
- सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने विजयदशमी पर व्यापारियों संग जीएसटी सुधारों और बचत उत्सव का संदेश साझा किया।
- अर्जुनगंज में ‘विनायक मोबाइल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स’ का उद्घाटन कर स्थानीय व्यापारियों से संवाद किया।
- विजयदशमी पर लखनऊ के विभिन्न स्थलों पर रामलीला व रावण दहन कार्यक्रमों में सक्रिय सहभागिता की।
- एलडीए कॉलोनी व तेलीबाग में 40 लाख रुपये से अधिक के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया।
- डॉ. सिंह ने कहा- “रावण आज भी आतंकवाद, जातिवाद और विभाजनकारी प्रवृत्तियों के रूप में जीवित है; संगठित भारत ही अजेय बनेगा।”

लखनऊ: विजयदशमी के पावन अवसर पर सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र एक बार फिर धार्मिक, सांस्कृतिक और विकासपरक गतिविधियों से सराबोर रहा। यहाँ के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह न केवल रामलीला और रावण दहन के मंचों पर सक्रिय रहे, बल्कि व्यापारिक वर्ग के बीच पहुँचकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुए जीएसटी सुधारों की उपलब्धियों और लाभों को भी साझा किया। उन्होंने कहा कि “जीएसटी व्यवस्था ने व्यापार को पारदर्शिता, सरलता और स्थिरता दी है। इससे न केवल व्यापारी वर्ग को लाभ हुआ है बल्कि आमजन के लिए भी बचत और सहजता का माहौल बना है।”
अर्जुनगंज और आशियाना में व्यापारियों से संवाद

वृहस्पतिवार को डॉ. राजेश्वर सिंह अर्जुनगंज पहुँचे, जहाँ उन्होंने अर्जुनगंज युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष प्रीतम मिश्रा के प्रतिष्ठान ‘विनायक मोबाइल एंड इलेक्ट्रॉनिक्स’ का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्रीय व्यापारियों को शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि, “व्यापारी समाज अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, मोदी सरकार ने उनके हितों की रक्षा और सुविधाओं के विस्तार के लिए ठोस सुधार किए हैं। जीएसटी का सरलीकरण इन्हीं प्रयासों का परिणाम है।”
इसके बाद शुक्रवार को विधायक ने आशियाना क्षेत्र के व्यापारियों से भी संवाद किया। उन्होंने ‘मंशा टी स्टॉल’ पर स्थानीय नागरिकों संग चाय की चुस्कियाँ लीं और ‘आकाश कचौड़ी भंडार’ पर दही बड़ों का स्वाद लेते हुए लोगों से आत्मीय बातचीत की।
व्यापारियों ने ‘शुभम ज्वेलर्स’ पर विधायक का भव्य स्वागत किया। इस दौरान डॉ. सिंह ने कहा कि “सरोजनीनगर के बाजारों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का विकास हमारी प्राथमिकता है, यहाँ हर व्यापारी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभा रहा है।”
विजयदशमी पर्व पर धार्मिक-सांस्कृतिक आयोजनों में सक्रिय सहभागिता

