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देहरादून में सहकार भारती स्थापना दिवस पर भव्य कार्यक्रम, राजदत्त पांडेय ने की मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति

देहरादून में सहकार भारती स्थापना दिवस पर भव्य कार्यक्रम, राजदत्त पांडेय ने की मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थिति
  • सहकार भारती स्थापना दिवस पर राजदत्त पांडेय ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया।
  • कार्यक्रम में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह चंदेल, बाला शर्मा और यशवंत नेगी जैसे गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति।
  • 200 से अधिक लोग और समूह की बहनों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए, जो आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने का प्रतीक थे।
  • पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय पाल रावत ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, संचालन मुकेश नेगी ने किया।
  • राजदत्त पांडेय ने सहकारिता के महत्व और समाज में इसके योगदान पर प्रेरणादायक संबोधन दिया।

लखनऊ/देहरादून: 10 जनवरी, 2025: उत्तराखंड के देहरादून में सहकार भारती के स्थापना दिवस पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें देशभर से सहकारिता आंदोलन से जुड़े अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। इस विशेष अवसर पर सहकार भारती के पैक्स प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय प्रमुख राजदत्त पांडेय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे और कार्यक्रम में सहकारिता के महत्व पर अपने विचार साझा किए। यह आयोजन सहकारिता आंदोलन की दिशा में किए गए कार्यों का उत्सव था और साथ ही भविष्य में इसके विस्तार की दिशा को रेखांकित करने का अवसर भी था।

कार्यक्रम की शुरुआत समारोह के आयोजन से हुई, जिसमें पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रमेश सिंह चंदेल, बाला शर्मा, पूर्व संगठन प्रमुख यशवंत नेगी, और अन्य गणमान्य नेताओं ने शिरकत की। इन सभी नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे और सहकारिता के महत्व को समाज में बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल दिया।

कार्यक्रम में 200 से अधिक लोग उपस्थित हुए, जिन्होंने अपनी सक्रिय भागीदारी से इस आयोजन को सफल बनाया। इसके अतिरिक्त, इस विशेष दिन को और भी खास बनाने के लिए, समूह की बहनों ने अपने उत्पादों के स्टॉल लगाए थे, जिनमें उन्होंने विभिन्न हस्तनिर्मित वस्त्र, आभूषण, किचन उत्पाद और अन्य सामग्रियों का प्रदर्शन किया। यह स्टॉल उनके स्वावलंबन और उद्यमिता को बढ़ावा देने का प्रतीक थे, जिनका उद्देश्य समाज में महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना था।

कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय पाल रावत ने की, जिन्होंने सहकारिता के क्षेत्र में सहकार भारती के योगदान और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। उनके अध्यक्षीय संबोधन ने सहकारिता आंदोलन की दिशा को स्पष्ट किया और इसके माध्यम से समाज में उन्नति की संभावनाओं को उजागर किया।

कार्यक्रम का संचालन मुकेश नेगी ने किया, जिन्होंने कार्यक्रम को व्यवस्थित रूप से चलाया और सभी उपस्थित लोगों को एकजुट रखने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी नेतृत्व क्षमता और संचालन कौशल ने कार्यक्रम को सुचारु रूप से आयोजित करने में मदद की।

मुख्य अतिथि राजदत्त पांडेय ने अपने संबोधन में सहकारिता के महत्व को फिर से रेखांकित किया। उन्होंने सहकारिता को एक ऐसा सशक्त माध्यम बताया, जो समाज के प्रत्येक वर्ग को अपने अधिकारों और संसाधनों तक पहुंचने में सक्षम बनाता है। पांडेय जी ने सहकार भारती द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों की सराहना की और आगे आने वाली चुनौतियों को स्वीकार करते हुए, सहकारिता के क्षेत्र में और अधिक काम करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उनका यह संबोधन सहकारिता के व्यापक उद्देश्य को समर्पित था, जिसमें समाज के सभी वर्गों को समान अवसर और सशक्तिकरण प्रदान करने की दिशा पर चर्चा की गई।

इस कार्यक्रम का आयोजन एक ऐसे समय में हुआ जब भारत में सहकारिता को बढ़ावा देने की दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जा रहे हैं। सहकार भारती के संस्थापक और कार्यकर्ताओं ने देशभर में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए अपने प्रयासों को तेज किया है।

कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण:

  1. सहकारिता के प्रचार-प्रसार में सहकार भारती की भूमिका: इस आयोजन ने सहकारिता के महत्व को पुनः सिद्ध किया और यह दिखाया कि यह मॉडल न केवल आर्थिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक दृष्टि से भी अत्यधिक प्रभावशाली है।
  2. समूह की महिलाओं का सशक्तिकरण: स्टॉलों में महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन यह सिद्ध करता है कि सहकारिता के माध्यम से महिलाएं न केवल अपने जीवन को बेहतर बना रही हैं, बल्कि दूसरों के लिए भी एक प्रेरणा बन रही हैं।
  3. सहकारिता का सामाजिक प्रभाव: कार्यक्रम में सभी नेताओं ने सहकारिता के मॉडल को ग्रामीण क्षेत्रों में लागू करने और समाज के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए इसे एक सशक्त माध्यम बनाने पर जोर दिया।
  4. राजदत्त पांडेय का प्रेरणादायक संबोधन: उनके शब्दों ने न केवल सहकारिता के महत्व को समझाया, बल्कि कार्यकर्ताओं को और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
  5. आने वाली योजनाओं का परिचय: सहकार भारती के भविष्य के लक्ष्यों और योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की गई, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि संगठन सहकारिता के क्षेत्र में अपनी भूमिका और अधिक बढ़ाएगा।

यह आयोजन सहकारिता के प्रति समाज के दृष्टिकोण को और मजबूत करेगा और भविष्य में इसे एक सशक्त सामाजिक-आर्थिक मॉडल के रूप में स्थापित करने में सहायक होगा।

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