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राजधानी लखनऊ में “स्पा सेंटरों” की आड़ में हो रहा जिस्मफरोशी का गंदा कारोबार: रिहायशी इलाकों से अब गली कूचों तक पहुँचे इस कारोबार में नष्ट हो रहा युवाओं का करियर, जिम्मेदार खामोश

  • राजधानी लखनऊ में स्पा सेंटरों के नाम पर बड़े पैमाने पर जिस्मफरोशी का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है।
  • सूत्रों के मुताबिक, पुलिस और जिम्मेदार अधिकारियों तक मोटी रकम पहुंचती है, जिससे कार्रवाई ठप पड़ी है।
  • आलमबाग, कृष्णानगर, आशियाना, गोमतीनगर और हजरतगंज समेत लगभग 50 से अधिक स्थानों पर खुलेआम देह व्यापार हो रहा है।
  • रात भर VVIP टैग लगी गाड़ियों से लड़कियों की आवाजाही होती है, लेकिन जिम्मेदार चेकिंग तक नहीं करते।
  • यदि समय रहते कार्रवाई नहीं हुई तो आने वाले दिनों में राजधानी का सामाजिक और नैतिक ढांचा पूरी तरह चरमरा सकता है।

लखनऊ : शिवसागर सिंह चौहान, मुख्य सम्पादक- TRUE NEWS UP, 04 सितम्बर 2025 : राजधानी लखनऊ में स्पा सेंटरों के लाइसेंस की आड़ में देह व्यापार का काला कारोबार तेजी से फैल रहा है। यह कारोबार अब केवल चंद इलाकों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि गली-मोहल्लों तक पहुँच चुका है।

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आलमबाग, कृष्णानगर और आशियाना जैसे थाना क्षेत्रों में ही 50 से अधिक स्पा सेंटरों में खुलेआम जिस्मफरोशी चल रही है। इस अवैध गतिविधि ने राजधानी की साख पर न केवल सवाल खड़े किए हैं बल्कि युवाओं और समाज के भविष्य को भी खतरे में डाल दिया है।

स्पा सेंटर की आड़ में देह व्यापार का जाल

लखनऊ शहर के विभिन्न हिस्सों में स्पा सेंटरों का तेजी से प्रसार हुआ है। देखने में यह सेंटर सामान्य लगते हैं, लेकिन अंदर चल रही गतिविधियां समाज और कानून दोनों के लिए खतरनाक हैं। सूत्रों के अनुसार, इन जगहों पर आने वाली लड़कियों की असली पहचान, उनका स्रोत और नेटवर्क पूरी तरह संदिग्ध है। किसी को नहीं पता कि ये लड़कियां कहां से लाई जाती हैं और किन रास्तों से पहुंचाई जाती हैं। यह न केवल मानव तस्करी का संकेत देता है बल्कि राजधानी को अपराध का अड्डा बनाने का खतरनाक संकेत भी है।

पुलिस और जिम्मेदारों पर गंभीर आरोप

सूत्रों का कहना है कि इस काले कारोबार से होने वाली मोटी कमाई का हिस्सा चौकी से लेकर थाना स्तर और उससे ऊपर तक पहुंचता है। यही कारण है कि न तो इन पर छापेमारी होती है और न ही कार्रवाई। आलमबाग, तेलीबाग, सिंगारनगर, हजरतगंज, गोमतीनगर, टेढ़ी पुलिया और मुंशी पुलिया जैसे भीड़-भाड़ वाले और पॉश क्षेत्रों में यह कारोबार खुलेआम चल रहा है। जिम्मेदार विभाग और पुलिस प्रशासन जानबूझकर आंखें मूंदे हुए हैं।

गली-मोहल्लों तक फैलता कारोबार

पहले यह कारोबार मुख्य बाजारों या बड़े कॉम्प्लेक्स तक सीमित था, लेकिन अब मोहल्लों और गली-कूचों तक पहुंच गया है। आम नागरिकों के घरों के आसपास भी ऐसे सेंटर धड़ल्ले से चल रहे हैं। यह स्थिति बेहद चिंताजनक है क्योंकि समाज का आम तबका सीधे-सीधे इसकी चपेट में आ रहा है। क्योंकि किसी भी साधारण परिवार को पूरी तरह से यह नहीं पता है कि इस स्पा सिंग सेंटर के संचालक ने हमारे घर या फिर आसपास के घर की लड़की को कब शिकार बना लिया और कब वह उनके मकडजाल में फंस गई, गौर करने वाली बात यह है कि अगर प्रदेश की राजधानी का यह हाल है तो प्रदेश के अन्य जिलों की स्थिति का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है।

VVIP गाड़ियों से चलता नेटवर्क

कारोबार से जुड़े लोग खुद बताते हैं कि रात-रात भर लड़कियों को इधर-उधर पहुंचाने के लिए तथाकथित “VVIP” गाड़ियों का इस्तेमाल किया जाता है। नाम न बताने की शर्त पर एक सूत्र ने कहा कि इन गाड़ियों को न कभी चेक किया जाता है, न चालान काटा जाता है। वजह साफ है- हर महीने नगदी और महंगे गिफ्ट जिम्मेदारों तक पहुंचाए जाते हैं सबसे बड़ा सनसनी खेत तो यह रहा कि उसे सागर देने यह भी बताया कि इस काले कारोबार में कोई बाधा ना आए इसके लिए कई बार जिम्मेदारों की डिमांड भी पूरी करनी पड़ती है उन्हें भी उनकी डिमांड के मुताबिक उनके बताए हुए स्थल पर डिलीवर करना पड़ता है जैसा की पूरा नेटवर्क यही काम करता है, इस मिलीभगत ने पूरे सिस्टम को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है।

युवाओं की पीढ़ी पर मंडराता खतरा

विशेषज्ञ चेतावनी देते हैं कि अगर यह कारोबार इसी रफ्तार से चलता रहा तो आने वाली युवा पीढ़ी पर इसका गंभीर असर होगा। यह न केवल नैतिक पतन का कारण बनेगा बल्कि अपराध, नशा और यौन शोषण की घटनाओं को भी बढ़ावा देगा। मोहल्लों में बढ़ते इन सेंटरों से आम परिवारों का चैन छिन जाएगा और समाज की जड़ें खोखली हो जाएंगी।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप की मांग

लखनऊ पुलिस और जिम्मेदार विभागों की चुप्पी अब सीधे तौर पर सवालों के घेरे में है। जब राजधानी में यह स्थिति है तो बाकी प्रदेश का हाल समझना मुश्किल नहीं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं कानून-व्यवस्था और नैतिक मूल्यों की सख्ती के लिए पहचाने जाते हैं। ऐसे में यह आवश्यक है कि वे इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराएं और तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सुनिश्चित करें।

अब कार्रवाई का समय

स्पा सेंटरों की आड़ में जिस्मफरोशी का धंधा राजधानी लखनऊ को शर्मसार कर रहा है। अगर समय रहते इस पर लगाम नहीं लगाई गई तो यह गंदा कारोबार समाज को खोखला कर देगा। यह केवल अवैध धंधा नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य और महिलाओं की गरिमा से जुड़ा गंभीर अपराध है। मुख्यमंत्री से लेकर उच्च स्तर तक इस मामले पर सख्त कदम उठाना अब बेहद जरूरी हो गया है।

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