
- नदिगांव ब्लॉक की सहकारी समिति परिसर में ‘हरीशंकरी’ पौधारोपण कार्यक्रम आयोजित।
- डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने 21 अगस्त को वृहद पौधारोपण अभियान में भागीदारी का आह्वान किया।
- हरीशंकरी परंपरा में बरगद, पीपल और नीम का एक साथ रोपण होता है।
- उपेंद्र सिंह राजावत ने इसे आने वाली पीढ़ियों के लिए पर्यावरणीय निवेश बताया।
- कार्यक्रम में सहकारी समितियों के कई पदाधिकारियों की सक्रिय मौजूदगी रही
जालौन/लखनऊ : जालौन जिले के नदिगांव ब्लॉक स्थित बहुउद्देशीय क्षेत्रीय सहकारी समिति (बी पैक्स) परिसर में आज ‘हरीशंकरी’ पौधारोपण एवं वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पर्यावरण संरक्षण और सांस्कृतिक परंपराओं को जीवंत रखने के उद्देश्य से हुए इस आयोजन में उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण सहकारी संघ, उत्तर प्रदेश शासन के निदेशक डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने पौधारोपण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
हरीशंकरी परंपरा का महत्व
‘हरीशंकरी’ परंपरा के अंतर्गत एक साथ तीन पवित्र और पर्यावरण हितैषी वृक्ष — बरगद, पीपल और नीम — का रोपण किया जाता है। बरगद और पीपल लंबे समय तक ऑक्सीजन के भंडार बने रहते हैं, जबकि नीम अपने औषधीय गुणों से वायु को स्वच्छ और स्वास्थ्यवर्धक बनाता है। डॉ. जादौन ने इस अवसर पर ‘लोक भारती’ की हरीशंकरी पहल के तहत आगामी 21 अगस्त 2025 को होने वाले वृहद पौधारोपण अभियान में सहकारी समितियों से अधिक से अधिक भागीदारी का आह्वान किया।
पर्यावरण संरक्षण को दी नई दिशा
जिला केंद्रीय सहकारी उपभोक्ता भंडार लि. जालौन के अध्यक्ष उपेंद्र सिंह राजावत ने अपने संबोधन में कहा कि पेड़-पौधों का रोपण केवल आज के लिए नहीं, बल्कि आने वाले कल के लिए एक अमूल्य निवेश है। उन्होंने बताया कि हरीशंकरी परंपरा हमें हमारी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ती है और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ पर्यावरण का मार्ग प्रशस्त करती है।
जनभागीदारी से बढ़ेगी हरियाली
सद्भावना विकास समिति के अध्यक्ष जगपाल यादव ने कहा कि पर्यावरण की रक्षा हर नागरिक का दायित्व है। ऐसे अभियानों से न केवल हरियाली बढ़ेगी, बल्कि समाज में प्रकृति के प्रति संवेदनशीलता भी विकसित होगी। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
समाज के विभिन्न वर्गों की सक्रिय मौजूदगी
इस अवसर पर सहकारी समिति के सचिव दौलत सिंह परिहार, पूर्व अध्यक्ष जयचंद सिंह यादव, योगेंद्र सिंह गुर्जर, गजेंद्र सिंह, प्रहलाद कुमार प्रजापति, प्रदीप कुमार, नरेश कुमार, शिव सिंह, योगेंद्र दोहरे और विक्रम कुशवाहा समेत विभिन्न सहकारी समितियों के पदाधिकारी उपस्थित रहे। सभी ने पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को दोहराया।