
लखनऊ | 21 जुलाई 2025 l True News UP ब्यूरो : उत्तर प्रदेश में भूजल संरक्षण को लेकर जनजागरूकता को नई दिशा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है।

प्रदेश के जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने “भविष्य की डोर भविष्य के हाथ” कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यह कार्यक्रम भूजल सप्ताह-2025 के अंतर्गत लखनऊ स्थित जी.डी. गोयनका पब्लिक स्कूल, सुशांत गोल्फ सिटी में आयोजित किया गया।
भूजल सप्ताह 2025 : जल सुरक्षित तो कल सुरक्षित
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 16 से 22 जुलाई के बीच भूजल सप्ताह-2025 का आयोजन किया जा रहा है। इस बार का मुख्य संदेश है – “जल सुरक्षित तो कल सुरक्षित”। इसका उद्देश्य प्रदेशवासियों को भूजल के महत्व, जल संचयन और जल संवर्धन के प्रति जागरूक करना है।
स्कूल आउटरीच कार्यक्रम से जुड़ा संदेश : छात्रों ने ली जल संरक्षण की शपथ
कार्यक्रम के दौरान जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने स्कूली छात्रों को संबोधित करते हुए उन्हें भूजल संरक्षण की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा:
“हम सभी को अपने दैनिक जीवन में जल संचयन को अपनाना होगा और समाज में इसके प्रति सकारात्मक व्यवहार परिवर्तन लाना होगा।”
“कैच द रेन” की थीम को जन-आंदोलन बना रही सरकार
जलशक्ति मंत्री ने बताया कि भारत सरकार की “Catch the Rain: Where it Falls, When it Falls” थीम को उत्तर प्रदेश में जनभागीदारी के साथ धरातल पर उतारा जा रहा है। इसके अंतर्गत:
- वर्षा जल संग्रहण हेतु चेक डैम, तालाब, कुएँ जैसी संरचनाओं का निर्माण और पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
- वर्षा की हर एक बूंद को संचित कर भूजल स्तर को सुधारने का प्रयास किया जा रहा है।
- जन-सहभागिता से इस अभियान को जन-आंदोलन का रूप दिया जा रहा है।
“मैं हूँ जल मित्र” अभियान: सोशल मीडिया पर जल संरक्षण का संदेश
इस अवसर पर छात्रों ने “मैं हूँ जल मित्र” अभियान के अंतर्गत अपनी सेल्फी भूगर्भ जल विभाग के सोशल मीडिया पेज पर पोस्ट की। इसका उद्देश्य था – युवाओं के माध्यम से जल संरक्षण का संदेश सोशल मीडिया के जरिए तेजी से समाज के हर वर्ग तक पहुँचाना।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की सोच को बताया मार्गदर्शक
श्री स्वतंत्र देव सिंह ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि:
“हर घर जल”, “हर खेत को पानी” और “एक पेड़ माँ के नाम” जैसी योजनाएं जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में मील का पत्थर हैं। भूजल संसाधनों का विवेकपूर्ण प्रबंधन आज की आवश्यकता है।”
सम्मान और सहभागिता: शिक्षा संस्थानों व संगठनों की सराहना
मंत्री ने जी.डी. गोयनका स्कूल के शिक्षकों, छात्रों, भूगर्भ जल विभाग और गैर-सरकारी संगठनों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि समाज और प्रशासन को मिलकर इस अभियान को लगातार गति देनी चाहिए। इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति एवं संस्थाएं उपस्थित रहीं:
- सर्वेश गोयल – चेयरमैन, जी.डी. गोयनका स्कूल
- सुनील कुमार वर्मा – निदेशक, भूगर्भ जल विभाग, उत्तर प्रदेश
- अनुपम श्रीवास्तव – स्टेट नोडल अधिकारी, अटल भूजल योजना, उत्तर प्रदेश
- सुभाष चंद्र बोस सेवा संस्थान और क्लाइमेट पर चर्चा संस्था की सक्रिय सहभागिता
भूजल सप्ताह-2025 के अंतर्गत आयोजित “भविष्य की डोर भविष्य के हाथ” कार्यक्रम ने यह स्पष्ट किया कि भविष्य सुरक्षित तभी है जब जल सुरक्षित है। छात्र-छात्राओं की भागीदारी, जनसामान्य की जागरूकता और सरकार की योजनाएं – सब मिलकर भूजल संरक्षण को एक जन आंदोलन में परिवर्तित कर रहे हैं।


































