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संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि गाजा में भोजन और पानी की तलाश करते समय 798 फिलिस्तीनी मारे गए

इजरायल और गाजा की लड़ाई बहुत ही ज्यादा भयानक हो चुकी है. दोनों देशों की लड़ाई में अब तक गाजा में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है. लेकिन, गाजा में लोगों की मौत सिर्फ इजरायल के हमलों में नहीं हुई हैं, बल्कि वहां काफी संख्या में लोग खाना और पानी जुटाने की कोशिश में भी मारे गए हैं.

संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार कार्यालय ने शुक्रवार (11 जुलाई, 2025) को एक बयान जारी किया है. अपने बयान में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय ने कहा कि उसने कम से कम 798 फिलिस्तीनी लोगों की मौत दर्ज की है, जो अमेरिका और इजरायल के समर्थन वाले गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) की ओर से संचालित होने वाले सहायता केंद्रों और संयुक्त राष्ट्र सहित अन्य राहत समूहों के मानवीय सहायता के काफिलों के आसपास हुई है.

अमेरिका की निजी सुरक्षा और लॉजिस्टिक का इस्तेमाल करता है GHF

गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) गाजा में राहत सामग्रियों की आपूर्ति पहुंचाने के लिए अमेरिका की निजी सुरक्षा और लॉजिस्टिक कंपनियों का उपयोग करता है, जो संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाले उस सिस्टम को काफी हद दरकिनार करता है, जिसके बारे में इजरायल का कहना है कि उससे आतंकवादी सहायता को भटका रहे थे. जिसके बाद संयुक्त राष्ट्र (UN) ने इस योजना को पूरी तरह से असुरक्षित और मानवीय निष्पक्षता के नियमों का उल्लंघन करार दिया है.

OHCHR के प्रवक्ता ने दी जानकारी

वहीं, संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार उच्चायुक्त कार्यालय (Office of the High Commissioner for Human Rights/OHCHR) की प्रवक्ता रवीना शमदासनी ने जेनेवा में मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “7 जुलाई, 2025 तक हमने कुल 798 फिलिस्तीनी लोगों की हत्याओं को दर्ज किया है. इनमें से 615 फिलिस्तीनी गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) के साइट्स के आसपास हुईं और 183 लोगों की मौत सहायता काफिलों के रास्ते पर हुई हैं.”

उल्लेखनीय है कि गाजा ह्यूमैनिटेरियन फाउंडेशन (GHF) ने मई महीने के अंत में खाने के पैकटों का बांटना शुरू किया था और उन्होंने बार-बार इस बात को भी सिरे से खारिज कर दिया कि उनके सहायता केंद्रों पर ऐसी कोई भी घटना घटी है.

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