाखन पासी जयंती पर सरोजनीनगर में गूँजा पराक्रम, शिक्षा और स्वाभिमान का संदेश: लाखन पासी से उदा देवी तक – डॉ. राजेश्वर सिंह बोले, पासी समाज का इतिहास धर्म और देश रक्षा की गाथा, ‘मिशन शिक्षा-सम्मान’ के अंतर्गत बेटियों को साइकिल और मेधावियों को लैपटॉप, मातृशक्ति को सम्मानित किया गया

महाराजा लाखन पासी जयंती पर सरोजनीनगर में गूँजा पराक्रम, शिक्षा और स्वाभिमान का संदेश: लाखन पासी से उदा देवी तक - डॉ. राजेश्वर सिंह बोले, पासी समाज का इतिहास धर्म और देश रक्षा की गाथा, ‘मिशन शिक्षा-सम्मान’ के अंतर्गत बेटियों को साइकिल और मेधावियों को लैपटॉप, मातृशक्ति को सम्मानित किया गयामहाराजा लाखन पासी जयंती पर सरोजनीनगर में गूँजा पराक्रम, शिक्षा और स्वाभिमान का संदेश: लाखन पासी से उदा देवी तक - डॉ. राजेश्वर सिंह बोले, पासी समाज का इतिहास धर्म और देश रक्षा की गाथा, ‘मिशन शिक्षा-सम्मान’ के अंतर्गत बेटियों को साइकिल और मेधावियों को लैपटॉप, मातृशक्ति को सम्मानित किया गया
  • सरोजनीनगर के ग्राम गहरू में महाराजा लाखन पासी जयंती पर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने समाज के वीर इतिहास और स्वाभिमान की भावना को नमन किया।
  • डॉ. सिंह ने ‘मिशन शिक्षा-सम्मान’ के तहत मेधावी छात्रों को लैपटॉप और बेटियों को साइकिल वितरित कर शिक्षा व स्वावलंबन का संदेश दिया।
  • पासी समाज की 10 महिलाओं को विशिष्ट सम्मान और 5 मातृशक्ति को सिलाई मशीन प्रदान कर नारी सशक्तिकरण की पहल की गई।
  • अपने संबोधन में डॉ. सिंह ने कहा कि भविष्य शस्त्रों से नहीं, बल्कि डिजिटल स्किल्स और शिक्षा से सुरक्षित होगा।
  • कार्यक्रम में समाज के अनेक जनप्रतिनिधियों, कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों की उपस्थिति में एकता, शिक्षा और स्वाभिमान का संदेश गूँजा।

लखनऊ। सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सभा गहरू में महाराजा लाखन पासी जयंती के अवसर पर एक भव्य समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें स्थानीय विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। यह आयोजन पासी समाज की गौरवशाली परंपराओं, उनके संघर्ष, बलिदान और समाज उत्थान के मूल्यों को पुनर्जीवित करने वाला साबित हुआ।

कार्यक्रम का शुभारंभ महाराजा लाखन पासी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किया गया। विधायक डॉ. सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि पासी समाज का इतिहास केवल किसी जातीय गौरव का नहीं, बल्कि धर्म की रक्षा, देश की रक्षा और स्वाभिमान की रक्षा का इतिहास है। उन्होंने कहा कि महाराजा बिजली पासी अपने समय के लोकनायक थे, जिन्होंने शासन और समाज में न्याय की स्थापना की।

“पासी समाज के महापुरुषों ने दी देश को दिशा” -डॉ. राजेश्वर सिंह

डॉ. सिंह ने अपने संबोधन में कहा – “वीरा पासी ने अंग्रेजों के खिलाफ गुरिल्ला युद्ध लड़ा, वीरांगना उदा देवी पासी ने लखनऊ की धरती पर 36 अंग्रेज सैनिकों को मारकर वीरगति पाई। मदारी पासी ने एका आंदोलन का नेतृत्व किया, जबकि मसूरिया दीन पासी ने बहुजन अधिकारों के लिए संसद से लेकर सड़क तक संघर्ष किया। ये नाम भारत के गौरव और समानता के प्रतीक हैं।”

उन्होंने कहा कि इतिहास हमें सिखाता है कि केवल एकजुटता से ही समाज और राष्ट्र का स्वाभिमान सुरक्षित रह सकता है। “700 वर्षों तक मुगल और 200 वर्षों तक अंग्रेज शासन करते रहे, लेकिन उनकी संख्या कभी लाखों में नहीं रही। वे इसलिए शासन कर सके क्योंकि वे संगठित थे और हम बिखरे हुए। आज समय है कि हम फिर से एकजुट होकर अपने समाज और देश की समृद्धि के लिए कार्य करें,” उन्होंने कहा।

