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लखनऊ में डेंगू और मलेरिया के मामलों में बढ़ोतरी: स्वास्थ्य विभाग ने सघन मच्छर रोधी अभियान शुरू किया

लखनऊ, 28 सितंबर 2023: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में डेंगू और मलेरिया के मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है। आज, 28 सितंबर को, शहर में 39 नए डेंगू और 3 मलेरिया के पॉजिटिव मामले सामने आए। इसके साथ ही, वर्ष 2024 की शुरुआत से अब तक जिले में कुल 429 डेंगू और 408 मलेरिया के पॉजिटिव मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अलीगंज, चंदरनगर, सरोजनीनगर, एन.के. रोड और इंदिरानगर जैसे क्षेत्रों में डेंगू के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

डेंगू और मलेरिया की रोकथाम के लिए सघन सर्वेक्षण अभियान

लखनऊ के स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमों ने लगभग 1,160 घरों और उनके आस-पास मच्छरजनित स्थितियों का सर्वेक्षण किया। इस सर्वेक्षण के दौरान 6 घरों में मच्छरों की ब्रीडिंग की स्थितियां पाई गईं, जिनके खिलाफ नोटिस जारी किए गए हैं। नगर मलेरिया इकाई और जिला मलेरिया अधिकारी की टीमों द्वारा जनपद के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण किया गया और लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव किया गया।

डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मच्छर रोधी अभियान को सघन रूप से शुरू किया है। इस अभियान के अंतर्गत शहर के विभिन्न क्षेत्रों जैसे सराय फाटक, दुर्विजय गंज, गणेशगंज, फैजुल्लागंज, मडियाव, अर्जुनगंज, हरिओम नगर, सोना विहार, सेक्टर-12 योगी पार्क और शारदा नगर के आस-पास मच्छर रोधी अभियान चलाया गया।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए आवश्यक कदम

स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीमें नागरिकों को मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए कई आवश्यक कदम उठाने की सलाह दे रही हैं। विशेष रूप से डेंगू और मलेरिया जैसे मच्छर जनित रोगों को नियंत्रित करने के लिए लोगों को निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:

  1. वाटर टैंक और कंटेनरों को ढक कर रखें: घर के अंदर और आस-पास पानी जमा न होने दें। खुले में रखे किसी भी कंटेनर में पानी जमा होने से मच्छरों की ब्रीडिंग होती है, जिससे डेंगू और मलेरिया फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
  2. कबाड़ और बेकार चीजों का निस्तारण करें: पुराने टायर, नारियल के खोल, टूटे हुए बर्तन और अनुपयोगी बोतलों में पानी जमा न होने दें। इन सभी वस्तुओं का उचित निस्तारण सुनिश्चित करें ताकि मच्छरों की ब्रीडिंग न हो सके।
  3. कूलर का पानी नियमित रूप से बदलें: हर सप्ताह कूलर का पानी बदलें और उसे सूखा और साफ रखें। कूलर में पानी जमा न होने दें, क्योंकि यह मच्छरों के लिए ब्रीडिंग ग्राउंड बन सकता है।
  4. लार्वीवोरस फिश का उपयोग करें: घरों और होटलों में पानी के टैंक में लार्वीवोरस मछलियों का उपयोग करें, जो मच्छरों के लार्वा को खाकर उन्हें नष्ट कर सकती हैं।
  5. बर्ड बाथ और फूलदान का पानी बदलें: बर्ड बाथ और फूलदान में रखे पानी को भी हर सप्ताह बदलें ताकि मच्छरों की ब्रीडिंग रोकी जा सके।

स्वयं को मच्छर जनित बीमारियों से बचाने के उपाय

स्वास्थ्य विभाग ने नागरिकों को मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:

  1. मच्छरदानी का प्रयोग करें: रात में सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें, ताकि मच्छरों के काटने से बचा जा सके।
  2. पूरी बांह के कपड़े पहनें: विशेष रूप से दिन के समय मच्छरों के काटने से बचने के लिए पूरी बांह के कपड़े पहनें। मच्छर डेंगू के वायरस को दिन में भी फैलाते हैं, इसलिए दिन के समय विशेष सतर्कता बरतें।
  3. मच्छर रोधी क्रीम का उपयोग करें: शरीर के खुले हिस्सों पर मच्छर रोधी क्रीम लगाएं ताकि मच्छरों के काटने से बचा जा सके।
  4. बुखार होने पर चिकित्सक से संपर्क करें: यदि किसी को बुखार होता है, तो बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें। चिकित्सक के परामर्श से ही दवाओं का सेवन करें, क्योंकि डेंगू और मलेरिया में स्व-उपचार घातक हो सकता है।

क्या न करें: मच्छरों की ब्रीडिंग रोकने के लिए आवश्यक सावधानियां

  1. कूलर और बाल्टी में पानी जमा न होने दें: घर में या घर के आस-पास कूलर, बाल्टी, बैरल, फूलदान, बर्ड बाथ, फ्रीज, टायर और नारियल के खोल में पानी जमा न होने दें। ये वस्तुएं मच्छरों की ब्रीडिंग के लिए अनुकूल स्थान बन सकती हैं।
  2. कबाड़ का सही निस्तारण करें: पुराने टायर, टूटे बर्तन, अनुपयोगी बोतलें, टिन और कबाड़ को घर में न रखें और न ही घर के पास फेंकें। इनका उचित निस्तारण सुनिश्चित करें ताकि मच्छरों की ब्रीडिंग न हो सके।
  3. स्व-उपचार से बचें: यदि बुखार हो, तो स्व-उपचार करने से बचें। चिकित्सक की सलाह के बिना कोई भी दवा न लें, खासकर डेंगू और मलेरिया जैसे गंभीर मामलों में।

स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा किए जा रहे प्रयास

स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम लखनऊ की टीमें विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से मच्छर रोधी अभियान चला रही हैं। इन अभियानों के तहत निम्नलिखित कार्य किए जा रहे हैं:

  1. साफ-सफाई अभियान: शहर के विभिन्न इलाकों में साफ-सफाई के कार्य किए जा रहे हैं। नागरिकों को भी अपने आस-पास की सफाई बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
  2. लार्वा रोधी रसायन का छिड़काव: मच्छरों के लार्वा को नष्ट करने के लिए लार्वा रोधी रसायनों का छिड़काव किया जा रहा है, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां मच्छरों की ब्रीडिंग की संभावना अधिक होती है।
  3. फॉगिंग अभियान: मच्छरों को नष्ट करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में फॉगिंग का काम किया जा रहा है। इससे मच्छरों की संख्या में कमी आएगी और मच्छर जनित बीमारियों का प्रसार रुकेगा।

स्वास्थ्य शिक्षा और जागरूकता अभियान

स्वास्थ्य विभाग द्वारा नागरिकों को मच्छर जनित बीमारियों से बचाव के लिए “क्या करें, क्या न करें” संबंधी स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की जा रही है। विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों में यह स्पष्ट किया गया है कि लोग अपने घरों के आस-पास पानी जमा न होने दें, पूरी बांह के कपड़े पहनें और मच्छरों के काटने से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।

मच्छर जनित बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए ठोस प्रयास

स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम लखनऊ के संयुक्त प्रयासों से शहर में मच्छर जनित बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए सघन अभियान चलाए जा रहे हैं। इन अभियानों का उद्देश्य मच्छरों की ब्रीडिंग को रोकना, नागरिकों को जागरूक करना और डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों के प्रकोप को कम करना है।

मौसमी बीमारियों से जुड़ी जानकारी और सहयोग के लिए नागरिक मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय, लखनऊ के कंट्रोल रूम नंबर 0522-2622080 पर संपर्क कर सकते हैं।

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