
जौनपुर, उत्तर प्रदेश: जौनपुर में एक बार फिर से तेज रफ़्तार का क़हर देखने को मिला है, सोमवार को दोपहर गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के जौनपुर-आजमगढ़ बाईपास पर एक भीषण सड़क हादसा हुआ जिसमें तेज रफ्तार मारुति इको कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई। बताया जा रहा है कि कार आजमगढ़ की तरफ से आ रही थी और मोड़ पर चालक कार की गति को नियंत्रित नहीं कर पाया। इसकी वजह से कार सड़क किनारे लगे लोहे की बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए नहर की पुलिया में जा फंसी। इस हादसे में मौके पर ही एक महिला और एक पुरुष की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि अन्य घायलों को त्वरित उपचार के लिए एम्बुलेंस के माध्यम से जिला अस्पताल भेजा गया।
मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने किया रेस्क्यू
हादसे की सूचना मिलते ही गौराबादशाहपुर कस्बा चौकी प्रभारी अरविन्द यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने कई सिपाहियों के साथ मिलकर तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए कार में फंसे घायलों को बाहर निकाला। हादसे की गंभीरता को देखते हुए तुरंत एम्बुलेंस बुलाकर घायलों को जिला अस्पताल भेजा गया। हादसे की वजह से आसपास के इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया और सड़क पर जाम की स्थिति बन गई, जिसे पुलिस ने नियंत्रित किया।
दुर्घटना के कारण और प्रशासन की कार्रवाई
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि कार की तेज रफ्तार और मोड़ पर चालक द्वारा गति नियंत्रित न कर पाना दुर्घटना की मुख्य वजह बनी। गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र का यह इलाका पहले भी सड़क हादसों के लिए जाना जाता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस बाईपास पर गति सीमा का पालन नहीं करने की वजह से अक्सर दुर्घटनाएं होती हैं।
पुलिस ने दुर्घटना के बाद सड़क सुरक्षा नियमों के पालन के लिए जागरूकता अभियान चलाने की बात कही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसे की विस्तृत जांच की जाएगी और अगर लापरवाही साबित होती है, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, उन्होंने सड़क किनारे की बैरिकेडिंग और सुरक्षा उपायों की स्थिति का भी निरीक्षण किया और इसे सुधारने के निर्देश दिए।
घायलों की स्थिति और अस्पताल की जानकारी
हादसे में घायल हुए अन्य लोगों की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। जिला अस्पताल में डॉक्टरों की टीम घायलों के इलाज में जुटी हुई है। अस्पताल प्रशासन ने घायलों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं। चिकित्सकों के अनुसार, कुछ घायलों की स्थिति नाजुक है और उन्हें विशेष देखभाल की आवश्यकता है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
हादसे के बाद स्थानीय लोग घटनास्थल पर जुट गए और उन्होंने घायलों की मदद की। कुछ स्थानीय निवासियों ने बताया कि इस क्षेत्र में आए दिन तेज रफ्तार वाहनों की वजह से हादसे होते रहते हैं। उन्होंने प्रशासन से सख्त कदम उठाने की मांग की है ताकि ऐसे हादसों पर लगाम लगाई जा सके।
सुरक्षा उपायों की आवश्यकता
इस घटना ने सड़क सुरक्षा को लेकर एक बार फिर से गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय प्रशासन और यातायात विभाग को इस पर सख्त कदम उठाने की जरूरत है ताकि सड़क हादसों को रोका जा सके। सड़कों पर गति सीमा का पालन, सुरक्षा बैरिकेडिंग की उचित व्यवस्था, और चालकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है।
पुलिस की अपील
पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे सड़क पर वाहन चलाते समय गति सीमा का पालन करें और खासकर मोड़ या संवेदनशील स्थानों पर अतिरिक्त सतर्कता बरतें। इसके अलावा, वाहन चालकों को नशे की हालत में गाड़ी चलाने से बचने की सलाह दी गई है, जिससे ऐसे हादसों से बचा जा सके।
गौराबादशाहपुर की इस दुखद घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा नियमों के महत्व को रेखांकित किया है। प्रशासन और स्थानीय लोगों के लिए यह समय है कि वे मिलकर सड़क सुरक्षा को मजबूत करें और ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के उपाय करें। यह हादसा हमें यह सीख देता है कि थोड़ी सी असावधानी जानलेवा साबित हो सकती है, इसलिए वाहन चलाते समय हमेशा सतर्क रहना चाहिए।


































