
- नगर विकास मंत्री ने महाकुंभ 2025 के लिए प्रयागराज में स्वच्छता महाभियान में भाग लिया और स्वयं सफाई कार्य किया।
- स्वच्छता महायज्ञ में सफाई मित्रों की महत्वपूर्ण भूमिका और उनकी सशक्तिकरण हेतु उन्हें सम्मानित किया गया।
- 3500 सफाई मित्रों की टीम, 5000 डस्टबिन और 1.5 लाख शौचालयों की व्यवस्था से कुंभ क्षेत्र को स्वच्छ बनाया जाएगा।
- महाकुंभ 2025 को एक भव्य, दिव्य और अलौकिक आयोजन बनाने के लिए विभिन्न विकास कार्यों को पूरा किया गया है।
- मंत्री ने प्लास्टिक मुक्त अभियान चलाया और लोगों से अपने आसपास की सफाई बनाए रखने की अपील की।

लखनऊ, 30 दिसम्बर, 2024: उत्तर प्रदेश के नगर विकास और ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने सोमवार को प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के आयोजन से पूर्व स्वच्छता महाभियान की शुरुआत की। इस अभियान के तहत उन्होंने प्रयागराज शहर के प्रमुख स्थानों पर सफाई कार्य में अपनी भागीदारी निभाते हुए खुद झाड़ू लगाकर श्रमदान किया। मंत्री ने यह संदेश दिया कि स्वच्छता केवल सरकारी प्रयासों से नहीं, बल्कि नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से संभव है। इस अभियान को तेज करने का उद्देश्य महाकुंभ 2025 के आयोजन से पहले कुंभ तीर्थ क्षेत्र को स्वच्छ, सुरक्षित और पवित्र बनाना है।

कुंभ तीर्थ क्षेत्र में स्वच्छता का महत्व: श्री शर्मा ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि प्रदेश सरकार का संकल्प है कि महाकुंभ 2025 के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों को एक सुरक्षित, स्वच्छ और पवित्र वातावरण दिया जाएगा। प्रयागराज में चल रहे स्वच्छता महाभियान के तहत नगर के सभी 100 वार्डों में सफाई कार्य किया जा रहा है, जिससे कुंभ क्षेत्र को एक आदर्श नगर के रूप में प्रस्तुत किया जा सके।

मंत्री ने इस अवसर पर गंगा के दशाश्वमेघ घाट पर आयोजित स्वच्छता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि महाकुंभ 2025 केवल धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक नहीं होगा, बल्कि यह आधुनिक और विकसित भारत का भी प्रतीक बनेगा। उन्होंने कहा, “महाकुंभ 2025 हमारे सांस्कृतिक विरासत, अध्यात्मिकता और परंपरा का उत्सव होगा। इस आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और यह आयोजन अद्वितीय और दिव्य होगा।”
स्वच्छता महायज्ञ में भागीदारी: स्वच्छता अभियान को लेकर उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इसे एक महायज्ञ के रूप में लें और इसमें अपनी आहुती दें। उन्होंने कहा कि इस सफाई अभियान में नगर विकास विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण है, क्योंकि महाकुंभ में यह विभाग नोडल विभाग है। उन्होंने मां गंगा, यमुना, सरस्वती, तीर्थराज प्रयाग और भगवान हनुमान से आशीर्वाद लेकर इस अभियान को सफल बनाने की प्रार्थना की।

सफाई मित्रों का सम्मान और सशक्तिकरण: मंत्री ने 1200 सफाई मित्रों को सुरक्षा किट वितरित कर उनका सम्मान किया। इसके अलावा, कार्यक्रम में कलाकारों द्वारा नुक्कड़ नाटक और स्वच्छता गीतों के माध्यम से लोगों को सफाई के प्रति जागरूक किया गया। सफाई मित्रों को विशेष सम्मान देने के लिए श्री शर्मा ने कहा कि महाकुंभ के दौरान सफाई कार्यों में उनकी भूमिका अहम होगी। 2019 में अर्धकुंभ के दौरान प्रधानमंत्री जी ने सफाई मित्रों के सम्मान में उनके चरण धोए थे और इस बार भी उनकी मेहनत को सलाम किया गया।
महाकुंभ 2025 के लिए तैयारियां: मंत्री ने महाकुंभ 2025 के लिए किए गए विकास कार्यों का जिक्र किया, जिसमें 5000 डस्टबिन का स्थान पर स्थापना, 1.5 लाख शौचालय और चेंजिंग रूम जैसी सुविधाओं का निर्माण शामिल है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ क्षेत्र को साफ और सुंदर बनाए रखने के लिए 3500 सफाई मित्रों का योगदान लिया जा रहा है।

इसके अतिरिक्त, प्रशासन ने कुंभ क्षेत्र के सभी 30 प्लाटून ब्रिज तैयार कर लिए हैं। मंत्री ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षों में प्रयागराज में 15,000 करोड़ रुपये की योजनाओं का कार्य पूरा हुआ है, जिनमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार की परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने बताया कि 8000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के तहत रेलवे स्टेशन, राष्ट्रीय राजमार्ग, एयरपोर्ट जैसे विकास कार्य किए गए हैं, जबकि राज्य सरकार ने गंगा घाटों का निर्माण, सड़कों का चौड़ीकरण और नालियों का निर्माण किया है।
सफाई की शपथ और प्लास्टिक मुक्त अभियान: स्वच्छता कार्यक्रम के दौरान श्री शर्मा ने सभी नागरिकों से स्वच्छता की शपथ भी दिलाई। उन्होंने कहा कि सफाई को लेकर यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम अपने आसपास के वातावरण को साफ रखें। मंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिए कि सभी दुकानों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, ठेलिया और खोमचे वालों के सामने डस्टबिन रखवाए जाएं, ताकि गंदगी न फैले। साथ ही, उन्होंने लोगों से प्लास्टिक का उपयोग न करने और कागज और कपड़े के थैले का इस्तेमाल करने की अपील की।

उन्होंने कहा कि यदि लोग सफाई के प्रति जागरूक होंगे, तो शहर का माहौल स्वच्छ रहेगा और यह हमारे आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक अच्छा उदाहरण बनेगा। श्री शर्मा ने विशेष रूप से मां गंगा, यमुना, सरस्वती और संगम क्षेत्र में फूल माला और पूजा सामग्री न फेंकने की अपील की, ताकि जलाशयों और घाटों की सफाई बनी रहे।
महाकुंभ की भव्यता और व्यवस्थाएं: मंत्री ने महाकुंभ 2025 के लिए किए गए विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार महाकुंभ का आयोजन अत्यधिक भव्य और अलौकिक होगा। उन्होंने कहा, “महाकुंभ के अमृत कलश से अमृत पान करने के लिए मनुष्यों के साथ-साथ देवी-देवता, गंधर्व, किन्नर, पशु-पक्षी सभी यहां आते हैं। हमें दुनिया को यह दिखाना है कि हम इस महान आयोजन की पूरी व्यवस्था और सफाई को भी उत्कृष्ट रूप से कर सकते हैं।”

इस अवसर पर महापौर गणेश केसरवानी, प्रमुख सचिव नगर विकासअमृत अभिजात, विशेष सचिव अमित सिंह, नगर आयुक्त चंद्र मोहन गर्ग और अपर निदेशक असलम अंसारी भी उपस्थित रहे।