
लखनऊ : सरोजनीनगर विधानसभा के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपने साप्ताहिक जनसंपर्क अभियान “आपका विधायक – आपके द्वार” के तहत रविवार को 138वां शिविर ग्राम पंचायत मखदूमपुर कैंथी (मजरा मोहिनीखेड़ा) में आयोजित किया।

यह शिविर केवल समस्याएं सुनने का मंच नहीं था, बल्कि “संवाद, सेवा और समाधान” का ऐसा जीवंत उदाहरण बना जिसने ग्रामीण जीवन में नई ऊर्जा और विश्वास का संचार किया।
गांव-गांव जनसंवाद: लोकतंत्र की जड़ों तक पहुंचता संवाद
‘आपका विधायक – आपके द्वार’ अभियान अब सरोजनीनगर के जनजीवन का हिस्सा बन चुका है। हर रविवार एक नए गांव में पहुंचकर डॉ. सिंह सीधे जनता से संवाद करते हैं और मौके पर ही समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करते हैं।

इस बार के शिविर में 34 ग्रामीणों की समस्याएं दर्ज की गईं – जिनमें सड़क निर्माण, नाली सफाई, प्रधानमंत्री आवास योजना, पेंशन, किसान सम्मान निधि, विद्युत कनेक्शन और राजस्व प्रकरण जैसी जनहित से जुड़ी मुद्दे प्रमुख रहे। डॉ. सिंह ने सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभागों के अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा – “यह शिविर सिर्फ जनसंपर्क नहीं, बल्कि जनता के बीच भरोसे का सेतु है। हमारा लक्ष्य है कि हर गांव की समस्या गांव में ही सुलझाई जाए।”
अपोलो हॉस्पिटल के सहयोग से नि:शुल्क स्वास्थ्य शिविर – ग्रामीणों को मिला भरोसे का उपचार

स्वास्थ्य सेवा को गांव के द्वार तक पहुंचाने के उद्देश्य से अपोलो हॉस्पिटल लखनऊ के सहयोग से एक निःशुल्क हेल्थ एंड विजन कैंप आयोजित किया गया। इस शिविर में दर्जनों ग्रामीणों ने स्वास्थ्य जांच कराई। बुजुर्गों और महिलाओं के लिए विशेष सुविधा प्रदान की गई, जिनमें ब्लड प्रेशर, शुगर, नेत्र परीक्षण, सामान्य जांच और फ्री काउंसलिंग शामिल रही। नेत्र जांच के बाद 50 ग्रामीणों को दृष्टि सुधारक चश्मे वितरित किए गए।
ग्रामीणों ने कहा कि उन्हें पहली बार गांव में इतने बड़े स्तर पर विशेषज्ञ डॉक्टरों से जांच कराने का अवसर मिला। डॉ. सिंह ने कहा – “स्वस्थ नागरिक ही राष्ट्र की असली शक्ति हैं। हमारा प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति इलाज के अभाव में पीड़ा न सहे – स्वास्थ्य सेवा अब गांव की चौपाल तक पहुंचे।”
‘गांव की शान’ पहल – मेधावी छात्रों को मिला सम्मान, शिक्षा में प्रेरणा का नया अध्याय

