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“कैटरीना कैफ 42 साल की उम्र में बनी मां — जानें इस उम्र में प्रेग्नेंसी के खतरे और चुनौतियाँ”

हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ मां बनी है. उन्होंने 7 नवंबर 2025 को बेटे को जन्म दिया है. मां बनने की जानकारी उन्होंने और उनके पति विकी कौशल ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर दी थी. शादी के 4 साल बाद 42 साल की उम्र में मां बनी कैटरीना के लिए बहुत खास एहसास माना जा रहा था. लेकिन इसी के साथ लोगों के बीच यह चर्चा भी शुरू हो गई थी कि 40 के बाद  प्रेग्नेंसी कितनी सेफ होती है. इस उम्र में मां बनना कितना मुश्किल हो सकता है. ऐसे में चलिए आज हम आपको बताते हैं कि 42 की उम्र में  प्रेग्नेंसी कितनी मुश्किल होती है.

40 की उम्र के बाद  प्रेग्नेंसी क्यों हो जाती है मुश्किल

एक्सपर्ट के अनुसार 35 साल की उम्र के बाद महिला की फर्टिलिटी यानी गर्भधारण करने की क्षमता धीरे-धीरे घटने लगती है. वहीं उम्र बढ़ने के साथ एग्ज की क्वालिटी और संख्या दोनों कम होने लगती है. यही कारण है कि 40 की उम्र में कंसीव करना बहुत मुश्किल हो जाता है. इसके अलावा इस उम्र में थायराइड, डायबिटीज और हाई बीपी जैसी समस्याओं का खतरा भी बढ़ जाता है जो  प्रेग्नेंसी को और ज्यादा मुश्किल बना देता है. वहीं एक्सपर्ट के अनुसार अगर महिला की फैलोपियन ट्यूब्स खुली है, एग्ज की क्वालिटी अच्छी है और पार्टनर के स्पर्म नॉर्मल है तो 25 से 30 साल की उम्र में प्रेग्नेंट होने की संभावना करीब 20 प्रतिशत होती है, लेकिन 40 की उम्र के बाद यही संभावना घटकर केवल 5 प्रतिशत तक रह जाती है.

40 की उम्र के बाद बढ़ जाते हैं हेल्थ रिस्क

डॉक्टरों के अनुसार 40 की उम्र के बाद  प्रेग्नेंसी को हाई रिस्क  प्रेग्नेंसी माना जाता है. इस दौरान गर्भवती महिलाओं को जेस्टेशनल हाइपरटेंशन, डायबिटीज और सी-सेक्शन डिलीवरी का खतरा ज्यादा रहता है. वहीं कुछ मामलों में मिसकैरेज की संभावना भी बढ़ जाती है. इसके अलावा 40 की उम्र के बाद गर्भधारण करने पर बच्चों में कुछ जेनेटिक बीमारियों का रिस्क भी बढ़ जाता है. इनमें डाउन सिंड्रोम, थायराइड डिसऑर्डर या मेंटल डिसऑर्डर जैसी समस्या शामिल होती है. हालांकि यह सभी मामलों में जरूरी नहीं होता है, लेकिन इसकी संभावनाएं बहुत बढ़ जाती है.

40 की उम्र के बाद नार्मल डिलीवरी की संभावनाएं कम

एक्सपर्ट्स के अनुसार 40 की उम्र के बाद नार्मल डिलीवरी की संभावनाएं भी कम हो जाती है. क्योंकि शरीर की सहनशक्ति और मसल्स फ्लेक्सिबिलिटी कम होने लगती है. कई मामलों में महिलाओं को सी-सेक्शन डिलीवरी करवानी पड़ती है. हालांकि अगर  प्रेग्नेंसी और बच्चे की कंडीशन नॉर्मल है तो नॉर्मल डिलीवरी भी हो सकती है. इसके अलावा एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अगर कोई महिलाएं 40 की उम्र में  प्रेग्नेंसी प्लान करती है तो उन्हें अपनी हेल्थ का भी खास ध्यान रखना होता है. जिससे वह अपनी  प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले समस्याओं से बच सकती है.

Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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