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राम कथा में डॉ. राजेश्वर सिंह का संदेश – धर्म सर्वोपरि, समरसता ही सनातन की आत्मा, प्रभु श्रीराम के आदर्शों से प्रेरित सरोजनीनगर -विधायक बोले, रामराज्य व्यवस्था ही आदर्श शासन का प्रतीक

लखनऊ : सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने सोमवार को शेखपुर तरेहा स्थित मातोश्री लॉन में आयोजित सप्तदिवसीय श्रीराम कथा में सहभागिता की। यह आयोजन वरिष्ठ समाजसेविका रंजना मिश्रा द्वारा कराया गया था, जिसमें कथा व्यास स्वामी सुधीरानंद जी महाराज के दिव्य वचनों से सैकड़ों श्रद्धालु भावविभोर हुए।

कथा स्थल पर पहुँचकर विधायक ने महाराज जी का आशीर्वाद लिया और राम भक्ति में लीन श्रद्धालुओं को संबोधित करते हुए कहा-

“प्रभु श्रीराम समरसता, समानता और सामाजिक एकता के साकार स्वरूप हैं। उन्होंने शबरी के जूठे बेर खाकर भक्ति का सम्मान किया, निषादराज को मित्र बनाकर समानता का आदर्श दिया और सुग्रीव के संग सहयोग का मार्ग प्रशस्त किया।”

धर्म सर्वोपरि और समरसता ही सनातन की आत्मा

डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि आज समाज जाति, भाषा और मतों के विभाजन से जूझ रहा है, ऐसे में श्रीराम का जीवन संदेश देता है कि धर्म सर्वोपरि है और समरसता ही सनातन की आत्मा।
उन्होंने कहा-

“रामराज्य केवल एक राजनीतिक व्यवस्था नहीं, बल्कि ऐसी जीवन प्रणाली थी जहाँ न्याय, समानता, संवेदना और सेवा का समावेश था। यही मेरे कार्य का मूल सिद्धांत है।”

डॉ. सिंह ने श्रीराम कथा जैसे आयोजनों को समाज में आध्यात्मिक चेतना और सामाजिक एकता के वाहक बताया और आयोजकों को बधाई दी।

भक्ति से विकास तक – रामरथ यात्रा और मंदिर सौंदर्यीकरण का अभियान

विधायक ने बताया कि प्रभु श्रीराम के आदर्शों से प्रेरित होकर सरोजनीनगर में “रामरथ श्रवण अयोध्या यात्रा” का अभियान पिछले तीन वर्षों से निरंतर चल रहा है।
अब तक 49 यात्राएँ पूर्ण हो चुकी हैं, जिनके माध्यम से हजारों श्रद्धालुओं को अयोध्या धाम के दर्शन कराने का सौभाग्य मिला है।

यह यात्रा मुख्य रूप से उन वृद्धजनों और मातृशक्ति को समर्पित है जो आर्थिक या शारीरिक कारणों से स्वयं यात्रा करने में असमर्थ हैं।

डॉ. सिंह ने कहा-

“वृद्धजनों के चेहरे की मुस्कान और उनका आशीर्वाद ही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। रामरथ यात्रा केवल दर्शन नहीं, बल्कि सेवा और समर्पण का माध्यम है।”

मंदिरों का सौंदर्यीकरण – भक्ति और विकास का संगम

डॉ. राजेश्वर सिंह ने बताया कि अब तक 160 से अधिक मंदिरों का सौंदर्यीकरण कराया जा चुका है।
उन्होंने कहा –

  • ₹1.5 करोड़ से झाडेश्वर महादेव मंदिर,
  • ₹5.3 करोड़ से रेतेश्वर महादेव मंदिर, तथा
  • ₹1 करोड़ से जल साईंनाथ मंदिर का सौंदर्यीकरण कराया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि –

“भक्ति केवल पूजा नहीं, बल्कि सेवा का भाव है।
जब आस्था और विकास एक साथ चलते हैं, तभी सच्चे अर्थों में ‘रामराज्य’ साकार होता है।”

घुरघुरी तालाब का होगा सौंदर्यीकरण – पर्यावरण संरक्षण की दिशा में पहल

काकोरी ब्लॉक स्थित घुरघुरी तालाब का शीघ्र ही सौंदर्यीकरण, सफाई और जीर्णोद्धार कराया जाएगा।
डॉ. सिंह ने क्षेत्रीय कार्यक्रमों के दौरान तालाब का निरीक्षण किया और कहा –

“तालाब केवल जल का स्रोत नहीं, बल्कि जीवन, संस्कृति और पर्यावरण संतुलन का आधार हैं। इन्हें सहेजना हम सबका सामूहिक दायित्व है।”

उन्होंने तालाब परिसर में बेंचों की स्थापना, हरियाली विस्तार और प्रकाश व्यवस्था सुधार के निर्देश भी दिए।

युवाओं को सम्मान और जनता से संवाद – विकास का मानवीय चेहरा

इस अवसर पर डॉ. राजेश्वर सिंह ने बॉक्सिंग में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे एक उदीयमान खिलाड़ी को सम्मानित किया। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से आत्मीय संवाद किया और श्री सुरेन्द्र यादव की दुकान पर चाय के साथ क्षेत्रीय सुझाव भी सुने।

विधायक ने कहा कि जनता के सुझावों से ही योजनाएँ धरातल पर सार्थक रूप में उतरती हैं, और यही लोकतंत्र की वास्तविक शक्ति है।

समरसता, सेवा और संवेदना – यही है डॉ. राजेश्वर सिंह का जनसंपर्क दर्शन

डॉ. राजेश्वर सिंह का कार्यक्षेत्र सरोजनीनगर आज “रामराज्य-प्रेरित विकास मॉडल” की मिसाल बन चुका है, जहाँ भक्ति, सेवा और विकास तीनों एक-दूसरे के पूरक रूप में दिखाई देते हैं।

राम कथा से लेकर रामरथ यात्रा तक, मंदिरों के सौंदर्यीकरण से लेकर जलाशयों के संरक्षण तक-
हर पहल में उनका लक्ष्य स्पष्ट है –

“हर घर तक राम, हर हृदय में समरसता, और हर गाँव तक विकास।”

कार्यक्रम में बड़ी संख्या में गणमान्य लोगों की उपस्थिति

इस मौके पर भाजपा नेता राजेश सिंह चौहान, ब्लॉक प्रमुख सुनील कुमार, पार्षद के.एन. सिंह, पूर्व प्रधान तेज नारायण सिंह, रामशंकर त्रिपाठी, विवेक राजपूत, सोनू माली, ममता मिश्रा, तृप्ति तिवारी, आशा सिंह, बबली वर्मा, कृपाशंकर शुक्ला, विश्वजीत सिंह, मानस मिश्रा, उत्तम मिश्रा, प्रफुल्ल अवस्थी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे।

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