शिविर के दौरान शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले चार मेधावी विद्यार्थियों को ‘गांव की शान’ पहल के अंतर्गत सम्मानित किया गया।
इनमें हाईस्कूल वर्ग के रोहन (64%), अमन (60%), तथा इंटरमीडिएट वर्ग के सूरज कुमार (66%) और खुशबू (61%) शामिल रहे।
उन्हें साइकिल, घड़ी और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर डॉ. सिंह ने कहा – “ग्रामीण प्रतिभा भारत की असली पूंजी है। हमें उन्हें शहर की रोशनी नहीं, बल्कि आत्मनिर्भरता की ज्योति देनी है।” ग्रामीणों ने इसे एक प्रेरक कदम बताया, जिससे गांव के अन्य बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि और प्रतिस्पर्धा की भावना बढ़ेगी।
युवा सशक्तिकरण की नई पहल – खेल, संगठन और आत्मविश्वास का संगम
ग्रामीण युवाओं को संगठित रखने और उनकी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा देने के लिए शिविर में 89वां गर्ल्स यूथ क्लब गठित किया गया।
क्लब को कैरम, फुटबॉल, वॉलीबॉल, बैडमिंटन जैसी खेल सामग्रियां प्रदान की गईं।
डॉ. सिंह ने युवाओं से संवाद करते हुए कहा- “युवा शक्ति किसी भी समाज की धड़कन होती है। जब ये शक्ति संगठन और संस्कार के साथ चलती है, तब परिवर्तन स्वतः होता है।” इस पहल का उद्देश्य ग्रामीण युवतियों में आत्मविश्वास, टीमवर्क और फिटनेस के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। ग्रामीणों ने युवाओं के लिए ऐसी पहल को “सकारात्मक सामाजिक निवेश” बताया।
प्रबुद्धजनों का सम्मान – समाज के सहयोगियों को मिली पहचान
कार्यक्रम के दौरान गांव के प्रबुद्ध नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया। सम्मानित व्यक्तियों में वरिष्ठ भाजपा नेता संजय लोधी, मंडल उपाध्यक्ष अनुपम पंडित, सेक्टर संयोजक राधेश्याम तिवारी, मनोज कुमार, राम शंकर गौतम, मुकेश शर्मा, वृज किशोर रावत, सोहन लाल प्रजापति, दिनेश गौतम और रमेश रावत सहित अनेक ग्रामवासी शामिल रहे।
सभी को अंगवस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
यह सम्मान ग्रामीण समाज के उस वर्ग को समर्पित था जो “कार्यकर्ता से अधिक कर्तव्यनिष्ठ नागरिक” की भूमिका निभा रहे हैं।
‘मां तारा शक्ति निःशुल्क रसोई’- सेवा और संवेदना की मिसाल
शिविर के समापन पर सभी ग्रामीणों के लिए ‘मां तारा शक्ति नि:शुल्क रसोई’ के माध्यम से पौष्टिक और ताजा भोजन की व्यवस्था की गई।
इस रसोई में सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रसाद स्वरूप भोजन ग्रहण किया।
डॉ. सिंह ने कहा -“सेवा तभी सार्थक होती है जब उसके साथ संवेदना जुड़ी हो। ‘मां तारा शक्ति रसोई’ हमारी इस भावना का साकार रूप है।” यह रसोई अभियान अब सरोजनीनगर क्षेत्र में गरीबों, मजदूरों और वृद्धों के लिए भोजन की सुरक्षा का भरोसा बन चुकी है।
‘आपका विधायक – आपके द्वार’ अभियान: लोकतंत्र को जनसेवा का वास्तविक रूप
‘आपका विधायक – आपके द्वार’ अभियान, सरोजनीनगर के विकास का ऐसा अध्याय बन चुका है जिसने जनसंपर्क को जनविश्वास में बदल दिया है।
अब तक 138 शिविरों के माध्यम से हजारों ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान हुआ है – जिनमें बिजली, आवास, पेंशन, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता जैसे क्षेत्र प्रमुख रहे हैं। इस अभियान ने यह संदेश दिया है कि लोकतंत्र केवल विधानभवन तक सीमित नहीं, बल्कि चौपाल, खेत, गलियों और पंचायतों तक जीवंत है। यह अभियान विकास, संवाद और संवेदना – तीनों को एक सूत्र में बांधता है।
जनता के बीच से उठती जनसेवा की नई परंपरा
मखदूमपुर कैंथी का यह शिविर ग्रामीण विकास की उस यात्रा का प्रतीक बना जिसमें सरकार की नीतियां और जनता की जरूरतें एक ही मंच पर आ मिलीं। स्वास्थ्य से शिक्षा, खेल से संस्कार – हर पहल में डॉ. राजेश्वर सिंह का दृष्टिकोण स्पष्ट था: “समृद्ध गांव, सशक्त समाज।”
‘आपका विधायक – आपके द्वार’ अब केवल एक जनसंपर्क कार्यक्रम नहीं रहा, बल्कि सरोजनीनगर के विकास का जनआंदोलन बन चुका है।
जनता का उत्साह, प्रशासन की तत्परता और नेतृत्व की संवेदना – तीनों मिलकर इस क्षेत्र को उत्तर प्रदेश का मॉडल विधानसभा क्षेत्र बनाने की दिशा में अग्रसर हैं।