विजयदशमी और रावण दहन के पावन पर्व पर डॉ. राजेश्वर सिंह ने लखनऊ के विभिन्न स्थलों पर आयोजित रामलीला और दशहरा मेलों में सम्मिलित होकर जनता को धर्म, मर्यादा और एकता के पथ पर चलने का संदेश दिया।
उन्होंने कहा कि “विजयदशमी केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि यह अधर्म, अन्याय और विभाजनकारी प्रवृत्तियों के खिलाफ जन-संकल्प का दिवस है। रावण आज भी हमारे समाज में हिंसा, आतंकवाद, जातिवाद और विघटन के रूप में जीवित है, जिसे हमें मिलकर समाप्त करना होगा।”
1. सरसवां – अर्जुनगंज मंडी स्थल पर ‘शक्ति रामलीला मंचन समिति’ का आयोजन
डॉ. सिंह ने कहा कि “रावण केवल एक पौराणिक पात्र नहीं बल्कि असत्य, अहंकार और अत्याचार का प्रतीक है। आज ये ताकतें धर्मांतरण, मातृशक्ति विरोध और सनातन संस्कृति के विरुद्ध सक्रिय हैं। हमें श्रीराम के आदर्शों से प्रेरणा लेकर इन्हें परास्त करना होगा।” उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे “रामत्व” के पथ पर चलें और राष्ट्र को संगठित कर एक अजेय भारत का निर्माण करें।
2. वृंदावन योजना सेक्टर-8B – त्र्यंबकेश्वर महादेव प्रांगण में गरबा नाइट
यहाँ माँ दुर्गा की आराधना के पश्चात डॉ. सिंह ने कहा कि “दुर्गा पूजा और विजयदशमी का संदेश यही है कि अहंकार और अन्याय का अंत निश्चित है। आज का रावण जातिवाद, घुसपैठ और समाज को तोड़ने वाली शक्तियों के रूप में मौजूद है, जिन्हें हमें मिलकर समाप्त करना होगा।”
3. तेलीबाग – विनायकी तालाब स्थित पर्वतीय रामलीला समिति का आयोजन
पर्वतीय समाज द्वारा आयोजित 40वें रामलीला मंचन में डॉ. सिंह ने इस समाज की सांस्कृतिक भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि “पर्वतीय समाज सीमाओं का प्रहरी होने के साथ-साथ संस्कृति का भी संवाहक है।” उन्होंने यहाँ रामलीला मंच के लिए टीन शेड निर्माण की घोषणा की और कहा कि “संस्कृति की रक्षा ही राष्ट्र की रक्षा है।”
4. एलडीए कॉलोनी सेक्टर-F – 38वां दशहरा मेला
इस अवसर पर डॉ. सिंह ने कहा कि “विजयदशमी हमें अपने भीतर छिपे वासना, लोभ, क्रोध और अहंकार रूपी रावण का अंत करने की प्रेरणा देती है।”
उन्होंने ₹10 लाख की लागत से बने बहुउद्देशीय कक्ष का लोकार्पण किया और रेनवॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का शिलान्यास भी किया।
उन्होंने कहा कि “जल संरक्षण और पर्यावरण सुरक्षा हमारे भविष्य की रक्षा के समान है, इस दिशा में हम निरंतर कार्य कर रहे हैं।”
5. जय जगत पार्क, सेक्टर-D, एलडीए कॉलोनी – 47वां दशहरा मेला
यहाँ डॉ. सिंह ने 20 लाख रुपये की लागत से बनने वाले रामलीला मंच का शिलान्यास किया और कहा कि “अयोध्या में भव्य श्रीराम मंदिर का निर्माण हमारी पाँच शताब्दियों की तपस्या का फल है। यह स्थल आने वाली पीढ़ियों के लिए भक्ति, संस्कृति और राष्ट्र चेतना का केंद्र बनेगा।”
6. सेक्टर-B, एलडीए कॉलोनी – संस्कार चैरिटेबल ट्रस्ट का 7वां दशहरा मेला
यहाँ डॉ. सिंह ने मंच को और भव्य बनाने के लिए ₹10 लाख की लागत से नए मंच निर्माण का शिलान्यास किया और अतिरिक्त ₹10 लाख देने की घोषणा भी की।
उन्होंने कहा कि “धार्मिक आयोजनों में हमारी सांस्कृतिक जड़ें बसती हैं, और इन्हीं के संरक्षण से समाज संगठित होता है।”
डॉ. राजेश्वर सिंह का प्रेरक संदेश
विधायक ने अपने सभी संबोधनों में युवाओं से आह्वान किया कि वे श्रीराम के आदर्शों से प्रेरणा लें और राष्ट्र को संगठित एवं अजेय बनाने में अपनी भूमिका निभाएँ।
उन्होंने कहा –
“रावण आज भी हिंसा, आतंकवाद, जातिवाद, सांस्कृतिक विघटन और राष्ट्रविरोधी प्रवृत्तियों के रूप में मौजूद है। श्रीराम और माँ दुर्गा के आदर्श हमें सिखाते हैं कि संगठित होकर हम किसी भी बुराई का अंत कर सकते हैं। आज ज्ञान, शिक्षा और तकनीक ही वह शक्ति है जिससे हमारी युवा पीढ़ी भारत को विश्वगुरु बना सकती है।”
विकास, संस्कृति और संवाद – डॉ. सिंह की बहुआयामी पहल
इस प्रकार विजयदशमी के अवसर पर डॉ. राजेश्वर सिंह ने जहाँ एक ओर विकास कार्यों की सौगात दी, वहीं संस्कृति, धर्म और राष्ट्र चेतना के पथ पर जनजागरण का संदेश भी दिया।
उनकी यह पहल स्पष्ट करती है कि सरोजनीनगर विधानसभा केवल राजनीतिक नहीं, बल्कि सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक रूप से भी जागरूक क्षेत्र बन रहा है।