
लखनऊ : “राम काज कीन्हें बिनु, मोहि कहां विश्राम…”इसी भक्ति भाव के साथ सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा संचालित 49वीं ‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ सोमवार को पानखेड़ा, काकोरी से रवाना हुई। यह अनूठी यात्रा सेवा और श्रद्धा का संगम है, जिसका उद्देश्य उन वृद्धजनों और मातृशक्ति को अयोध्या धाम के दर्शन कराना है जो स्वयं यात्रा करने में असमर्थ हैं।

इस निःशुल्क लग्जरी बस सेवा में ग्रामीण श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल हुए। बस में भक्ति संगीत, टीवी पर चल रही धार्मिक कथाएँ और राम भजनों की ध्वनि ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया।
यात्रा के दौरान नाश्ता, जल, प्रसाद की पूर्ण व्यवस्था रही और विधायक कार्यालय की टीम ने पटका पहनाकर सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया।
वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा हेतु टीम के सदस्यों ने पूरी सतर्कता के साथ यात्रा का संचालन किया।
अयोध्या में भक्ति और उल्लास का चरम

अयोध्या पहुंचने पर यात्रियों ने राम जन्मभूमि मंदिर, हनुमान गढ़ी, कनक भवन और राम की पैड़ी के दर्शन किए। श्रद्धालुओं ने सरयू में पवित्र डुबकी लगाई और भगवान श्रीराम की आराधना में डूब गए। दर्शन के बाद सभी को भोजन-प्रसाद वितरित किया गया और स्मृति स्वरूप रामचरितमानस की प्रति भेंट की गई। शाम तक सभी श्रद्धालु सकुशल अपने घरों को लौट आए।
विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा
डॉ. राजेश्वर सिंह बोले- वृद्धजनों के चेहरे की मुस्कान, उनका आशीर्वाद और संतुष्टि ही इस सेवा का सच्चा फल है। रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा का उद्देश्य हर गाँव और हर वार्ड के अभिभावक तुल्य बुजुर्गों और मातृशक्ति को अयोध्या धाम के दर्शन कराना है। यह सेवा निरंतर जारी रहेगी।
रामभक्ति का विस्तार – आस्था से सेवा तक की यात्रा
‘रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ न केवल भक्ति और आस्था का उत्सव है, बल्कि समाजसेवा और संस्कारों के संरक्षण का प्रतीक भी बन चुकी है।
डॉ. राजेश्वर सिंह के इस अभियान ने “हर घर तक राम” के संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने का कार्य किया है।