“भविष्य शस्त्रों से नहीं, स्किल्स से सुरक्षित होगा” – डिजिटल चेतना पर बल

डॉ. सिंह ने युवाओं से आह्वान किया कि भविष्य डिजिटल युग का है और भारत को अब शस्त्रों से नहीं, बल्कि स्किल्स से सुरक्षित करना होगा। उन्होंने कहा कि सरोजनीनगर में 14 रण बहादुर सिंह डिजिटल शिक्षा एवं युवा सशक्तिकरण केंद्र इसी सोच के तहत संचालित किए जा रहे हैं, ताकि युवा तकनीकी दक्षता प्राप्त कर आत्मनिर्भर बन सकें।

मिशन शिक्षा-सम्मान : मेधावियों को लैपटॉप, बेटियों को साइकिल, मातृशक्ति को सम्मान

समारोह में डॉ. राजेश्वर सिंह ने ‘मिशन शिक्षा-सम्मान’ के तहत मेधावी छात्रों को लैपटॉप और मेधावी बेटियों को साइकिल भेंट की, साथ ही समाज की विशिष्ट महिलाओं को सम्मानित किया।

लैपटॉप प्राप्त करने वाले विद्यार्थी:
वैशाली (84.5%, पिता श्री संतोष कुमार, निवासी दांदूपुर), विश्व प्रताप (81.5%, पिता देवेंद्र, निवासी दांदूपुर), रुद्रादित्य देवराज (पिता दिलीप रावत, निवासी गहरू), अंजलि कुमारी (75.6%, पिता राकेश कुमार, निवासी अवध विहार कॉलोनी) और सौम्या राजीव (74.4%, पिता राजीव रावत, निवासी सदरौना)।

साइकिल प्राप्त करने वाली मेधावी बेटियाँ:
अनुष्का रावत, रेनू, मुस्कान, अंशिका, खुशबू, नैना, शिवानी, अंजली, आकृति वर्मा और सान्या रावत — इन सभी को शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।

विशिष्ट सम्मान प्राप्त करने वाली महिलाएँ:
उर्मिला, राजवती, कान्ति, छाया देवी, उषा, सुषमा देवी, जनक दुलारी, मुन्नी देवी, कलावती और सिया दुलारी — इन सभी को समाज सेवा और प्रेरणादायक योगदान के लिए नगद राशि देकर सम्मानित किया गया।

5 मातृशक्ति को सिलाई मशीन प्रदान कर किया सम्मानित:
प्रेमवती, पिंकी, प्रेमा, ममता रावत और संध्या – इन उद्यमशील महिलाओं को आत्मनिर्भरता के प्रतीक के रूप में सिलाई मशीनें प्रदान की गईं। डॉ. सिंह ने कहा, “जब नारी सशक्त होती है, तो समाज आत्मनिर्भर बनता है।”

पासी समाज के एकजुटता और सम्मान का पर्व बना आयोजन

यह समारोह केवल जयंती उत्सव नहीं बल्कि पासी समाज की एकता, शिक्षा, स्वावलंबन और आत्मगौरव का प्रतीक दिवस बन गया। डॉ. सिंह ने कहा कि आने वाले वर्षों में सरोजनीनगर क्षेत्र को समाज सुधार और शिक्षा के क्षेत्र में मॉडल विधानसभा के रूप में विकसित किया जाएगा।

कार्यक्रम में अनेक जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग रहे उपस्थित

कार्यक्रम के मुख्य आयोजक दिलीप कुमार (बीडीसी) थे। मंच पर उपस्थित विशिष्ट अतिथियों में अनुसूचित जाति/जनजाति आयोग के अध्यक्ष बैजनाथ रावत, पूर्व सांसद रीना चौधरी, एमएलसी रामचन्द्र प्रधान, डी.पी. रावत, वीरेंद्र तिवारी, शिवशंकर सिंह शंकरी, प्रेमवती रावत, अनीता रावत, पूनम रावत, सुरेश रावत, राजकिशोर पासी, मनीष द्विवेदी, रमा शंकर त्रिपाठी, सुशील रावत, शतगुरु शरण रावत, रामेश्वर आजाद, शिवकुमार सिंह चच्चू, ममता अंबेडकर, मुरली रावत, के.एन. सिंह (पार्षद) सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं ग्रामीणजन उपस्थित रहे।

कार्यक्रम का सार – शिक्षा, स्वाभिमान और समाज निर्माण का उत्सव

महाराजा लाखन पासी जयंती पर आयोजित यह समारोह पासी समाज की गौरवगाथा को पुनर्जीवित करने और नई पीढ़ी में शिक्षा, स्वावलंबन एवं संस्कार के मूल्यों को रोपित करने का सशक्त माध्यम बना। डॉ. राजेश्वर सिंह के नेतृत्व में सरोजनीनगर क्षेत्र लगातार समाज सशक्तिकरण, शिक्षा उन्नयन और डिजिटल प्रगति की दिशा में अग्रसर है।

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