इजरायल ने रविवार को लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी इलाके दाहीये में बड़ा हवाई हमला कर दिया. इजरायल रक्षा बलों (IDF) का दावा है कि इस स्ट्राइक में हिज्बुल्लाह के चीफ ऑफ स्टाफ हायथम अली तबताबाई मारा गया है. हालांकि हिज्बुल्लाह की ओर से अभी इसकी पुष्टि नहीं की गई है. हमला इतना तेज था कि धमाके के बाद लोग इमारतों से बाहर निकलकर भागने लगे और पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. कई गाड़ियां और बिल्डिंग भी नुकसान पहुंचा.
कब से चल रहा है संघर्ष?
इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच लड़ाई पिछले साल 8 अक्टूबर से चल रही है. हिज्बुल्लाह ने यह लड़ाई गाजा में अपने सहयोगियों की मदद करने के लिए शुरू की थी. सितंबर में इजरायल के ‘पेजर्स ऑपरेशन’ के बाद तनाव और बढ़ गया.
कौन था तबताबाई?
IDF के अनुसार तबताबाई 1980 के दशक से हिज्बुल्लाह के लिए काम कर रहा था. उसने रेडवान फोर्स नाम की खास यूनिट बनाई. सीरिया में कई ऑपरेशनों की जिम्मेदारी संभाली. पिछले साल इजरायल–लेबनान सीमा पर हुई लड़ाई का नेतृत्व किया. बाद में उसने हिज्बुल्लाह का चीफ ऑफ जनरल स्टाफ बना दिया गया था. साल 2018 में अमेरिका ने उसके बारे में कोई भी जानकारी देने पर 50 लाख डॉलर का इनाम भी घोषित किया था.
हमले में आम लोगों की भी मौत
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस हमले में कम से कम 5 लोगों की मौत हुई और 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. बेरूत में कई महीनों बाद हुआ यह बड़ा हमला लोगों में डर पैदा करने वाला रहा.
अमेरिका को पहले नहीं बताया गया
अमेरिकी अधिकारियों के मुताबिक, इजरायल ने इस हमले की जानकारी पहले से अमेरिका को नहीं दी थी. हमले के बाद ही वॉशिंगटन को इसकी सूचना मिली. हालांकि यह भी कहा गया कि अमेरिका को अंदाजा था कि इजरायल जल्द ही लेबनान में कोई बड़ी कार्रवाई कर सकता है. इस हमले के बाद क्षेत्र में हालात और तनावपूर्ण हो गए हैं. अब सबकी निगाहें हिज्बुल्लाह की प्रतिक्रिया पर लगी हैं.


































