
- कार्यक्रम की शुरुआत संकल्प समारोह से हुई, जिसमें स्वच्छता अभियानों के संकल्प लिए गए।
- अनुरागिनी संस्था ने 28 वर्षों के अनुभव में सामाजिक सेवाओं में उल्लेखनीय कार्य किया है।
- प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति ने आयोजन को और विशेष बना दिया।
- डॉ. प्रवीण सिंह जादौन ने प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया।
- कार्यक्रम का समापन स्वच्छता का संकल्प लेकर हुआ, जिससे लोगों में जागरूकता बढ़ी।

लखनऊ, 10 नवंबर 2024: सामाजिक कार्यों में 28 वर्षों का गौरवशाली इतिहास रखने वाली संस्था अनुरागिनी ने अपने सेवा सप्ताह के समापन अवसर पर रविवार को ‘गोमती स्वच्छता संकल्प’ कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य गोमती नदी किनारे सफाई करना और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना था। कार्यक्रम में अनेक सामाजिक कार्यकर्ताओं, युवाओं और स्थानीय नागरिकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

- संस्था का सामाजिक योगदान: अनुरागिनी ने पिछले 28 वर्षों में स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
- शुभारंभ समारोह और संकल्प: कार्यक्रम की शुरुआत संकल्प समारोह से हुई, जिसमें संस्था ने भविष्य में अधिक स्वच्छता अभियानों और जागरूकता कार्यक्रमों का वादा किया।
- प्रमुख अतिथियों की उपस्थिति: कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश राज्य निर्माण एवं श्रम विकास सहकारी संघ लिमिटेड के निदेशक हीरेंद्र मिश्रा, उत्तराखंड महापरिषद के महासचिव भारत सिंह बिष्ट, अवध विकास परिषद के अध्यक्ष अरविंद मिश्र समेत अन्य प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।
- प्लास्टिक प्रदूषण पर जागरूकता: उपस्थित लोगों ने संस्था के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण सिंह जादौन के नेतृत्व में प्लास्टिक प्रदूषण को खत्म करने का संकल्प लिया।
- समापन और शपथ: कार्यक्रम का समापन सभी उपस्थित लोगों द्वारा स्वच्छता का संकल्प लेने के साथ हुआ, जिसमें उन्होंने खुद को और दूसरों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने का वादा किया।
अनुरागिनी संस्था ने ‘गोमती स्वच्छता संकल्प’ के तहत लखनऊ के झूलेलाल घाट पर सफाई अभियान चलाया। इस दौरान, स्वयंसेवकों ने गोमती किनारे से बिखरे हुए प्लास्टिक और अन्य कचरे को इकट्ठा कर उसे निर्धारित कचरा स्थल तक पहुंचाया।
इस दौरान “अनुरागिनी संस्था” के अध्यक्ष डॉ.प्रवीण सिंह जादौन ने संदेश देते हुए कहा कि नदी और अन्य जल स्रोतों की स्वच्छता हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है। हम सभी को इस दिशा में मिलकर काम करना होगा। नदी के प्रदूषण का सीधा असर हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण पर पड़ता है और इसे नियंत्रित करना अत्यंत आवश्यक है। संस्था के इस ‘गोमती स्वच्छता संकल्प’ का उद्देश्य न केवल नदी किनारे की सफाई करना था, बल्कि लोगों को इसके महत्व के प्रति जागरूक भी है। संस्था आने वाले समय में भी स्वच्छता अभियान चलाती रहेगी, ताकि पर्यावरण को सुरक्षित और प्रदूषण मुक्त बनाया जा सके। संस्था ने 28 वर्षों के सामाजिक कार्यों में कई क्षेत्रों में काम किया है, जिनमें स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे शामिल हैं।


































