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“छह साल पहले शुरू हुआ वही विवाद—जिसने इमरान को जेल की सलाखों के पीछे पहुँचा दिया, जबकि मुनीर सत्ता के शिखर पर पहुँच गए।”

साल था 2019. इमरान खान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री थे और पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के चीफ थे लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मुनीर. पाकिस्तान आर्मी के चीफ कमर जावेद बाजवा ने उन्हें आईएसआई का मुखिया बनाया था. इमरान खान को मुनीर से ऐसी चिढ़ हुई कि महज आठ महीने के भीतर उन्हें आईएसआई चीफ के पद से हटा दिया.

अब आते हैं साल 2025 में. करीब छह साल बाद आसिम मुनीर पाकिस्तान के पहले CDF हैं यानी तीनों सुरक्षा बलों के प्रमुख. यह पद उनके लिए पाकिस्तान का संविधान संशोधन कर तैयार किया गया है. अब न सिर्फ थल सेना, बल्कि वायु सेना और नौसेना तीनों ही बलों में उनकी मर्जी चलती है. इतना ही नहीं, मुनीर इस पर 2030 तक बने रहेंगे. दूसरी ओर पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ के संस्थापक इमरान खान जेल में हैं.

इमरान ने मुनीर पर क्यों लिया था एक्शन?

2019 में आसिम मुनीर जब आईएसआई के मुखिया थे तो उन्होंने कथित तौर पर इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी और उनके साथियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में रुचि दिखाई थी. कहा जाता है कि इमरान को मुनीर का ये उतावलापन रास नहीं आया और उन्होंने मुनीर आईएसआई चीफ के पद से हटा दिया. हालांकि इस फेरबदल के लिए पाकिस्तान आर्मी की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया, जिसकी वजह से आसिम मुनीर को आठ महीने में ही ये पद छोड़ना पड़ा, जबकि उनका कार्यकाल तीन साल का था.

हालांकि चार साल बाद साल 2023 में पीटीआई चीफ इमरान खान ने ऐसे सभी आरोपों का खंडन किया था. उन्होंने कहा, ‘यह पूरी तरह से झूठ है. न तो जनरल आसिम मुनीर ने मुझे मेरी पत्नी के भ्रष्टाचार का कोई सबूत दिखाया और न ही मैंने उन्हें इस वजह से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया.’

जब इमरान खान को लगा झटका 

अप्रैल 2022 में इमरान खान के खिलाफ पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया. 342 सदस्यीय सदन में विपक्षी दलों को अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में 174 वोट मिले और देखते ही देखते इमरान खान से सत्ता खींच ली गई. इमरान खान पाकिस्तान के इतिहास में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए हटाए जाने वाले देश के पहले प्रधानमंत्री बन गए. कहने की जरूरत नहीं, इस पूरी कवायद के पीछे पाकिस्तान की सेना का हाथ था क्योंकि पाक आर्मी नहीं चाहती कि उसके देश में कोई भी प्रधानमंत्री बिना उसकी मर्जी के सरकार चलाए, जबकि इमरान सेना के एकदम विपरीत चल रहे थे.

PM पद से हटाए जाने के बाद जेल भेजे गए इमरान 

सत्ता से हटाए जाने के बाद इमरान खान के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए गए, जिनमें से कई मामलों में उन्हें दोषी भी ठहरा दिया गया. वह साल 2023 से ही जेल में बंद हैं. उन्हें रावलपिंडी की अडियाला जेल में रखा गया है. इमरान खान के परिवार ने आरोप लगाया है कि उन्हें एक महीने से ज़्यादा समय से उनसे मिलने नहीं दिया जा रहा है और उन्होंने उनके जीवित होने का सबूत मांगा है. जब देश और दुनिया में ये अफवाह फैली कि जेल में इमरान की मौत हो चुकी है तो अडियाला जेल के अधिकारियों की ओर से इन अफवाहों को खारिज कर दिया गया और कहा कि वह पूरी तरह स्वस्थ हैं.

इमरान ने आसिम मुनीर पर लगाए थे आरोप 

पिछले साल मई महीने में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर इमरान ने एक लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने आसिम मुनीर पर लगाया था कि वह पाकिस्तान की राजनीति से उनकी पार्टी की उपस्थिति को खत्म करना चाहते हैं. खान ने ऐलान किया कि अगर उन्हें कुछ भी हुआ तो मुनीर को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा.

खान ने लिखा, ‘सैन्य प्रतिष्ठान मेरे खिलाफ जो कुछ भी कर सकता था, कर चुका है. अब उनके पास बस मेरी हत्या करने के अलावा और कुछ नहीं बचा है. मैंने सार्वजनिक रूप से कहा है कि अगर मुझे या मेरी पत्नी को कुछ हुआ तो जनरल आसिम मुनीर जिम्मेदार होंगे, लेकिन मुझे डर नहीं है क्योंकि मेरा विश्वास मज़बूत है. मैं गुलामी की बजाय मौत को प्राथमिकता दूंगा.’

पाक सेना पर अकसर हिंसा का आरोप लगाते रहे हैं पश्तून   

देश के दूसरे सबसे बड़े समूह से जुड़े खान की पश्तून पहचान देश में सैन्य प्रतिष्ठान को चुनौती देती है. पहले भी पश्तूनों ने सेना पर मानवाधिकारों के उल्लंघन और हिंसा का आरोप लगाया है. इसी के चलते 2020 में पश्तून तहफ़ुज़ (संरक्षण) आंदोलन शुरू हुआ था.  मानवाधिकार संगठन, माइनॉरिटी राइट्स ग्रुप के अनुसार, पश्तूनों को भी सुरक्षा बलों द्वारा छापे और अपहरण के जरिए अकसर निशाना बनाया जाता रहा है.

इमरान खान की तीसरी पत्नी बुशरा बीबी को उनका मार्गदर्शक माना जाता है. सालों पहले, उन्होंने कथित तौर पर इमरान के सत्ता में आने की भविष्यवाणी की थी, जिससे समर्थकों के बीच उन्हें लगभग संत का दर्जा प्राप्त हो गया था. अब अवैध विवाह और भ्रष्टाचार के आरोप में बीबी को सात साल की जेल हुई है और उनके पति के साथ उन्हें भी चुप करा दिया गया है. इमरान के बेटे के अनुसार, खान को पूरी तरह से अलग-थलग माहौल में एक मौत की कोठरी में अकेले रखा गया है. उनके स्वास्थ्य और ठिकाने के बारे में अफ़वाहें जारी हैं.

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