
- ऑफलाइन चिकित्सा से लेकर ऑनलाइन कंसल्टेशन तक के इस दौर में सफल इलाज
- होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति के बारे में डॉ०पीयूष का कहना है कि यह पद्धति बीमारियों का जड़ से इलाज करती है और शरीर का संतुलन बनाए रखती है
- डॉ. पीयूष शुक्ला की चिकित्सकीय यात्रा: उन्होंने भारत और विदेशों में शिक्षा प्राप्त कर होम्योपैथी को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया
- अंतरराष्ट्रीय सम्मान: उन्हें हाल ही में दुबई में मिले “प्राइड ऑफ होम्योपैथी अवार्ड” समेत कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भी मिल चुके हैं
- उनकी क्लीनिक में ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से मिल रही हैं होम्योपैथी में आधुनिक चिकित्सा सेवाएँ
- चिकित्सा सेवा में परिवार का योगदान: डॉ. शुक्ला और उनकी पत्नी अपने पिता की होम्योपैथी धरोहर को आगे बढ़ा रहे हैं, साथ ही उनका पूरा परिवार चिकित्सा सेवा से जुड़ा हुआ है

लखनऊ: उत्तरप्रदेश की राजधानी लखनऊ में चिकित्सा सेवाओं का क्षेत्र दिनोंदिन विकसित हो रहा है। शहर की चिकित्सा पद्धतियों में होम्योपैथी एक ऐसी विधा है, जिसने बीमारियों का जड़ से इलाज करने के लिए अपनी प्रासंगिकता बनाए रखी है। इस विधा में लखनऊ के डॉ. पीयूष शुक्ला का नाम एक प्रतिष्ठित और विश्वसनीय होम्योपैथिक चिकित्सक के रूप में उभर कर सामने आया है। उनके क्लीनिक, डॉ. पीयूष होम्योपैथी (A Unit of Anand Homeo Care), ने न केवल स्थानीय बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी चिकित्सा सेवाओं का विस्तार किया है।
होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति: एक ऐतिहासिक पद्धति

होम्योपैथी की उत्पत्ति 18वीं सदी में हुई, लेकिन इसके सिद्धांत आज भी उतने ही प्रभावी माने जाते हैं। इसमें किसी बीमारी का इलाज उसकी जड़ से किया जाता है, जिससे मरीज की समग्र स्वास्थ्य स्थिति बेहतर हो जाती है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह दवाइयाँ शरीर के प्राकृतिक संतुलन को नुकसान पहुंचाए बिना रोगों को ठीक करती हैं। यही कारण है कि आधुनिक चिकित्सा पद्धतियों के बावजूद, होम्योपैथी का महत्व आज भी कम नहीं हुआ है।
डॉ. पीयूष शुक्ला: एक चिकित्सकीय धरोहर

डॉ. पीयूष शुक्ला का चिकित्सा के क्षेत्र में योगदान एक पारिवारिक धरोहर से जुड़ा है। उनके पिता, डॉ. शिव कुमार (S.K.) शुक्ला, ने लखनऊ के लाल कुआं इलाके में अपने होम्योपैथी क्लीनिक की शुरुआत की थी और पिछले 50 वर्षों से वे लोगों की सेवा कर रहे हैं। अपने पिता से चिकित्सा की गहनता को देखते हुए, डॉ. पीयूष ने भी इस पद्धति में रुचि ली और इसे ही अपने जीवन का उद्देश्य बनाया।

डॉ. शुक्ला ने होम्योपैथी को केवल एक पारंपरिक व्यवसाय के रूप में नहीं अपनाया, बल्कि इसे अपनी लगन, मेहनत और आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के साथ जोड़कर इसे एक नई ऊंचाई तक पहुँचाया। इसी लगन की वजह से आज उन्होंने न सिर्फ़ लखनऊ, उत्तरप्रदेश व भारत बल्कि विश्व के नामचीन होम्योपैथी डॉक्टरों के बीच दुबई में भी सम्मान प्राप्त किया है।
डॉ. पीयूष शुक्ला की शैक्षणिक यात्रा और विशेषज्ञता

डॉ. शुक्ला ने होम्योपैथी चिकित्सा में अपनी शिक्षा भारत से शुरू की और फिर विदेशों में जाकर इस पद्धति के विभिन्न आयामों का अध्ययन किया। उन्होंने पुणे स्थित भारतीय विद्यापीठ डीम्ड यूनिवर्सिटी से BHMS (बैचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड से PGDEMS (पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन इमरजेंसी मेडिकल सर्विसेज) की डिग्री हासिल की। इसके साथ ही, मुंबई से उन्होंने CCH (Certificate in Child Health), CGO (Certificate in Gynecology and Obstetrics), PGDEMLT (Post Graduate Diploma in Emergency Medical Laboratory Techniques) जैसे प्रतिष्ठित पाठ्यक्रम भी पूरा किए।
उनकी शिक्षा का उद्देश्य केवल किताबी ज्ञान अर्जित करना नहीं था, बल्कि मरीजों की जटिल समस्याओं का समाधान ढूंढना था। इसके लिए उन्होंने अपनी शैक्षणिक योग्यताओं का सही उपयोग कर, प्रैक्टिकल अनुभव के साथ इसे नई दिशा दी।
पेशेवर सफर: लखनऊ के लालबाग से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक का सफ़र

