
- यूपी विधानसभा के इतिहास में पहली बार 24 घंटे से ज़्यादा चला सत्र, रात 3 बजे डॉ. राजेश्वर सिंह का दमदार भाषण।
- भारत 6.5% विकास दर के साथ दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना, निर्यात 38 से 74 लाख करोड़ पहुँचा।
- यूपी 11.5% जीएसडीपी और 2.25 लाख करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर के साथ निवेशकों का पसंदीदा राज्य।
- सरोजनीनगर में 7,000 करोड़ की आवासीय परियोजना, 10,000 करोड़ की एआई सिटी और ईवी प्लांट से विकास को गति।
- डिफेंस कॉरिडोर में ब्रह्मोस निर्माण और 32,000 करोड़ की 4,118 परियोजनाओं से सरोजनीनगर बना रोल मॉडल।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में बुधवार को इतिहास रचा गया। पहली बार सदन का संचालन लगातार 24 घंटे से अधिक चला। इस विशेष चर्चा का विषय था “विकसित भारत – विकसित उत्तर प्रदेश विज़न 2047”। देर रात करीब साढ़े तीन बजे, जब आमतौर पर सदन की कुर्सियाँ खाली होती हैं, उस वक्त सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने ऐसा भाषण दिया जिसने पूरे सदन को ऊर्जा से भर दिया।
भारत की मजबूत अर्थव्यवस्था पर बोले डॉ. सिंह
डॉ. सिंह ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की तस्वीर पेश की। उन्होंने कहा कि आज भारत 6.5% की विकास दर से आगे बढ़ रहा है, जबकि वैश्विक औसत महज़ 3.5% है। उन्होंने आँकड़ों के साथ बताया कि जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी, तब भारत का निर्यात 38 लाख करोड़ रुपये था, जो आज बढ़कर 74 लाख करोड़ रुपये हो गया है। भारत अब 50 लाख करोड़ रुपये से अधिक के विदेशी मुद्रा भंडार और सालाना 6 लाख करोड़ रुपये के प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के साथ विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
उत्तर प्रदेश के प्रगति की नई पहचान
डॉ. सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज देश की सबसे तेज़ी से उभरती हुई राज्य अर्थव्यवस्था है। 11.5% जीएसडीपी के साथ यूपी रेवेन्यू सरप्लस राज्य बन चुका है और राज्य का कैपिटल एक्सपेंडिचर 2.25 लाख करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। उन्होंने बताया कि 33.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों में से 15 लाख करोड़ रुपये पहले ही धरातल पर उतर चुके हैं। अस्पतालों, कॉलेजों, सड़कों और अन्य बुनियादी ढाँचों के तेज़ विकास ने यूपी को निवेशकों का प्रमुख गंतव्य बना दिया है।
सरोजनीनगर का रोल मॉडल विज़न
अपने विधानसभा क्षेत्र सरोजनीनगर को विकास का आदर्श बताते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि यहाँ 7,000 करोड़ रुपये की लागत से देश की सबसे बड़ी आवासीय परियोजना विकसित हो रही है। इसमें 1.5 लाख लोगों के लिए आवास और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 5,000 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, नादरगंज में 10,000 करोड़ रुपये से आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस सिटी, 1,500 एकड़ में ऐरोसिटी और 1,500 करोड़ रुपये की लागत से अशोक लीलैंड का ईवी प्लांट स्थापित हो रहा है।
डिफेंस कॉरिडोर से राष्ट्रीय गौरव
डॉ. सिंह ने सदन को बताया कि सरोजनीनगर में डिफेंस कॉरिडोर स्थापित हो चुका है, जहाँ ब्रह्मोस मिसाइल का निर्माण हो रहा है। हाल ही में इसका सफल परीक्षण भी देखा गया। उन्होंने कहा कि राजधानी क्षेत्र के गठन के बाद आने वाले वर्षों में 5,000 करोड़ रुपये के नए निवेश जुड़ेंगे, जिससे सरोजनीनगर पूरे प्रदेश के लिए रोल मॉडल बनेगा।
तीन साल में हज़ारों परियोजनाओं को मंजूरी
डॉ. सिंह ने आँकड़ों के साथ बताया कि पिछले तीन वर्षों में सरोजनीनगर में 41 विभागों से 32,000 करोड़ रुपये की लागत वाली 4,118 परियोजनाओं को मंजूरी मिली है। उन्होंने कहा कि जिस तेजी से विधानसभा स्तर पर विकास कार्य हो रहे हैं, उसी रफ्तार से “विकसित भारत – विकसित यूपी” का सपना साकार होगा।
“हमने नींद नहीं, सपने जगाए”
अपने भाषण के समापन में डॉ. सिंह ने कहा, “आज यूपी में बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाओं का तेजी से विस्तार हुआ है। लखनऊ में तीन एक्सप्रेसवे, विश्वस्तरीय एयरपोर्ट और मेट्रो नेटवर्क हमारी प्रगति का सजीव प्रमाण हैं। हम भाग्यशाली हैं कि प्रदेश का नेतृत्व सक्षम हाथों में है।”
भाषण के बाद डॉ. सिंह ने अपने अनुभव को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (एक्स) पर भी साझा किया। उन्होंने लिखा—
“जब विधानमंडल की रोशनी रातभर जलती है, तब प्रदेश के भविष्य का सूरज और तेज़ चमकता है। हमने नींद नहीं, बल्कि सपनों को जगाए रखा- और वह सपना है, उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना।”
 
		