अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा दावा करते हुए कहा था कि अब भारत, रूस से तेल नहीं खरीदेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें इस बात का भरोसा भी दिलाया है, लेकिन विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के दावों की पोल खोल दी है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्रंप से बातचीत की, इसको लेकर किसी तरह की जानकारी नहीं है.
ट्रंप के दावों के बाद भारत ने गुरुवार (16 अक्टूबर) को कहा कि वह ऊर्जा आपूर्ति के अपने स्रोतों को बाजार की परिस्थितियों के मुताबिक व्यापक और विविध बना रहा है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रंप के दावे से जुड़े सवाल का जवाब देते हुए कहा कि उन्हें फोन पर ऐसी किसी बातचीत की जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा, ”भारत की तेल खरीद नीति अस्थिर ऊर्जा परिदृश्य में भारतीय उपभोक्ताओं के हितों को ध्यान में रखकर बनाई गई है.”
क्या पीएम मोदी ने ट्रंप से की थी फोन पर बात
विदेश मंत्रालय के जायसवाल ने कहा, ”मेरी जानकारी के मुताबिक, कल (बुधवार, 15 अक्टूबर) को प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच फोन पर कोई बातचीत नहीं हुई. पीएम मोदी और ट्रंप के बीच फोन पर आखिरी बातचीत नौ अक्टूबर को हुई थी.”
चालबाज ट्रंप के दावों को फिर खुली पोल
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप भारत को लेकर अब तक कई बड़े दावे कर चुके हैं. उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का भी क्रेडिट लिया था, लेकिन भारत ने इसे बात को नकार दिया था. अब ट्रंप ने रूसी तेल को लेकर दावा किया है. ट्रंप इन दिनों पाकिस्तान के बेहद करीब हैं और इसी वजह से वे भारत के साथ रिश्ते खराब कर बैठे हैं.
रूसी तेल को लेकर विदेश मंत्रालय ने क्या दिया जवाब
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता जायसवाल ट्रंप के दावों का सीधे तौर पर जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा, ”स्थिर ऊर्जा कीमतें और सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करना हमारी ऊर्जा नीति के दो प्रमुख अहम रहे हैं. इसमें ऊर्जा आपूर्ति के हमारे स्रोतों को व्यापक बनाना और बाजार की परिस्थितियों के मुताबिक उसमें बदलाव लाना शामिल है.”