डॉ. पीयूष शुक्ला का चिकित्सा सफर 2008 में लखनऊ के लालबाग इलाके से शुरू हुआ। उनकी क्लीनिक, जो लालबाग चौराहे पर स्थित है, स्थानीय मरीजों के लिए एक भरोसेमंद केंद्र बन चुकी है। धीरे-धीरे उनके मरीजों की संख्या में इज़ाफा होता गया, और आज उनकी सेवाएँ देशभर में और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहुंच चुकी हैं। उनकी क्लीनिक आधुनिक तकनीक से लैस है, जहाँ पर ऑनलाइन कंसल्टेशन की सुविधा भी उपलब्ध है। सोशल मीडिया पर उनकी क्लीनिक की मजबूत उपस्थिति ने उन्हें नए दौर के मरीजों से जोड़ने में मदद की है।
डॉक्टर अंजू शुक्ला: धर्मपत्नी के रूप में एक सशक्त सहायक

डॉ.पीयूष शुक्ला के सफर में उनकी पत्नी डॉ.अंजू शुक्ला का भी अहम योगदान है। वह खुद भी होम्योपैथी चिकित्सा पद्धति की विशेषज्ञ हैं और लाल कुआं व लालबाग स्थित क्लीनिक में अपने मरीजों का इलाज करती हैं। इस प्रकार, यह चिकित्सा सेवा शुक्ला परिवार के लिए केवल व्यवसाय नहीं बल्कि जनसेवा का एक माध्यम है।

डॉ. पीयूष शुक्ला एक संयुक्त परिवार में रहते हैं, जहाँ उनके परिवार के अधिकांश सदस्य चिकित्सा के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं। यह परिवार समाज सेवा की भावना से ओत-प्रोत है और चिकित्सा के माध्यम से लोगों की भलाई के लिए कार्यरत है। शुक्ला परिवार के सभी सदस्य अपने-अपने क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं, और जनसेवा को ही अपना प्रमुख उद्देश्य मानते हैं।
डॉ. पीयूष होम्योपैथी की मुख्य विशेषताएँ

डॉ.पीयूष शुक्ला की क्लीनिक कई गंभीर और जटिल बीमारियों के इलाज के लिए प्रसिद्ध है। उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाएँ निम्नलिखित हैं:
- जटिल रोगों का जड़ से निदान: चाहे वह स्टोन की समस्या हो, एलोपेसिया (बाल झड़ने की समस्या), हार्मोनल डिसऑर्डर, या महिलाओं से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएँ, डॉ. पीयूष ने इन बीमारियों का जड़ से इलाज किया है।
- मानसिक स्वास्थ्य का उपचार: वह मानसिक समस्याओं जैसे कि डिप्रेशन, अनिद्रा, तनाव, और चिंता (एंजायटी) का भी सफल इलाज करते हैं। उनके होम्योपैथिक इलाज ने कई मरीजों को मानसिक शांति और स्वास्थ्य प्रदान किया है।
- ऑनलाइन कंसल्टेशन: दूर-दराज़ के मरीजों की सुविधा के लिए उनकी क्लीनिक ऑनलाइन कंसल्टेशन की सुविधा भी प्रदान करती है, जिससे मरीज घर बैठे अपनी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
- सोशल मीडिया पर सक्रियता: वर्तमान डिजिटल युग को ध्यान में रखते हुए, उनकी क्लीनिक सभी प्रमुख सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय है। इससे मरीज आसानी से उनकी सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान

होम्योपैथी चिकित्सा में डॉ.पीयूष शुक्ला के योगदान को न केवल भारत में, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी सराहा गया है। जुलाई 2024 में, उन्हें “प्राइड ऑफ होम्योपैथी अवार्ड” से सम्मानित किया गया, जो उन्हें दुबई (UAE) में आयोजित वर्ल्ड होम्योपैथी समिट-2 में प्रदान किया गया। यह सम्मान बुर्ज-अल-अरब, दुबई में आयोजित एक समारोह में दिया गया, जहाँ विश्व के 18 देशों से पहुंचे होम्योपैथी चिकित्सकों के बीच चुनिंदा भारतीय होम्योपैथी चिकित्सकों का सम्मान किया गया।

इसके अतिरिक्त, उन्हें नेशनल होमियोकॉन आइकॉनिक अवार्ड, आदर्श गौरव सम्मान, होम्योपैथी चिकित्सा रत्न सम्मान, होम्योपैथी विभूषण सम्मान, और होम्योपैथी गौरव सम्मान जैसे कई प्रतिष्ठित पुरस्कार भारत में भी मिल चुके हैं।
डॉ०शुक्ला की भविष्य की योजनाएँ

डॉ. पीयूष शुक्ला की योजनाओं में उनकी सेवाओं को और व्यापक बनाना शामिल है। वे होम्योपैथी चिकित्सा को और भी प्रभावी बनाने के लिए अनुसंधान और विकास पर जोर दे रहे हैं। साथ ही, वह चाहते हैं कि अधिक से अधिक लोग इस पद्धति का लाभ उठाएँ, इसलिए वह ऑनलाइन कंसल्टेशन और टेलीमेडिसिन सेवाओं को और भी उन्नत बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं।
डॉ. पीयूष शुक्ला ने अपने अथक परिश्रम, समर्पण और होम्योपैथी चिकित्सा के प्रति असीम विश्वास से लखनऊ में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली चिकित्सा सेवाएँ केवल शारीरिक बीमारियों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। उनकी सेवाओं से न केवल लखनऊ के लोग लाभान्वित हो रहे हैं, बल्कि देश और विदेश से भी लोग उनके पास इलाज कराने आते हैं। डॉ.पीयूष शुक्ला का यह सफर निरंतर आगे बढ़ रहा है और वे समाज के प्रति अपनी सेवा भावना को और भी मजबूती से आगे ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।


































